यूपी : रास्ता रोक कर बैठे दबंगों ने ई-रिक्शा वाले दलित युवक से की मारपीट

Written by sabrang india | Published on: June 26, 2025
मामले की जानकारी मिलने के बाद बचाव में आए अनूप के पिता ज्ञान प्रकाश और चचेरे भाई आकाश के साथ भी मारपीट की गई। आरोपियों ने उनके कपड़े फाड़ दिए और जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने आरोपियों को दबंग बताते हुए अपनी जान-माल का खतरा जताया है। निघासन कोतवाली पुलिस मामले की जांच कर रही है।


साभार : मिंट

उत्तर प्रदेश में एक बार फिर दलित युवक से मारपीट का मामला सामने आया है। घटना लखीमपुर खीरी जिले के निघासन की है जहां एक दलित युवक और उसके परिवार के साथ मारपीट की घटना सामने आई है। नगर पंचायत निघासन के वार्ड नंबर 2 लक्ष्मीनगर के रहने वाले अनूप कुमार गौतम ने इस मामले में पुलिस को शिकायत दी है।

दैनिक भास्कर द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, अनूप गौतम ने बताया कि घटना 24 जून 2025 की शाम करीब 7 बजे की है। वह ई-रिक्शा में यूरिया की बोरी लेकर घर जा रहा था। मिर्जागंज मार्ग पर शिवा नाम का व्यक्ति अपने घर के सामने सड़क पर कुर्सियां रखकर बैठा था। अनूप ने रास्ता देने के लिए हॉर्न बजाया। शिवा ने कुर्सी नहीं हटाई। जब अनूप ने बाईं तरफ से ई-रिक्शा निकालने की कोशिश की तो एक खाली कुर्सी गिर गई। इस पर शिवा ने जातिसूचक गालियां दीं। उसने अनूप के ई-रिक्शा की चाबी निकाल ली और उसे थप्पड़ मारने लगा। शोर सुनकर शिवा के घर से बुलंद, अमन उर्फ गुलाब, चुन्ना और विपिन लाठी-डंडे लेकर आ गए। सभी ने मिलकर अनूप की पिटाई की।

मामले की जानकारी मिलने के बाद बचाव में आए अनूप के पिता ज्ञान प्रकाश और चचेरे भाई आकाश के साथ भी मारपीट की गई। आरोपियों ने उनके कपड़े फाड़ दिए और जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने आरोपियों को दबंग बताते हुए अपनी जान-माल का खतरा जताया है। निघासन कोतवाली पुलिस मामले की जांच कर रही है।

दलितों के खिलाफ इस तरह की बर्बरता हर रोज की घटना हो गई है। पिछले दिनों ओडिशा के दक्षिणी जिले गंजाम के धाराकोट थाना क्षेत्र के खरीगुम्मा गांव में एक हिंसक भीड़ द्वारा दो दलित के साथ क्रूर और अमानवीय व्यवहार किए जाने का मामला सामने आया। इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।

गौ तस्करी के आरोप में भीड़ ने दो दलितों के सिर जबरन मुंडवा दिए और उन्हें घसीटा गया और मारपीट की गई। इस मामला के सामने आने के बाद नौ लोगों को हिरासत में लिया गया।

इंडियन एक्सप्रेस ने पुलिस के हवाले से लिखा, पीड़ित एक गाय और दो बछड़े खरीदकर घर लौट रहे थे, तभी धारकोटे पुलिस सीमा के अंतर्गत खारीगुम्मा गांव में भीड़ ने उन्हें घेर लिया और 30,000 रुपये मांगे। जब लोगों ने पैसे देने में असमर्थता जताई, तो भीड़ ने कथित तौर पर उनकी पिटाई की, जबरन उनके सिर मुंडवा दिए, उन्हें घसीटने पर मजबूर किया और उन्हें नाले का पानी पिलाया। एक वीडियो में कथित तौर पर दो लोगों को घास को दांतों में दबाए हुए घसीटते हुए दिखाया गया है, जबकि कुछ लोग उनका पीछा कर रहे थे।

वहीं, उत्तर प्रदेश के एक गांव में ठाकुरों ने दलित दूल्हे की बारात पर पथराव किया जिसमें एक पुलिस कांस्टेबल और तीन बाराती घायल हो गए। ये जानकारी पुलिस ने मीडिया को दी थी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नारायण सिंह ने बताया कि ठाकुरों ने एटा जिले के गांव ढाकपुर में दलित दुल्हन के घर जाने के लिए दूल्हे पक्ष द्वारा अपनाए गए रास्ते पर आपत्ति जताई थी।

द टेलिग्राफ ऑनलाइन की रिपोर्ट के अनुसार सिंह ने बताया, "पुलिस की मौजूदगी में शादी संपन्न हुई और दुल्हन शांतिपूर्ण माहौल में दूल्हे के घर चली गई।"

दुल्हन के एक रिश्तेदार ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि "ठाकुरों ने दो दिन पहले ही घोषणा कर दी थी कि वे बारात को अपने गांव से नहीं गुजरने देंगे। हमने पुलिस को लिखित आवेदन दिया और उन्होंने उस रास्ते पर पुलिस तैनात कर दी।”

ठाकुरों ने बारात को रोक दिया और पुलिस की मौजूदगी में पत्थरबाजी शुरू हो गई।

उधर, आंध्र प्रदेश के कुरनूल में एक अजीबो गरीब वाक्या देखने के मिला। जिले के आदोनी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस वीडियो में भाजपा विधायक पीवी पार्थसारथी सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान एक दलित सरपंच को मंच पर आने से रोकते हुए और कथित तौर पर अपमानित करते हुए दिखाई दिए। आरोप है कि इस व्यवहार के पीछे सरपंच की जाति का पता चलना था।

इस मामले को लेकर द मूकनायक ने लिखा, यह घटना 16 जून की बताई जा रही है, जब विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। वीडियो में पार्थसारथी भीड़ में खड़े एक सरपंच को पुकारते हुए कहते हैं, “अरे सरपंच, तू इधर आ, वहां क्यों खड़ा है?” जब सरपंच आगे बढ़ने में संकोच करता है, तो विधायक पूछते हैं, “ईसाई है क्या?”

इस पर, उनके पास खड़ी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) की एक नेता कहती हैं, “यह व्यक्ति अनुसूचित जाति (SC) से हैं, सर।” इसके बाद वीडियो में देखा जा सकता है कि भाजपा विधायक और टीडीपी नेता मंच के सामने जमीन की ओर इशारा करते हुए सरपंच को मंच पर आने के बजाय वहीं खड़े रहने को कहते हैं। विधायक कथित तौर पर कहते हैं, “ठीक है, फिर यहीं खड़ा हो जा” और सरपंच चुपचाप वहीं खड़ा हो जाता है।  

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