यूपी: मिड डे मील में बच्चों के साथ क्रूर खिलवाड़, 1 लीटर दूध में 1 बाल्टी पानी मिलाकर 85 बच्चों के पिलाया

Written by sabrang india | Published on: November 29, 2019
सोनभद्र: उत्तर प्रदेश में मिड डे मील के नाम पर बच्चों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। राज्य के मिर्जापुर जिले के एक स्कूल में मिड डे मील में बच्चों को नमक से रोटी दिए जाने का मामला तो आपको याद ही होगा। अब मिर्जापुर के पड़ोसी जिले सोनभद्र के एक स्कूल से ही ऐसी ही खबर आई है। जहां दूध के नाम पर बच्चों के साथ क्रूर मजाक किया गया है। 


पानी में दूध मिलाती रसोइया

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के चोपन ब्लाक स्थित सलईबनवा प्राथमिक स्कूल में मिर्जापुर की तरह ही मिड डे मील में अनियमितता का मामला सामने आया है। बुधवार को बच्चों को मेन्यू के मुताबिक दूध देते समय एक लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाया गया और उसे 85 बच्चों को बांटा गया। दूध में पानी मिलाने का वीडियो भी सामने आया है, जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।

जब इसकी सूचना अधिकारियों तक पहुंची तो बच्चों को दोबारा दूध बांटा गया। इसके बाद गुरुवार को एबीएसए ने प्राथमिक स्कूल सलईबनवा पहुंचकर आरोपी शिक्षामित्र को हटा दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि सोनभद्र के चोपन ब्लाक के सलईबनवा प्राथमिक स्कूल में बुधवार को मिड डे मील के मेन्यू के अनुसार दूध देते समय एक बाल्टी पानी में एक लीटर दूध मिलाकर गर्म किया गया और उसे बच्चों को बांट दिया गया।

मामला सामने आने पर स्कूल प्रभारी ने शुरू में जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। फिर बहाना बना दिया। क्षेत्र के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने स्वीकार किया कि इस घटना के बारे में शिकायत प्राप्त हुई है और कहा कि आगे की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

रिपोर्टों के अनुसार, इस प्राथमिक विद्यालय में 171 छात्र नामांकित हैं और 27 नवंबर को उनमें से 85 छात्र उपस्थित थे। सोनभद्र स्थित स्वराज अभियान के राज्य समिति के सदस्य दिनकर कपूर ने बताया कि सोनभद्र जिले में प्राथमिक स्कूलों और मिड डे मील की स्थिति राज्य के किसी भी अन्य जिले से बदतर है। 

नीति आयोग के आंकड़ों के अनुसार, इस जिले के 56 प्रतिशत बच्चे कुपोषण से पीड़ित हैं और पांच साल से कम उम्र के लोगों के लिए यह संख्या बढ़कर 70 प्रतिशत हो गई है। सोनभद्र में प्राथमिक विद्यालय केवल दाल और सब्जियों में आलू और बैंगन का उपयोग करने के बजाय चावल (उबला हुआ) और पानी परोसते हैं।

स्कूल की रसोइया ने बताया कि उसे एक ही लीटर दूध उपलब्ध कराया गया था और उसने उसे एक बाल्टी पानी मिलाकर बच्चों को दे दिया। वहीं, दूसरी तरफ मौके पर जांच करने पहुंचे एबीएसए ने बताया कि प्रथम दृष्टया तो गलती शिक्षा मित्र की लगती है और उसे हटा दिया है। हालांकि बाद में भूल सुधार करते हुए बच्चों को दोबारा भी दूध बांटा गया था। वीडियो बनाने वाले रिपोर्टर के मुताबिक रसोइया पानी मिला रही थी। रसोइया के मुताबिक एक बाल्टी पानी में एक लीटर दूध मिलाया गया है।

इससे पहले उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के प्राइमरी स्कूल के बच्चों को नमक के साथ रोटी खिलाने का मामला सामने आया था। इसको लेकर प्रशासन और सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी। साथ ही मामले में कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई थी। इसके बाद पुलिस ने मामले का खुलासा करने वाले स्थानीय पत्रकार और गांव के राजकुमार पाल पर साजिश रचने, गलत साक्ष्य बनाकर वीडियो वायरल करने और छवि खराब करने को लेकर आईपीसी की धारा 186,193,120B व 420 के तहत केस दर्ज किया था।

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