ओडिशा में एक और छात्रा ने की आत्मदाह, बीते महीने इसी तरह की घटना घटी

Written by sabrang india | Published on: August 8, 2025
ओडिशा के केंद्रपाड़ा ज़िले में एक छात्रा अपने घर में जली हालत में मृत पाई गई। छात्रा के पिता ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह एक व्यक्ति के साथ रिश्ते में थी लेकिन वह उसे ब्लैकमेल कर रहा था। छह महीने पहले लड़की ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।


प्रतीकात्मक तस्वीर ; साभार : पीटीआई

ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में बुधवार, 6 जुलाई की सुबह एक 20 वर्षीय स्नातक की अंतिम वर्ष की छात्रा अपने घर में गंभीर रूप से जली हुई हालत में मृत पाई गई।

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने बताया कि कॉलेज छात्रा ने अपने बॉयफ्रेंड द्वारा ब्लैकमेल किए जाने के कारण कथित तौर पर खुद को आग लगाकर जान दे दी।

गत 12 जुलाई के बाद से आत्मदाह का यह दूसरा और राज्य में जलने से महिलाओं की मौत का तीसरा मामला है।

न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, केंद्रपाड़ा की यह घटना बुधवार सुबह पट्टामुंडई (ग्रामीण) थाना क्षेत्र के काठियापाड़ा गांव में हुई।

पीड़ित छात्रा के पिता ने कहा कि वह अपने घर में अकेली थी और खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली।

उन्होंने बताया कि उनकी बेटी एक युवक के साथ रिश्ते में थी, लेकिन वह युवक उसे ब्लैकमेल करने लगा था। उन्होंने यह भी कहा कि लगभग छह महीने पहले उनकी बेटी ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, मगर कोई कार्रवाई नहीं की गई।

पिता ने बताया कि पुलिस ने उनकी बेटी से कहा था कि ‘अगर वह उसे परेशान कर रहा है तो वह उसका मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दे।’

केंद्रपाड़ा के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ कटारिया घटनास्थल पर पहुंचे और कहा, 'मैंने शव का निरीक्षण किया है। छात्रा के पिता का दावा है कि यह आत्महत्या का मामला है। फिलहाल, पूरे मामले की जांच की जाएगी।

इस बीच, ओडिशा पुलिस ने गुरुवार, 7 अगस्त को एक सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) का तबादला कर दिया, ताकि आत्मदाह पीड़िता के पिता द्वारा लगाए गए आरोपों की पारदर्शी जांच की जा सके। पीड़िता के पिता का कहना है कि एएसआई ने उनकी बेटी के पूर्व प्रेमी द्वारा उसकी अंतरंग तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड करने की धमकी देने की शिकायत पर एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया था।

केंद्रपाड़ा के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ कटारिया ने बताया कि पीड़िता के पिता द्वारा लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर शैलेंद्र मोहन पालेई को पट्टामुंडई (ग्रामीण) पुलिस स्टेशन से पुलिस जिला मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है।

ज्ञात हो कि बीते 19 जुलाई को एक 15 वर्षीय लड़की को तीन अज्ञात युवकों ने उस समय आग के हवाले कर दिया जब वह पुरी जिले में एक दोस्त के घर जा रही थी। पुलिस के अनुसार, लड़की अपनी दोस्त को किताब देने वहां जा रही थी।

जब वह जा रही थी तभी तीन अज्ञात युवक मोटरसाइकिल से आए और उसके चेहरे पर कपड़ा रखकर उसे बेहोश कर दिया। वे लड़की को पास के एक नदी किनारे ले गए और उस पर पेट्रोल डालकर आग लगाने की कोशिश की।

लड़की को एक ग्रामीण ने बचाया। उसे कपड़ा पहनाया और पिपली सीएचसी ले गए। बाद में उसकी हालत बिगड़ने पर उसे एम्स भुवनेश्वर ले जाया गया। एम्स के डॉक्टर के अनुसार, पीड़िता करीब 70 प्रतिशत तक जल गई थी और उसके निचले हिस्से पर सबसे ज्यादा जख्म थे। इलाज के दौरान 2 अगस्त को उसकी मौत हो गई।

वहीं इससे पहले गत 12 जुलाई को ओडिशा के बालासोर के फकीर मोहन ऑटोनोमस महाविद्यालय की 20 वर्षीय छात्रा ने एक प्रोफेसर द्वारा यौन उत्पीड़न की शिकायत पर कार्रवाई न होने के बाद खुद को आग लगा ली थी। वह 90 प्रतिशत जल चुकी थी। 14 जुलाई को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

छात्रा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि प्रोफेसर साहू उससे ‘यौन संबंध’ बनाने को कह रहा था और धमकी दे रहा था कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो वह उसका करियर बर्बाद कर देगा। हालांकि आंतरिक शिकायत समिति ने उसे सात दिनों के भीतर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था, लेकिन कुछ नहीं हुआ जिसके बाद उसने स्थानीय पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई।

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