MP: सीधी में दलित युवती से गैंगरेप, संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी

Written by sabrang india | Published on: August 8, 2025
पांच लोगों द्वारा दलित युवती से जंगल में कथित तौर पर गैंगरेप का मामला सामने आया है। सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 2022 से 2024 के बीच प्रति दिन औसतन 7 दलित-आदिवासी महिलाओं से रेप के मामले दर्ज हुए।



मध्य प्रदेश के सीधी जिले में दलित महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार का एक और गंभीर मामला सामने आया है। चुरहट थाना क्षेत्र के जंगल में टहलने गई एक दलित युवती के साथ पांच आरोपियों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का आरोप है।

द मूकनायक ने लिखा, जानकारी के अनुसार पीड़िता अपने पुरुष मित्र के साथ जंगल में तस्वीरें खींचने और टहलने गई थी। इसी दौरान दोनों को पांच लोगों ने घेर लिया। आरोपियों ने पहले युवक के सिर पर डंडे से हमला किया और फिर युवती को घसीटते हुए जंगल के अंदर ले गए।

पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसने आरोपियों से गुहार की, उनके पैर भी पकड़े लेकिन वे नहीं माने। दो आरोपियों ने पीड़िता के दोस्त को पकड़ लिया, जबकि बाकी तीन आरोपियों ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया। जाते हुए आरोपियों ने उन्हें धमकी दी कि अगर किसी से इस घटना के बारे में बताया तो जान से मार देंगे। दोनों के मोबाइल फोन भी छीन लिए गए।

घटना के बाद करीब दोपहर ढ़ाई बजे पीड़िता किसी तरह रोती हुई जंगल से बाहर आई और पास के एक निर्माण स्थल पर पहुंची। वहां पर मजदूरों को उसने आपबीती बताई। स्थानीय सरपंच के पति दलवीर सिंह गोंड की मदद से पुलिस को सूचना दी गई।

पुलिस जब मौके पर पहुंची तो जंगल में जांच के दौरान खून लगा तौलिया और संघर्ष के स्पष्ट निशान पाए गए। घटना के बाद, रातभर पुलिस टीमें आरोपियों की तलाश में आसपास के गांवों में लगातार छापेमारी करती रहीं।

जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस घटना को 'जघन्य अपराध' करार दिया और बताया कि पीड़िता को तत्काल मेडिकल सहायता प्रदान की गई है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इलाके का दूरदराज होना और सीसीटीवी कैमरों की अनुपस्थिति जांच में बाधा पैदा कर रही है। बावजूद इसके, आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ़्तार कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है, हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में सरकार ने महिलाओं के खिलाफ दलितों और आदिवासियों पर हो रहे अपराधों के चौंकाने वाले आंकड़े प्रस्तुत किए हैं।

सरकार के अनुसार, 2022 से 2024 के बीच राज्य में 7,418 रेप के मामले SC/ST महिलाओं के साथ दर्ज किए गए यानी औसतन हर दिन 7 रेप के मामले सामने आए। इसी अवधि में 338 गैंगरेप और 558 हत्याएं भी दलित और आदिवासी महिलाओं के खिलाफ दर्ज की गईं।

मालूम हो कि मध्य प्रदेश की कुल आबादी का लगभग 38% हिस्सा दलित और आदिवासी समुदायों से है, जो इन आंकड़ों को और भी चिंताजनक बनाता है।

पुलिस और राज्य सरकार पर तेजी से कार्रवाई करने का दबाव लगातार बढ़ रहा है। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि हाशिए पर मौजूद महिलाओं की सुरक्षा के लिए केवल बयानबाजी से काम नहीं चलेगा, बल्कि जमीनी स्तर पर वास्तविक और ठोस बदलाव की आवश्यकता है।

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