भाजपा नेताओं को भगाने लगे लोग

Written by Mahendra Narayan Singh Yadav | Published on: November 27, 2018
मध्यप्रदेश में मतदान की तारीख एकदम करीब आते-आते भारतीय जनता पार्टी की मुसीबत बढ़ गई है। कई इलाकों में हालत ये हो गई है कि मतदाता भाजपा उम्मीदवारों और नेताओं को देखते ही वापस जाओ के नारे लगाने लगे हैं।

BJP

यही हाल हुआ शहडोल में, जहां उमरिया के मानपुर में पिछले तीन बार से विधायक रही मीना सिंह इस बार जब फिर से वोट मांगने पहुंचीं तो लोगों ने वापस जाओ के नारे लगाने शुरू कर दिए।

भाजपा के प्रति ऐसी नाराजगी केवल विधायक और मौजूदा प्रत्याशी के खिलाफ ही देखने को नहीं मिल रही है, बल्कि, जब स्थानीय सांसद रीति पाठक भी वोट मांगने ब्यौहारी पहुंचीं तो उनसे भी लोगों ने 5 साल तक शक्ल न दिखाने की शिकायत की और वापस जाओ के नारे लगा डाले।

वैसे इस इलाके में लंबे समय से स्थानीय विधायक और सांसद के प्रति जनता में नाराजगी थी क्योंकि चुनाव जीतने के बाद ये कभी शक्ल तक दिखाने इलाके में नहीं आए। माना जा रहा था कि जनता की नाराजगी को देखते हुए भाजपा विधायक मीना सिंह का टिकट काट देगी, लेकिन जीत के प्रति आश्वस्त भाजपा ने मीना सिंह को फिर से टिकट दे दिया।

अब मीना सिंह जहां भी वोट मांगने जा रही हैं, वहीं लोग उन्हें खरी-खोटी सुना रहे हैं। लोगों का कहना है कि जब विधायक मीना सिंह ने 5 साल तक अपनी जनता की सुध नहीं ली तो फिर वे किस अधिकार से दोबारा वोट मांगने आ गई हैं।

विधायक मीना सिंह ने भी ताव में आकर लोगों से कह दिया कि ठीक है, उन्हें वोट नहीं देना है तो न दें। इस कारण स्थानीय भाजपा नेताओं की भी फजीहत हो गई जो कि किसी तरह से गांव वालों की नाराजगी दूर करने में लगे थे।

भाजपा नेताओं का विरोध कोई नई बात नहीं है।

चुनावों की घोषणा से पहले ही, भाजपा के नेता जहां भी जाते थे, वहीं उनका घेराव होता था और उन्हें काले झंडे दिखाए जाते थे, लेकिन तब ये माना गया था कि ये सब सवर्ण कर्मचारियों के संगठन सपाक्स के कार्यकर्ता कर रहे हैं, लेकिन अब वोटिंग के पहले भी वही घटनाएं होने से ऐसा लगने लगा है कि भाजपा की हालत सचमुच खराब है।
 

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