2023-24 में राष्ट्रीय दलों को मिले चंदे का 88% ज्यादा दान भाजपा को मिले: रिपोर्ट

Written by sabrang india | Published on: April 9, 2025
वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित कुल चंदा 2,544.278 करोड़ रूपये था, जिसमें से 2,243.947 करोड़ रूपये केवल भाजपा द्वारा घोषित किया गया, जिसमें से लगभग 89% कॉर्पोरेट दानदाताओं से आया और दिल्ली सबसे ज्यादा चंदा देने वालों में है।


फोटो साभार : बिजनेस स्टैंडर्ड

चुनाव निगरानी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफ़ॉर्म्स (ADR) की एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित कुल चंदा 2,544.278 करोड़ रूपये था, जिसमें से 2,243.947 करोड़ रूपये केवल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा घोषित किया गया।

द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, चुनाव आयोग (ईसी) द्वारा पार्टियों को सौंपे गए आंकड़ों के एडीआर विश्लेषण में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान राष्ट्रीय दलों को मिले कुल चंदा में 1,693.84 करोड़ रूपये की वृद्धि हुई, जो पिछले वित्त वर्ष से 199.17% अधिक है।

चुनाव निगरानी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित कुल चंदा 2,544.278 करोड़ रूपये था, जिसमें से केवल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2,243.947 करोड़ रूपये घोषित किए।

चुनाव आयोग (ईसी) द्वारा पार्टियों को सौंपे गए आंकड़ों के एडीआर विश्लेषण में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान राष्ट्रीय दलों को मिले कुल चंदा में 1,693.84 करोड़ रूपये की वृद्धि हुई, जो पिछले वित्त वर्ष से 199.17% अधिक है।

विश्लेषण में केवल 20,000 रूपये से ज्यादा के चंदा पर विचार किया गया है, क्योंकि दानकर्ता - व्यक्तिगत या कॉर्पोरेट - जो किसी भी राजनीतिक दल को एक बार में 20,000 रूपये से कम का योगदान देते हैं, उन्हें अपना विवरण देने की बाध्यता नहीं है और उनके योगदान को अज्ञात आय के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।

भाजपा ने 8,358 चंदा से कुल 2,243.947 करोड़ रूपये घोषित किया, उसके बाद कांग्रेस ने चंदा से 281.48 करोड़ रूपये घोषित किया। भाजपा द्वारा घोषित चंदा उसी अवधि के लिए कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीईपी) और सीपीआई (एम) द्वारा घोषित कुल दान से छह गुना ज्यादा है।

वित्त वर्ष 2022-23 में भाजपा को चंदा 719.858 करोड़ रूपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 2,243.947 करोड़ रूपये हो गया, जो 211.72% की वृद्धि दर्शाता है। इसी तरह, कांग्रेस को मिलने वाला चंदा वित्त वर्ष 2022-23 में 79.924 करोड़ रूपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 281.48 करोड़ रूपये हो गया, जो 252.18% की वृद्धि दर्शाता है।

पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में, AAP द्वारा घोषित चंदा में 70.18% या 26.038 करोड़ रूपये की कमी आई, जबकि NPEP द्वारा घोषित चंदा में 98.02% या 7.331 करोड़ रूपये की कमी आई।

राज्यवार देखें तो दिल्ली सबसे ज्यादा चंदा देने वालों में रहा जिसने राष्ट्रीय दलों को कुल 989.20 करोड़ रूपये दिए, उसके बाद गुजरात ने 404.512 करोड़ रूपये और महाराष्ट्र ने 334.079 करोड़ रूपये चंदा दिए।

ADR ने कहा कि राज्य के अनुसार दान का पृथक्करण पार्टियों द्वारा चुनाव आयोग को दी गई चंदा रिपोर्ट में दिए गए पतों पर किया गया था।

जहां तक कॉरपोरेट या व्यक्तिगत चंदे का सवाल है, पार्टियों को दिए गए चंदे का लगभग 89% कॉरपोरेट या व्यावसायिक क्षेत्रों द्वारा दिया गया, जिसकी राशि 2,262.5537 करोड़ रूपये थी, जबकि व्यक्तिगत दानकर्ताओं ने 270.872 करोड़ रूपये (कुल चंदा का 10.6463%) दान किया।

भाजपा (2,064.58 करोड़ रूपये) को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अन्य सभी राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित कॉरपोरेट चंदा की कुल राशि (197.9737 करोड़ रूपये) से नौ गुना से ज्यादा मिला।

कांग्रेस को वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान कॉरपोरेट/व्यावसायिक क्षेत्रों से 102 दान के जरिए कुल 190.3263 करोड़ रूपये और 1,882 व्यक्तिगत दानकर्ताओं के माध्यम से 90.899 करोड़ रूपये मिले। 

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