पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र पर जमकर हमला किया है। पुलवामा हमले को लेकर मनमोहन सिंह ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद जब पीएम मोदी को कैबिनेट सुरक्षा कमेटी की बैठक को संभालना चाहिए था, तब वो जिम कॉर्बेट पार्क में शूटिंग करा रहे थे। उन्होंने चुनाव में राष्ट्रवाद और आतंकवाद के मुद्दों को लेकर बीजेपी की प्रतिबद्धता पर भी भी सवाल उठाया।
पूर्व प्रधानमंत्री ने दावा किया कि पुलवामा में खुफिया विफलता आतंकवाद से निपटने के लिए सरकार की तैयारियों की पोल खोलती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर मोदी सरकार का रिकॉर्ड निराशाजनक है क्योंकि आतंकवाद की घटनाएं तेजी से बढ़ी है।
सिंह ने पाकिस्तान पर मोदी सरकार की नीति को मनमोहन सिंह ने ‘छिछला’ बताते हुए कहा कि कभी अचानक पाकिस्तान चले जाना तो कभी एक आतंकी हमले की जांच के लिए भारत के एयरबेस पर ISI को बुला लेना, ये स्थिति भ्रम पैदा करने वाली रही है। साल 1990 में हुए देश के इकनॉमिक रिफॉर्म के आर्किटेक्ट के तौर पर मनमोहन सिंह को जाना जाता है। अब उन्हें लगता है कि देश आर्थिक मंदी की तरफ बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को गंभीर हालात में लाकर छोड़ दिया है। लोग हर रोज की बयानबाजी और मौजूदा सरकार के दिखावटी बदलाव से तंग आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘भ्रम और बीजेपी के बड़बोलेपन’’ के खिलाफ लोगों में एक खामोश लहर है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने दावा किया कि पुलवामा में खुफिया विफलता आतंकवाद से निपटने के लिए सरकार की तैयारियों की पोल खोलती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर मोदी सरकार का रिकॉर्ड निराशाजनक है क्योंकि आतंकवाद की घटनाएं तेजी से बढ़ी है।
सिंह ने पाकिस्तान पर मोदी सरकार की नीति को मनमोहन सिंह ने ‘छिछला’ बताते हुए कहा कि कभी अचानक पाकिस्तान चले जाना तो कभी एक आतंकी हमले की जांच के लिए भारत के एयरबेस पर ISI को बुला लेना, ये स्थिति भ्रम पैदा करने वाली रही है। साल 1990 में हुए देश के इकनॉमिक रिफॉर्म के आर्किटेक्ट के तौर पर मनमोहन सिंह को जाना जाता है। अब उन्हें लगता है कि देश आर्थिक मंदी की तरफ बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को गंभीर हालात में लाकर छोड़ दिया है। लोग हर रोज की बयानबाजी और मौजूदा सरकार के दिखावटी बदलाव से तंग आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘भ्रम और बीजेपी के बड़बोलेपन’’ के खिलाफ लोगों में एक खामोश लहर है।