मोदी के वन नेशन वन मार्केट और नए कृषि कानूनों को हरियाणा CM खट्टर ने दिखाया ठेंगा

Written by Navnish Kumar | Published on: September 29, 2020
किसान कानून बनने के अगले दिन ही फसल बेचने हरियाणा जा रहे यूपी के किसान बॉर्डर पर रोके गए, खट्टर बोले- दूसरे राज्यों के किसानों को नहीं उठाने देंगे अपने यहां की खरीदी का लाभ।



मोदी के वन नेशन वन मार्केट और नए कृषि कानूनों में कहा गया है कि कोई किसान पूरे देश में कहीं भी अपनी फसल को बेच सकेगा। इस कानून को बीजेपी की ही हरियाणा सरकार व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ठेंगा दिखा दिया है। नए कानून बनने के अगले ही दिन, खट्टर सरकार ने फसल बेचने हरियाणा जा रहे यूपी के किसानो को बॉर्डर पर रोक दिया बल्कि खुद खट्टर ने कहा कि दूसरे राज्यों के किसानों को अपने यहां की खरीदी का लाभ नहीं उठाने दिया जा सकता है। 

एनडीटीवी की मोहम्मद गजाली की रिपोर्ट के अनुसार, नए कृषि कानूनों पर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर किए जाने के अगले ही दिन उत्तर प्रदेश के 50 किसानों को हरियाणा की सीमा पर रोक दिया गया। ये किसान अपनी उपज लेकर सरकारी मंडी में बेचने के लिए हरियाणा के करनाल जा रहे थे, तभी उन्हें सीमा पर ही रोक दिया गया। ऐसा तब हुआ है, जब केंद्र सरकार के नए कृषि विधेयक पर रविवार की रात ही राष्ट्रपति ने हस्ताक्षर किए हैं। विवादों में चल रहे इन विधेयकों पर केंद्र सरकार का दावा है कि इससे किसानों के लिए बिना किसी बाधा के अपनी मर्जी के बाजारों में पहुंचने और अपनी कीमत पर फसल बेचने की आजादी मिलेगी।


 
करनाल के डिप्टी कमिश्नर निशांत यादव ने शनिवार को राज्य की सीमा पार कर आ रहे किसानों को रोकने का आदेश जारी किया था। ये किसान गैर-बासमती चावलों की अलग-अलग किस्में बेचने आ रहे थे। हरियाणा सरकार इन किस्मों को एमएसपी पर खरीदती है, लेकिन यूपी सरकार नहीं, इसलिए किसान इसे हरियाणा में बेचते हैं।

हद तो तब हो गई जब खुद मुख्यमंत्री एमएल खट्टर ने एनडीटीवी के कैमरे पर कहा कि उन्होंने इस बार थोड़ा सख्ती की है कि वह दूसरे प्रांतों का मक्का व बाजरा अपने यहां नहीं बिकने देंगे। चूंकि इसमें जो लॉस होता हैं उसकी भरपाई हरियाणा सरकार करती है। यह हरियाणा के किसानों का भी अहित है। 

खट्टर ने कहा कि वे हरियाणा के किसान का मक्का व बाजरा की खरीद सुनिश्चित करेंगे लेकिन दूसरे राज्यों के किसान इसका लाभ उठाकर ले जाए, यह नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा के किसान, हरियाणा के आढ़तियों की चिंता वह करेंगे, दूसरे राज्यों की चिंता उन्हें नहीं करनी है। खट्टर ने यह कहते हुए कांग्रेस पर भी निशाना साधा कि कांग्रेस मामलों को हवा तो देती है लेकिन कांग्रेस की सरकार पंजाब में हैं, राजस्थान में है, वहां खरीदी नहीं करती है।

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