हरियाणा भाजपा के नेताओं ने भी बिलों को बताया ‘किसान विरोधी’

Written by Navnish Kumar | Published on: September 25, 2020
कृषि बिल के खिलाफ जहां आज देशभर में किसान सड़कों पर उतरें वहीं, हरियाणा में भाजपा के नेताओं ने भी बिल के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। भाजपा नेताओं ने कृषि बिलों को किसान विरोधी करार दिया है। कहा सरकार को इसमें एमएसपी की गारंटी को भी शामिल करनी चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के दो पूर्व विधायकों ने भी बिल को किसान विरोधी करार दिया है। 



पूर्व विधायक व बीजेपी नेता परमिंदर सिंह ढुल और पूर्व मुख्य संसदीय सचिव व भाजपा नेता रामपाल माजरा का कहना है कि केंद्र द्वारा लाया गया बिल किसानों के हित का नहीं है, क्योंकि इसमें एमएसपी की बात नहीं की गई है। भाजपा नेताओं का कहना है कि इस बिल के खिलाफ जो भी किसान प्रदर्शन कर रहे हैं, उनकी बात सुनी जानी चाहिए। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी नेता परमिंदर सिंह ढुल ने कहा कि ये बिल सर छोटू राम के सपनों के खिलाफ हैं, ऐसे में हम इनका समर्थन नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि कोरोना में जब देश के सामने संकट आया तो किसानों ने ही अर्थव्यवस्था को संभाला। लेकिन अब किसान सड़क पर है और कोई उनकी बात नहीं सुन रहा है। बीजेपी नेता ने दावा किया कि उन्होंने बिल के मसले पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनकड़ से बात की है और ऐसा बिल लाने को कहा है जिसमें एमएसपी भी शामिल हो। जब किसान के पास एमएसपी की गारंटी होगी तो कोई परेशानी नहीं होगी। 

वहीं बीजेपी नेता रामपाल माजरा ने कहा कि किसानों की बात सुनना जरूरी है, ऐसा नहीं होना चाहिए कि आगे चल कर एक गरीब किसान किसी बड़ी कंपनी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा हो। माजरा ने कहा कि भले ही वो भाजपा में हैं लेकिन सही के लिए आवाज जरूर उठाएंगे। आपको बता दें कि कृषि से जुड़े जिन तीन विधेयकों को लाया गया है, उसके खिलाफ किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। हरियाणा में ये प्रदर्शन काफी आक्रामक है, जहां प्रशासन ने किसानों पर लाठीचार्ज भी किया।

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