महाराष्ट्र : 21 वर्षीय युवक की परेड कराने के बाद पीट-पीटकर हत्या

Written by sabrang india | Published on: August 14, 2025
पुलिस की नौकरी की तैयारी करने वाले एक युवक पर कथित तौर पर दूसरे धर्म की लड़की के साथ होने पर हमला किया गया।


फोटो साभार : इंडियन एक्सप्रेस

एक 21 वर्षीय युवक को महाराष्ट्र के जलगांव जिले के एक गांव में लोगों के भीड़ ने सरेआम घुमाया और पीट-पीटकर मार डाला। जब उसके परिवार के सदस्य उसे बचाने आए तो उन्हें भी पीटा गया। पुलिस के अनुसार एक अन्य समुदाय की 17 वर्षीय लड़की के साथ था। वहीं परिजनों का कहना है कि ये झूठा आरोप है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने बुधवार को बताया कि यह घटना सोमवार को हुई और अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

पुलिस के अनुसार, 21 वर्षीय सुलेमान रहीम खान पठान सोमवार सुबह अपने गांव छोटा बेटावद से लगभग 15 किलोमीटर दूर जामनेर के लिए निकला था। वह पुलिस भर्ती के लिए एक ऑनलाइन फॉर्म भरने जा रहे थे।

पुलिस अधिकारी ने बताया, करीब दोपहर 3:30 बजे जब खान एक लड़की के साथ एक कैफे में बैठा था तब 8-10 लोग वहां पहुंचे और उसका मोबाइल फोन छीनकर उसकी जांच करने लगे। फोन में एक फोटो देखने के बाद उन्होंने उस पर हमला करना शुरू कर दिया और उसे कैफे से बाहर घसीटकर ले गए।

अधिकारी ने बताया कि खान को उसके गांव ले जाया गया जहां उसकी बार-बार परेड कराई गई और उसके साथ मारपीट की गई, आखिरकार उसके घर के पास उसे डंडों से पीटा गया।

अधिकारी ने कहा, "जब खान के माता-पिता और बहन ने उसे बचाने की कोशिश की, तो उन लोगों ने उन पर भी हमला कर दिया।"

पिटाई के कारण खान बेहोश हो गया। अधिकारी ने कहा, "आरोपी उसे मरा हुआ समझकर उसके घर के बाहर छोड़ गए।"

गांव के लोग खान को अस्पताल ले गए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पोस्टमॉर्टम और पंचनामा की जांच के बाद शव खान के परिवार को सौंप दिया गया।

उसके पिता रहीम ने कहा, "सुलेमान मेरा इकलौता बेटा था और पुलिस भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहा था। लगभग 15 लोग उसे हमारे घर के पास लाए। वे उसे लात-घूंसे मार रहे थे, कुछ तो उसे डंडों से भी पीट रहे थे। गांव वालों ने हमें सूचना दी और हम अपने बेटे को बचाने दौड़े। वे बहुत आक्रामक थे और उनमें से कुछ ने मुझे भी पीटना शुरू कर दिया। उन्होंने मेरी पत्नी, बेटी और मेरे 80 वर्षीय पिता को भी नहीं बख्शा। उन्हें भी लात-घूंसे मारे गए।"

उन्होंने कहा, "पिटाई से मेरे बेटे का खून बह रहा था, शरीर का शायद ही कोई हिस्सा ऐसा हो जो बिना जख्म के था। उन्होंने गांव वालों को धमकाया, इसलिए कोई मदद के लिए आगे नहीं आया। मेरे बेटे का किसी लड़की के साथ अफेयर नहीं था। अफेयर की कहानी पूरी तरह से झूठी है। उन्होंने बस मेरे बेटे को निशाना बनाया।"

अब तक हिरासत में लिए गए आठ लोगों में से चार को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया और 18 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने उनकी पहचान अभिषेक राजकुमार राजपूत (22), घनश्याम उर्फ सूरज बिहारी लाल शर्मा (25), दीपक बाजीराव (20) और रंजत उर्फ रंजित रामकृष्ण मटाडे (48) के रूप में की है।

गिरफ्तारियों की पुष्टि करते हुए जामनेर पुलिस निरीक्षक मुरलीधर कासर ने कहा कि आदित्य देवड़े, कृष्णा तेली, शेजवाल तेली और ऋषिकेश तेली (सभी की उम्र 20 वर्ष के आसपास है) को बुधवार को जलगांव के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार किया गया।

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