राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने बुधवार को बिहार व देश भर में मॉब लिंचिंग के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व बजरंग दल को जिम्मेदार ठहराया।
तेज प्रताप ने मॉब लिंचिंग के संदर्भ में कहा, 'बिहार व देश भर में मॉब लिंचिंग के पीछे आरएसएस व बजरंग दल हैं।' राजद व दूसरे विपक्षी दलों ने राज्य विधानसभा के सत्र में फिर से इस मुद्दे को उठाया। बीते एक हफ्ते में राज्य भर से आधे दर्जन से अधिक लिंचिंग के मामले सामने आए हैं।
उल्लेखनीय है कि हेट क्राइम के लगातार बढ़ते मामलों के खिलाफ हाल ही में देश के कई प्रबुद्ध नागरिकों के एक समूह ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया कि 'जय श्री राम' का उद्घोष भड़काऊ नारा बनता जा रहा है और इसके नाम पर पीट-पीट कर हत्या के कई मामले हो चुके हैं।
फिल्मकार अडूर गोपालकृष्णन और अपर्णा सेन, गायिका शुभा मुद्गल और इतिहासकार रामचंद्र गुहा, समाजशास्त्री आशीष नंदी सहित 49 नामी शख्सियतों ने 23 जुलाई को यह पत्र लिखा था। इसमें कहा गया है कि 'असहमति के बिना लोकतंत्र नहीं होता है।
तेज प्रताप ने मॉब लिंचिंग के संदर्भ में कहा, 'बिहार व देश भर में मॉब लिंचिंग के पीछे आरएसएस व बजरंग दल हैं।' राजद व दूसरे विपक्षी दलों ने राज्य विधानसभा के सत्र में फिर से इस मुद्दे को उठाया। बीते एक हफ्ते में राज्य भर से आधे दर्जन से अधिक लिंचिंग के मामले सामने आए हैं।
उल्लेखनीय है कि हेट क्राइम के लगातार बढ़ते मामलों के खिलाफ हाल ही में देश के कई प्रबुद्ध नागरिकों के एक समूह ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया कि 'जय श्री राम' का उद्घोष भड़काऊ नारा बनता जा रहा है और इसके नाम पर पीट-पीट कर हत्या के कई मामले हो चुके हैं।
फिल्मकार अडूर गोपालकृष्णन और अपर्णा सेन, गायिका शुभा मुद्गल और इतिहासकार रामचंद्र गुहा, समाजशास्त्री आशीष नंदी सहित 49 नामी शख्सियतों ने 23 जुलाई को यह पत्र लिखा था। इसमें कहा गया है कि 'असहमति के बिना लोकतंत्र नहीं होता है।