राफेल डील से पैदा हुए विवाद को देखते हुए केंद्र में एक बड़ी तब्दीली होने के आसार बन रहे हैं। इसमें एक बड़ा फैसला यह भी है कि देश को नया रक्षामंत्री दिया जाए। यानी कि निर्मला सीतारमण की जगह देश को नया रक्षामंत्री मिलने के आसार हैं।
ऐसी जानकारी भी एक बहुत ही पुख्ता सूत्र से मिली है। सांसद और मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने भाजपा के मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह को एक पत्र लिखा है।
उस पत्र के अनुसार, विधानसभा चुनावों के बाद मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को जीत मिलती भी है तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नहीं बनाया जाएगा।
पत्र के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी में ये सहमति बन चुकी है कि विधानसभा चुनावों के बाद शिवराज सिंह चौहान देश के रक्षामंत्री बनेंगे और मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय को बनाया जाएगा।
हालांकि कैलाश विजयवर्गीय के अलावा अन्य नेता भी शिवराज सिंह चौहान की जगह मुख्यमंत्री बनने की होड़ में हैं। इनमें नरोत्तम मिश्रा भी शामिल हैं।
नंद कुमार सिंह चौहान का पत्र वैसे तो उनकी उपेक्षा के बारे में शिकायती पत्र है लेकिन अपना दर्द उड़ेलने के बहाने उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में चल रही राजनीतिक खींचातानी को उजागर कर दिया है।
कुल मिलाकर, इतना तो नंद कुमार सिंह चौहान के पत्र से जाहिर हो रहा है कि शिवराज सिंह चौहान की कुर्सी से ज्यादा खतरे में, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण की कुर्सी है।
ऐसी जानकारी भी एक बहुत ही पुख्ता सूत्र से मिली है। सांसद और मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने भाजपा के मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह को एक पत्र लिखा है।
उस पत्र के अनुसार, विधानसभा चुनावों के बाद मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को जीत मिलती भी है तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नहीं बनाया जाएगा।
पत्र के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी में ये सहमति बन चुकी है कि विधानसभा चुनावों के बाद शिवराज सिंह चौहान देश के रक्षामंत्री बनेंगे और मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय को बनाया जाएगा।
हालांकि कैलाश विजयवर्गीय के अलावा अन्य नेता भी शिवराज सिंह चौहान की जगह मुख्यमंत्री बनने की होड़ में हैं। इनमें नरोत्तम मिश्रा भी शामिल हैं।
नंद कुमार सिंह चौहान का पत्र वैसे तो उनकी उपेक्षा के बारे में शिकायती पत्र है लेकिन अपना दर्द उड़ेलने के बहाने उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में चल रही राजनीतिक खींचातानी को उजागर कर दिया है।
कुल मिलाकर, इतना तो नंद कुमार सिंह चौहान के पत्र से जाहिर हो रहा है कि शिवराज सिंह चौहान की कुर्सी से ज्यादा खतरे में, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण की कुर्सी है।