CJP Impact! दो शो में नफरत भरा कंटेंट प्रसारित करने के लिए NBDSA ने News18 India पर जुर्माना लगाया

Written by CJP Team | Published on: March 1, 2023
प्रेस विज्ञप्ति


 
28 फरवरी को न्यूज ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी द्वारा पारित दो आदेशों के माध्यम से प्राधिकरण ने चैनल पर  50,000 और 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया है। ये दो अलग-अलग शिकायतों के आधार पर लगाया गया है जो सीजेपी ने दर्ज कराई थीं। सीजेपी ने शिकायत में कहा था कि चैनल ने भड़काऊ और सांप्रदायिक रुप से विभाजनकारी शो प्रसारित किये थे। 
  
इस तरह का पहला विभाजनकारी प्रसारण 18 जनवरी, 2022 को प्रसारित किया गया था और दूसरा "देश नहीं झुकने देंगे अमन चोपड़ा के साथ" 4 अक्टूबर, 2022 को प्रसारित किया गया था।
 
दोनों शो को अमन चोपड़ा ने होस्ट किया था।
 
जनवरी 2022 में प्रसारित इस शो ने एक भड़काऊ स्टोरी के माध्यम से हिंदू मतदाताओं को मुस्लिम मतदाताओं के खिलाफ दिखाया। इस टेलीकास्ट के लिए चैनल पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। शो के प्रसारण के दौरान निम्नलिखित टिकर चलाए गए:
 
"15% मुस्लिम 85% हिंदू पर भारी" 

"जब योगी मोदी चले जाएंगे, तुम्हें कौन बचायेगा?" 
 
“हिंदुओं के खिलाफ सब मिल गए हैं?”  
 
एनबीडीएसए ने इस क्रम में पाया कि कार्यक्रम का जोर धार्मिक उपक्रम पर था और यह सांप्रदायिक रूप से ध्रुवीकरण कर रहा था। इस तरह प्राधिकरण ने पचास हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। साथ ही चैनल को 6 मार्च से 7 मार्च के बीच 24 घंटे के लिए हर घंटे में एक बार एनबीडीएसए का आदेश प्रदर्शित करने का निर्देश दिया। गौरतलब है कि एनबीडीएसए ने चैनल की वेबसाइट के साथ-साथ यूट्यूब और एक्सेस सहित सभी हाइपरलिंक्स से शो के वीडियो को हटाने का भी आदेश दिया है।
 
इसने ब्रॉडकास्टर को उक्त प्रसारण के वीडियो को हटाने का भी निर्देश दिया, यदि अभी भी चैनल, या YouTube की वेबसाइट पर उपलब्ध है, और एक्सेस सहित सभी हाइपरलिंक्स को हटा दें, जिसकी पुष्टि आदेश के सात दिनों के भीतर एनबीडीएसए को लिखित रूप में की जानी चाहिए।
 
मुख्य शिकायतकर्ता सीजेपी के अलावा, श्री अनुज दुबे ने भी दूसरी शिकायत दर्ज कराई थी।
 
एनबीडीएसए का आदेश:


 
अपने विभाजनकारी और मुस्लिम विरोधी एजेंडे को जारी रखते हुए, चैनल, News18 ने अक्टूबर 2022 में एक और शो प्रसारित किया, जिसके खिलाफ सीजेपी ने शिकायत दर्ज कराई थी। इस शो में, चोपड़ा को गुजरात पुलिस की प्रशंसा करते देखा गया था क्योंकि वह मुस्लिम पुरुषों को सार्वजनिक रूप से पीट रही थी। यह पिटाई गरबा कार्यक्रम में पथराव के आरोप को लेकर की गई थी। वही घटना जिसके लिए विचाराधीन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जांच बिठा दी गई है। पूरी "डिबेट" के दौरान, पैनल के सदस्यों ने न केवल एक धर्म के रूप में इस्लाम के विभिन्न सिद्धांतों पर सवाल उठाया, बल्कि मुस्लिम समुदाय से जुड़े वक्ताओं का मज़ाक उड़ाते हुए उनसे राष्ट्रीय टेलीविजन पर हिंदू देवताओं की जय-जयकार करने को कहा। इस शो के खिलाफ श्री इंद्रजीत घोरपड़े ने भी शिकायत दर्ज कराई थी।
 
4 अक्टूबर, 2022 को अमन चोपड़ा द्वारा होस्ट किए गए इस दूसरे डिबेट शो "देश नहीं झुकने देंगे अमन चोपड़ा के साथ" के भड़काऊ और विवादास्पद कंटेंट को लेकर News18 पर 25000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था। 
 
शिकायतकर्ता (ओं) ने तर्क दिया था कि शो में जो सवाल उठाए गए वे नवरात्र के गरबा पंडालों में मुस्लिमों के प्रवेश को लेकर थे। ये सवाल एक समुदाय के प्रति घृणा के निर्लज्ज प्रदर्शन का एक उदाहरण थे। पूरी डिबेट के दौरान, पैनलिस्टों ने न केवल एक धर्म के रूप में इस्लाम के विभिन्न सिद्धांतों पर सवाल उठाए, बल्कि मुस्लिम समुदाय से जुड़े वक्ताओं को राष्ट्रीय टेलीविजन पर हिंदू देवताओं की जय-जयकार करने के लिए कहा।
 
प्राधिकरण ने ब्रॉडकास्टर को उक्त प्रसारण के वीडियो को यूट्यूब सहित सभी प्लेटफॉर्म से हटाने का दिया साथ ही सात दिनों के अंदर एनबीडीएसए को लिखित रूप में पुष्टि की सूचना देने का आदेश दिया।
 
एनबीडीएसए ने अपने आदेश में यह भी कहा कि विवादित प्रसारण गुजरात के खेड़ा जिले के एक वायरल वीडियो से निकला है, जिसमें एक गरबा कार्यक्रम में कथित रूप से पथराव करने के आरोप में पुलिस द्वारा सार्वजनिक रूप से पीटते दिखाया गया है। आदेश में यह भी ऑब्जर्व किया गया कि विचाराधीन कार्यक्रम एंकर द्वारा दिए गए बयानों के साथ मिला हुआ था, जिसमें कुछ उपद्रवियों के कार्यों के लिए पूरे मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाया गया, तिरस्कृत किया गया और उनकी निंदा की गई।
 
गौरतलब है कि आदेश में यह भी कहा गया है कि विवादित प्रसारण के दौरान जो टिकर प्रसारित किए गए थे, उन्होंने ऐसे सवाल खड़े किए, जिससे ब्रॉडकास्टर द्वारा बनाई गई कहानी को बल मिला और यह धारणा बनाई कि सभी मुस्लिम पुरुषों ने गरबा समारोह में केवल गलत उद्देश्यों के लिए भाग लिया।
 
इस दूसरे आदेश में एनबीडीएसए ने पाया कि पुलिस गैरकानूनी हिंसा की निंदा करने में विफल रही। इसने आगे कहा कि मुस्लिम समुदाय के बारे में सामान्यीकृत बयान भी शो के माध्यम से दिए गए थे, इस प्रकार प्राधिकरण द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों और आचार संहिता का उल्लंघन किया गया था। इस तरह प्राधिकरण ने चैनल पर 25 हजार रुपये जुर्माना लगाया है। साथ ही निर्देश दिया है कि शो के वीडियो को वेबसाइट और YouTube के साथ-साथ एक्सेस सहित सभी हाइपरलिंक से हटा दिया जाए।

एनबीडीएसए का आदेश:



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