UP: भाजपा नेता ने धोखे से हड़पी करोड़ों की भूमि, किसान ने योगी के नाम पत्र लिखकर जान दे दी

Written by Navnish Kumar | Published on: September 11, 2023


''मुख्यमंत्री योगी जी सरकार, आपके राज्य में आपकी ही पार्टी के सदस्य ने आपका कानून तोड़ डाला। केंद्र सरकार ने कानून बनाया था कि कोई भी 20000 से ऊपर का लेनदेन रजिस्ट्री से होगा, लेकिन मेरी 6 बीघा जमीन मुझे 6 करोड़ 20 लाख की लोकल चेक देकर ले ली गई, हो सके तो मेरे बच्चों को न्याय दिला दीजिएगा और इससे ज्यादा क्या लिखूं'' यह मार्मिक सुसाइड नोट लिखकर कानपुर में एक किसान ने सुसाइड कर लिया। आरोप है कि भाजपा के एक नेता ने धोखे से किसान की 6.29 करोड़ की जमीन हड़प ली है।
 
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कानपुर के अहिरवां स्थित 6.29 करोड़ रुपये की जमीन (साढ़े छह बीघा) हड़पे जाने से आहत चकेरी गांव निवासी किसान बाबू सिंह यादव ने बीते शनिवार सुबह ट्रेन से कटकर जान दे दी। खुदकुशी से पहले उसने मुख्यमंत्री के नाम एक सुसाइड नोट भी लिखा है। इसमें अपनी मौत का जिम्मेदार श्यामनगर में रहने वाले एक भाजपा नेता को बताया है।

परिजनों ने लगाया आरोप

परिजनों ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता ने मार्च में उक्त राशि का चेक देकर जमीन की रजिस्ट्री कराई, इसके तुरंत बाद कोई खामी बताकर चेक वापस ले लिया। पैसा न देने पर कोर्ट में वाद दाखिल किया गया। इस बीच भाजपा नेता ने जमीन किसी और को बेच दी। आपको बता दें कि चकेरी गांव में रहने वाले किसान बाबू सिंह यादव अपनी पत्नी बिटान, दो बेटियों बीएससी फाइन ईयर की छात्रा रूबी व इंटर की छात्रा काजल के साथ रहते थे। इसी गांव में रहने वाले उनके भतीजे धर्मेंद्र यादव ने बताया कि बाबू सिंह के नाम अहिरवां में साढ़े छह बीघा जमीन थी।

बाबू सिंह को तरह-तरह के दिए लालच

कुछ दलालों की उनकी जमीन पर नजर पड़ी तो बाबू सिंह को तरह-तरह के लालच देने लगे। जमीन के 6.29 करोड़ रुपये दिलवाने का भरोसा देकर श्यामनगर में रहने वाले एक भाजपा नेता से मुलाकात करवाई गई। धर्मेंद्र के बताया कि इसी साल 18 मार्च को रजिस्ट्री कार्यालय में ले जाकर उन्हें 6.29 करोड़ की चेक देकर अपने नाम रजिस्ट्री करवा ली। आरोप लगाया कि कुछ देर बाद बाहर ले जाकर चेक वापस ले लिया और कहा दूसरी चेक देंगे। इसके बाद उन्हें टहलाना शुरू कर दिया। इसकी शिकायत लेकर वे पुलिस, प्रशासन के पास भी गए पर कोई सुनवाई नहीं हुई। जमीन का कोर्ट में वाद दाखिल कर दिया। बाबू सिंह ने बहुत बार कहा कि मेरी जमीन वापस कर दो मुझे नहीं बेचनी। इसके बाद भी आरोपी भाजपा नेता ने जमीन की रजिस्ट्री किसी और के नाम कर दी। करोड़ों की जमीन हाथ से निकल जाने से आहत बाबू सिंह ने खुदकुशी कर ली।

थाना प्रभारी को मिला सुसाइड नोट

सुबह ग्रामीणों को उनका शव दो टुकड़ों में पटरी किनारे पड़ा मिला, तब परिजनों को घटना की जानकारी हो सकी। थाना प्रभारी अशोक दुबे ने बताया कि सुसाइड नोट मिला है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, चकेरी थाने में बाबू की पत्नी बिटाना की शिकायत पर, भाजपा नेता प्रिय रंजन दिवाकर समेत छह लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने की एफआईआर दर्ज की है। बताया गया है कि भाजपा नेता प्रिय रंजन दिवाकर जमीन खरीद-फरोक्त का काम करता है। उसने मैनपुरी किशनी से बीजेपी की तरफ से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था, जिसमें उसे हार का सामना करना पड़ा था।

नहीं की गई किसी की गिरफ्तारी

मामले पर चकेरी थाना इंचार्ज अशोक दुबे का कहना है सुसाइड नोट के आधार पर पत्नी की शिकायत पर प्रिय रंजन आशू दिवाकर समेत 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। बाबू सिंह का दाह संस्कार किया जा चुका है। उसकी पत्नी का बयान लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी, फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है।

 *योगी जी, हो सके तो मेरे बच्चों को न्याय दिला दीजिएगा, लिखा मिला था सुसाइड नोट* 

बाबू सिंह के कपड़ों में एक सुसाइड नोट मिला जो यूपी के सीएम योदी आदित्यनाथ के नाम पर लिखा गया था। नोट में लिखा था ''मुख्यमंत्री योगी जी महाराज, आपके राज्य में आपकी पार्टी के सदस्य ने आपका कानून तोड़ डाला। केंद्र सरकार ने कानून बनाया था कि 20000 से ऊपर का कोई भी लेनदेन रजिस्ट्री से होगा, लेकिन मुझे मेरी छह बीघा जमीन के बदले 6 करोड़ 20 लाख का लोकल चेक देकर मेरी जमीन लिखा ली गई और ज्यादा क्या लिखूं हो सके तो मेरे बच्चों को न्याय दिला दीजिएगा।'' बाबू सिंह ने सुसाइड नोट में भाजपा नेता प्रियरंजन आशू दिवाकर के अलावा भाजपा नेता के सहयोगियों के नाम भी लिखे हैं।

बीजेपी नेता से परेशान था बाबू सिंह

बाबू सिंह शुक्रवार को जमीन देखने अहिरवां गए थे। वहां कुछ लोगों को प्लाटिंग करते पाया। पूछने पर उन लोगों ने बताया कि जमीन उनकी है और भाजपा नेता से खरीदी है। यह सुनकर बाबू सिंह को गहरा सदमा लगा और वे टूट गए। आखों में आंसू लेकर घर लौटे और इसके बाद से न कुछ खाया और न कुछ पीया। परिजनों ने उन्हें खूब समझाने का प्रयास किया लेकिन वह यही कहते रहे कि वह यह जंग हार चुके हैं।

पति को दिए गए थे नकली चेक

आज तक के अनुसार, बाबू सिंह की पत्नी बिटाना ने पुलिस को बताया कि हमारी दो बेटियां हैं। उनकी शादी करने के लिए ही जमीन का सौदा किया गया था, भाजपा नेता दिवाकर ने 18 मार्च को मुझे कचहरी के पास स्थित एक होटल में ले गए। इस दौरान दिवाकर के साथी भी वहां पर मौजूद थे। मुझे और मेरी बेटियों को होटल में बंधक बना लिया गया। बिटाना के मुताबिक, मेरे पति को ले गए और रजिस्ट्री कराकर 6 करोड़ 20 लाख का चेक दिया। इसके बाद कहने लगे यह लोकल चेक है. तुमको दूसरा चेक दे दूंगा। इतना कहकर मेरे पति से चेक छीन लिया। हम लोगों को वहां से भगा दिया गया। इस दिन के बाद से पति बहुत परेशान रहने लगे कहते थे कि मेरा सब कुछ चला गया। मैं थाने भी गया, मेरी कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिस उन्हीं (भाजपा नेता) की तरफ से बात कर रही है। इसलिए मेरे पति ने सुसाइड कर लिया।

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