एएमयू के अधिकारियों ने इसे "क्लेरिकल गलती" बताया और जिम्मेदार लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया। साथ ही कहा कि "दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
फोटो साभार : सोशल मीडिया एक्स
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के सुलेमान हॉल में रविवार को चिकन बिरयानी की जगह बीफ बिरयानी परोसने के नोटिस ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। कुछ छात्रों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है और मामले को विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने उठाया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मामला सामने आने के बाद एएमयू के अधिकारियों ने इसे "क्लेरिकल गलती" बताया और जिम्मेदार लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया। साथ ही कहा कि "दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।"
एएमयू प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम अली ने कहा, "यह नोटिस डाइनिंग हॉल के वरिष्ठ खाद्य प्रभारी द्वारा जारी किया गया था। जैसे ही यह हमारे ध्यान में लाया गया, हमने स्पष्ट कर दिया कि यह एक टाइपोग्रेफिकल एरर थी, जो नहीं होनी चाहिए। नोटिस को वापस ले लिया गया है और एक नया नोटिस लगा दिया गया है, जिसमें कहा गया है कि 'डाइनिंग हॉल पहले की तरह ही उसी मेनू और खान-पान व्यवस्था के साथ काम करना जारी रखेगा'। यह एक मानवीय भूल थी और हमने इसे सुधार लिया है।"
प्रॉक्टर ने कहा कि विश्वविद्यालय में 19 हॉल हैं, उन्होंने कहा कि "हमारे मेनू सभी की भावनाओं का पूरा सम्मान करते हुए तैयार किए गए हैं।" उन्होंने आगे कहा, "छात्र आपस में बैठकर आपसी सहमति से इन मामलों पर फैसला लेते हैं। शनिवार को भी यही प्रक्रिया अपनाई गई...रविवार को कोई विशेष मेन्यू नहीं होता। पूरे सप्ताह और महीने के लिए विस्तृत मेन्यू चार्ट तैयार किया जाता है।"
इस बीच, मामले को उठाने वाले एएमयू के छात्र निखिल प्रताप सिंह ने कहा, "शनिवार को हमारे संज्ञान में यह नोटिस आया। इसमें स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि 9 फरवरी को 'हॉल के डाइनिंग रूम में चिकन बिरयानी की जगह बीफ बिरयानी परोसी जाएगी।'
यहां दूसरे समुदाय के छात्र भी हैं। एएमयू प्रशासन को इस गंभीर मामले का तुरंत संज्ञान लेना चाहिए और इसकी आगे जांच करनी चाहिए...।"
डेक्कन हेराल्ड ने सूत्रों के हवाले से लिखा, एएमयू प्रशासन ने दो वरिष्ठ छात्रों को नोटिस जारी किया है, जो कथित तौर पर इस नोटिस जारी करने के लिए जिम्मेदार थे और उन्हें उनके पदों से हटा दिया गया है। अधिकारी ने कहा, ''मामले की जांच की जा रही है।''
सूत्रों ने बताया कि इस सिलसिले में मोहम्मद फैजुल्लाह और मुजस्सिम अहमद भाटी नाम के दो लोगों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।
मुस्लिम मिरर ने एजेंसी के हवाले से लिखा, इस विवाद ने राजनीतिक और सामाजिक बहस को छेड़ दिया है, आलोचकों ने सवाल उठाया है कि क्या यह वाकई एक गलती थी या जानबूझकर उठाया गया कदम था। हालांकि एएमयू के अधिकारियों ने इस मुद्दे को कमतर आंकने की कोशिश की है, लेकिन उनकी प्रतिक्रिया के लिए वे जांच के दायरे में हैं। विश्वविद्यालय ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
फोटो साभार : सोशल मीडिया एक्स
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के सुलेमान हॉल में रविवार को चिकन बिरयानी की जगह बीफ बिरयानी परोसने के नोटिस ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। कुछ छात्रों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है और मामले को विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने उठाया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मामला सामने आने के बाद एएमयू के अधिकारियों ने इसे "क्लेरिकल गलती" बताया और जिम्मेदार लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया। साथ ही कहा कि "दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।"
एएमयू प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम अली ने कहा, "यह नोटिस डाइनिंग हॉल के वरिष्ठ खाद्य प्रभारी द्वारा जारी किया गया था। जैसे ही यह हमारे ध्यान में लाया गया, हमने स्पष्ट कर दिया कि यह एक टाइपोग्रेफिकल एरर थी, जो नहीं होनी चाहिए। नोटिस को वापस ले लिया गया है और एक नया नोटिस लगा दिया गया है, जिसमें कहा गया है कि 'डाइनिंग हॉल पहले की तरह ही उसी मेनू और खान-पान व्यवस्था के साथ काम करना जारी रखेगा'। यह एक मानवीय भूल थी और हमने इसे सुधार लिया है।"
प्रॉक्टर ने कहा कि विश्वविद्यालय में 19 हॉल हैं, उन्होंने कहा कि "हमारे मेनू सभी की भावनाओं का पूरा सम्मान करते हुए तैयार किए गए हैं।" उन्होंने आगे कहा, "छात्र आपस में बैठकर आपसी सहमति से इन मामलों पर फैसला लेते हैं। शनिवार को भी यही प्रक्रिया अपनाई गई...रविवार को कोई विशेष मेन्यू नहीं होता। पूरे सप्ताह और महीने के लिए विस्तृत मेन्यू चार्ट तैयार किया जाता है।"
इस बीच, मामले को उठाने वाले एएमयू के छात्र निखिल प्रताप सिंह ने कहा, "शनिवार को हमारे संज्ञान में यह नोटिस आया। इसमें स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि 9 फरवरी को 'हॉल के डाइनिंग रूम में चिकन बिरयानी की जगह बीफ बिरयानी परोसी जाएगी।'
यहां दूसरे समुदाय के छात्र भी हैं। एएमयू प्रशासन को इस गंभीर मामले का तुरंत संज्ञान लेना चाहिए और इसकी आगे जांच करनी चाहिए...।"
डेक्कन हेराल्ड ने सूत्रों के हवाले से लिखा, एएमयू प्रशासन ने दो वरिष्ठ छात्रों को नोटिस जारी किया है, जो कथित तौर पर इस नोटिस जारी करने के लिए जिम्मेदार थे और उन्हें उनके पदों से हटा दिया गया है। अधिकारी ने कहा, ''मामले की जांच की जा रही है।''
सूत्रों ने बताया कि इस सिलसिले में मोहम्मद फैजुल्लाह और मुजस्सिम अहमद भाटी नाम के दो लोगों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।
मुस्लिम मिरर ने एजेंसी के हवाले से लिखा, इस विवाद ने राजनीतिक और सामाजिक बहस को छेड़ दिया है, आलोचकों ने सवाल उठाया है कि क्या यह वाकई एक गलती थी या जानबूझकर उठाया गया कदम था। हालांकि एएमयू के अधिकारियों ने इस मुद्दे को कमतर आंकने की कोशिश की है, लेकिन उनकी प्रतिक्रिया के लिए वे जांच के दायरे में हैं। विश्वविद्यालय ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।