राजस्थान में सत्ता बदलते ही फेक न्यूज पर सख्ती, नफरत फैलाने वाले को पुलिस की चेतावनी

Published on: December 19, 2018
जयपुर। राजस्थान में सत्ता बदलते ही पुलिस प्रशासन द्वारा फेक न्यूज/वीडियो वायरल कर सांप्रदायिक सौहार्द को छिन्न भिन्न करने की कोशिश करने वालों को चेतावनी देनी शुरू कर दी है। 15 दिसंबर को अशोक नाम की ट्विटर आईडी से एक वीडियो शेयर किया गया है। इसमें लिखा है कि उटाम्बर में मुस्लिम कार्यकर्ताओं ने राजपूतों के घर में घुसकर लड़कियों के साथ बदतमीजी की है। 

इस वीडियो को वायरल करने वाले को राजस्थान पुलिस ने चेतावनी दी है कि यह गलत है और इस वीडियो के हटा ले वर्ना केस साइबर पुलिस को सौंप दिया जाएगा। पुलिस ने लिखा है, 

'हेलो @Ashok6510 राजस्थान पुलिस आपको watch कर रही है। ये एक पुरानी वीडियो है जो झारखंड के रांची की है। आप तुरंत इसे delete करें अन्यथा Cyber Unit को यह case सौंप दी जायेगी। आइंदा इस तरह के अफवाह न फैलाएं।' 

इसके बाद कई लोग पुलिस को गलत साबित करने में लग गए और घटना को सही ठहरा रहे हैं। राजस्थान पुलिस ने इसके बाद एक और ट्वीट कर कहा है कि इस मामले पर वह अपनी बात पर कायम है। पुलिस ने ट्वीट किया है 'हम fake news/hate speech के बारे में आम जन को जागरूक करने में तत्पर हैं। अपने ट्वीट के द्वारा हमने यह स्पष्ट किया है की एक अन्य जगह के पुराने विडीओ को #राजस्थान के #उटाम्बर का बताकर धार्मिक उन्माद (communal tension) फैलाने की कोशिश की जा रही थी और हमने तुरंत एक्शन लिया।' 

राजस्थान पुलिस ने एक और ट्वीट में लिखा है, 'Rajasthan Police हम अपने पिछले ट्वीट पर कायम हैं। @Ashok6510 ने एक पुराने और किसी अन्य जगह का वीडियो को लेकर उसे उटाम्बर का बताया था (see screenshot)। उटाम्बर में घर मे घुस कर बहनो पर हमले जैसी कोई घटना नही हुई थी (see FIR).। कुछ साथी अभी भी अफवाह फैलाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। ऐसा न करें।'

 

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