लोकसभा चुनाव 2019 के छठवें चरण के दौरान भोपाल की आठ विधानसभा सीटों पर मतदान किया जा चुका है। भोपाल सीट पर लोकसभा चुनाव 2014 के 57.8 प्रतिशत के मुकाबले इस बार 65.69 प्रतिशत मतदान किया गया। वहीं बीजेपी की प्रज्ञा ठाकुर और काँग्रेस के दिग्विजय सिंह की टक्कर के चलते भोपाल हॉट सीट बनी रही।
भोपाल लोकसभा सीट पर इस बार प्रचार के दौरान ‘हिन्दुत्व’ का मुद्दा सबसे अधिक चर्चा में रहा। एक ओर इस चुनाव को ‘धर्मयुद्ध’ बताते हुए प्रज्ञा ठाकुर के भाषण भगवा आतंकवाद की बातों से भरे रहे। वहीं दिग्विजय सिंह भी मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना करते देखे गए। दोनों प्रत्याशियों ने भले ही भोपाल को लेकर अपना अपना विजन जारी किया परंतु चर्चा में सिर्फ हिन्दुत्व का मुद्दा रहा। अगर मतदान के आकड़ों की बात की जाए तो 2014 की तुलना में इस बार तकरीबन 8 फीसदी अधिक मतदान हुआ है। भोपाल के शहरों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में अधिक मतदान किया गया।
बता दें कि भोपाल में चुनाव प्रचार का दौर काफी रोचक रहा। एक तरफ दिग्विजय सिंह के समर्थन में उतरे कम्प्युटर बाबा ने साधुओं को साथ लेकर रैली निकाली, वहीं प्रज्ञा ठाकुर पर उठ रही उंगलियों का जवाब देने बीजेपी के दिग्गजों ने खुद ठाकुर के समर्थन में जनसभा की। इसमें बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान और उमा भारती जैसे राजनेताओं के नाम शामिल हैं। पर गौर करने की बात यह है कि पीएम मोदी और काँग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में बड़ी जनसभा की पर भोपाल में एंट्री नहीं ली।
भोपाल के सभी आठ विधानसभा सीटों पर मतदान प्रतिशत में वृद्धि आई है। लोकसभा चुनाव के छठवें चरण के दौरान भोपाल उत्तर में 66.65, भोपाल दक्षिण-पश्चिम में 59.35, भोपाल मध्य में 59.55, गोविंदपुरा में 59.94, सीहोर में 76.83, बेरसिया में 76.02, नरेला में 64.87 और हुजूर विधानसभा सीट पर 67.41 फीसदी मतदान रहा।
भोपाल लोकसभा सीट पर इस बार प्रचार के दौरान ‘हिन्दुत्व’ का मुद्दा सबसे अधिक चर्चा में रहा। एक ओर इस चुनाव को ‘धर्मयुद्ध’ बताते हुए प्रज्ञा ठाकुर के भाषण भगवा आतंकवाद की बातों से भरे रहे। वहीं दिग्विजय सिंह भी मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना करते देखे गए। दोनों प्रत्याशियों ने भले ही भोपाल को लेकर अपना अपना विजन जारी किया परंतु चर्चा में सिर्फ हिन्दुत्व का मुद्दा रहा। अगर मतदान के आकड़ों की बात की जाए तो 2014 की तुलना में इस बार तकरीबन 8 फीसदी अधिक मतदान हुआ है। भोपाल के शहरों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में अधिक मतदान किया गया।
बता दें कि भोपाल में चुनाव प्रचार का दौर काफी रोचक रहा। एक तरफ दिग्विजय सिंह के समर्थन में उतरे कम्प्युटर बाबा ने साधुओं को साथ लेकर रैली निकाली, वहीं प्रज्ञा ठाकुर पर उठ रही उंगलियों का जवाब देने बीजेपी के दिग्गजों ने खुद ठाकुर के समर्थन में जनसभा की। इसमें बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान और उमा भारती जैसे राजनेताओं के नाम शामिल हैं। पर गौर करने की बात यह है कि पीएम मोदी और काँग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में बड़ी जनसभा की पर भोपाल में एंट्री नहीं ली।
भोपाल के सभी आठ विधानसभा सीटों पर मतदान प्रतिशत में वृद्धि आई है। लोकसभा चुनाव के छठवें चरण के दौरान भोपाल उत्तर में 66.65, भोपाल दक्षिण-पश्चिम में 59.35, भोपाल मध्य में 59.55, गोविंदपुरा में 59.94, सीहोर में 76.83, बेरसिया में 76.02, नरेला में 64.87 और हुजूर विधानसभा सीट पर 67.41 फीसदी मतदान रहा।