नई दिल्ली। दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है, लेकिन इसी बीच खबर आ रही है कि किसानों के प्रदर्शन स्थल पर कुछ अज्ञात लोगों ने गोली चलाई है। रविवार देर रात किसान आंदोलन स्थल के करीब फायरिंग हुई, हालांकि इसमें किसी को नुकसान नहीं पहुंचा है। बताया जा रहा है कि ये फायरिंग सोनीपत टीडीआई सिटी के सामने हुई है।
फायरिंग की खबर मिलने के बाद, हरियाणा के कुंडली से पुलिस ने मौके पर जाकर जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, तीन राउंड हवाई फायरिंग हुई। ये फायरिंग तब की गई, जब वहां लंगर चल रहा था।
इंडिया टुडे के मुताबिक मामले की जांच कर रही पुलिस ने संदेह जताया है कि इस घटना को जिन लोगों ने अंजाम दिया वे पंजाब के रहने वाले थे क्योंकि जिस गाड़ी का उन्होंने इस्तेमाल किया उसपर पंजाब की नंबर प्लेट लगी थी।
इससे पहले शनिवार को किसानों ने तीन विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन के 100 दिन पूरे होने के मौके पर अलग-अलग जगह टोल प्लाजा को फ्री करने का ऐलान किया था। साथ ही 'काला दिवस' मनाते हुए कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेस वे पर पांच घंटे के लिए बंद भी किया।
वहीं आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सैकड़ों महिला किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकालने का भी ऐलान किया है। जिसके लिए बड़ी संख्या में महिलाएं भी आंदोलन स्थल पर पहुंच रही हैं। बता दें कि 26 नवंबर 2020 से हजारों किसान तीन कृषि कानून के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध कर रहे हैं। सिंघु बॉर्डर से करीब 12-13 किलोमीटर तक सड़क पर किसान अपने ट्रैक्टर और ट्रॉली के साथ जमे हुए हैं।
फायरिंग की खबर मिलने के बाद, हरियाणा के कुंडली से पुलिस ने मौके पर जाकर जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, तीन राउंड हवाई फायरिंग हुई। ये फायरिंग तब की गई, जब वहां लंगर चल रहा था।
इंडिया टुडे के मुताबिक मामले की जांच कर रही पुलिस ने संदेह जताया है कि इस घटना को जिन लोगों ने अंजाम दिया वे पंजाब के रहने वाले थे क्योंकि जिस गाड़ी का उन्होंने इस्तेमाल किया उसपर पंजाब की नंबर प्लेट लगी थी।
इससे पहले शनिवार को किसानों ने तीन विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन के 100 दिन पूरे होने के मौके पर अलग-अलग जगह टोल प्लाजा को फ्री करने का ऐलान किया था। साथ ही 'काला दिवस' मनाते हुए कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेस वे पर पांच घंटे के लिए बंद भी किया।
वहीं आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सैकड़ों महिला किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकालने का भी ऐलान किया है। जिसके लिए बड़ी संख्या में महिलाएं भी आंदोलन स्थल पर पहुंच रही हैं। बता दें कि 26 नवंबर 2020 से हजारों किसान तीन कृषि कानून के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध कर रहे हैं। सिंघु बॉर्डर से करीब 12-13 किलोमीटर तक सड़क पर किसान अपने ट्रैक्टर और ट्रॉली के साथ जमे हुए हैं।