‘तेजस्वी तो एक बहाना था, इनको बीजेपी की गोद में जाना था’

Published on: July 27, 2017
रांची। राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निशाना साधते हुए कहा कि तेजस्वी तो एक बहाना था इनको बीजेपी की गोद में जाना था। लालू यादव ने कहा, ‘नियम के तहत राज्यपाल को सबसे बड़े दल को सरकार के लिए आमंत्रित करना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसके खिलाफ वह सुप्रीम कोर्ट में अपील करेंगे।’

Nitish kumar
 
मुख्य बातें-
  1. लालू यादव ने कहा-राज्यपाल ने राज्य के सबसे बड़े दल को आमंत्रित नहीं किया
  2. लालू ने कहा- हमें सरकार बनाने का मौका नहीं दिया इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में करेंगे अपील
  3. राजद प्रमुख ने कहा- हत्या के मुजरिम हैं नीतीश कुमार
लालू ने कहा कि हमारी पार्टी सबसे बड़ी है। सबसे अधिक विधायक हमारे हैं। राज्यपाल के पास सरकार बनाने के लिए दावा करने के लिए समय मांगा था। समय मिला भी, लेकिन उससे पहले जदयू और भाजपा गठबंधन को सरकार बनाने का मौका दे दिया गया। यह संवैधानिक रूप से सही नहीं है। हमें सरकार बनाने का मौका देना चाहिए था अगर सदन में बहुमत साबित नहीं होता, तो किसी दूसरे को राज्यपाल मौका देते।
 
राजद प्रमुख ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए नीतीश कुमार एक के बाद एक हमले किए। उन्होने कहा, देशभर में अपने लोगों से प्रचार करवाते थे, नीतीश इज ए पीएम मैटेरियल। जब-जब दुष्प्रचार हुआ तो हमने छोटे भाई की तरह नीतीश को टीका लगाकर मुख्यमंत्री बनाया। उन्होने कहा, मेरे मन में खोट और बेईमानी होती तो नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाता।
 
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या बातें कहीं, नीचे पढ़ें-
  • बिहार की जनता का कोई काम नहीं हुआ। दारू की होम डिलीवरी हो रही है। चारों तरफ से पुलिस मालामाल है।
  • सरकार ढंग से चल रही थी। हमारे बेटे तेजस्वी पर कोई इंटरफेरेंस नहीं था। हमारे लड़के ने क्या किया।
  • हमने नीतीश से पूछा तो उन्होंने कहा, हमने तो इस्तीफा मांगा नहीं है। मीडिया वाले चला रहे हैं तो चलाने दीजिए।
  • चुनाव के समय नीतीश कुमार बात करने आए थे। मेरी इच्छा नहीं थी साथ की, लेकिन कर लिया। भोलेबाबा की तरह बोल दिए, जाओ। मैंने कोई तकलीफ नीतीश कुमार को नहीं दी।
  • सुशील मोदी को फिक्स किया गया। रोज-रोज मेरे खिलाफ बोलते रहो। उन लोगों का काम केस करने का किया। जाली-जाली काम किया।
  • कोई सगा संबंधी होता तो संकट में पूछता है, लेकिन नीतीश ने कभी कोई पूछा नहीं।
  • नीतीश कुमार को हमने कहा था, तीन दिन के लिए रांची जा रहे हैं। विधायकों की बैठक बुला लें और विचार कर लें।
  • मैच फिक्स मैच था भाजपा-आरएसएस का। पार्लियामेंट बोर्ड की मीटिंग। नीतीश राज्यपाल को अचानक बुलाया गया। इस्तीफा और फिर सरकार गठन।
  • सुशील मोदी स्टेपनी थे नीतीश कुमार की। अब फिर स्टेपनी बन गए।
  • विधायकों को रात भर अन्ने मार्ग में रखा गया। यह रॉन्‍गफूल कन्फाइमेंट है।
  • नीतीश कुमार जो बेदाग की बात करते हैं, फिर बने हैं बेदाग बाबू 302 का मुकदमा है। इनके ऊपर मर्डर का केस है। इसका संज्ञान भी ले चुका है।
  • बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मेरा छोटा भाई नागरिक सीताराम सिंह की हत्या का मुजरिम है।
  • माननीय सीमा अली खान हाईकोर्ट जज ने केस सुनकर लोअर कोर्ट को बोला, स्टे का ऑर्डर ले लिया। नीतीश कुमार लहटन यादव, दिलीप कुमार सिंह को दोषी करार दिया।

Courtesy: National Dastak

बाकी ख़बरें