RBI ने Paytm पेमेंट बैंक में नए अकाउंट खोलने पर लगी रोक को हटाया, क्या है इसके पीछे का सच?

Written by Girish Malviya | Published on: January 7, 2019
RBI ने Paytm पेमेंट बैंक में नए अकाउंट खोलने पर लगी रोक को हटा दिया है दरअसल पेटीएम पेमेंट बैंक को 20 जून 2018 से नए ग्राहक इनरोल करने पर रोक लगा दी और जिस दिन यह खबर आयी कि पेटीएम पर रोक लगाई गई है. 



उसी दिन यह भी खबर आयी कि PAYTM ने आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर. गांधी को अपना सलाहकार नियुक्त किया है. गांधी 2014-2017 के दौरान आरबीआई के डिप्टी गवर्नर थे तो अब देर सवेर तो रोक हटना ही थी ऐसी नियुक्तियों का नुस्खा कारपोरेट के लिए रामबाण नुस्खा जो ठहरा.

पेटीएम को पेमेंट बैंक खोलने के लिए अगस्त 2015 में मंजूरी मिली थी। इसके बाद नवंबर 2017 में विधिवत तौर पर इसकी देश भर में शुरुआत हुई थी इसका नाम नोटबन्दी के समय मोदीजी के नोटबन्दी के समय पर फुल पेज एड देने के लिए चर्चा में आया था पर आज यह देखना दिलचस्प होगा कि यह रोक किसलिए लगाई गई थी?

दरअसल आरबीआई कंपनी के संस्थापक विजय शेखर शर्मा की कंपनी- वन97 कम्युनिकेशंस और पेटीएम पेमेंट बैंक (पीपीबी) का संचालन करने वाली उसकी सहयोगी इकाई के आपसी संबंधों से भी वह पूरी तरह ख़ुश नहीं थी.यूजर्स के आर्थिक डेटा को सही तरीके से प्रोटेक्ट करने के लिए दोनों कम्पनियों का गठजोड़ सही नही था.

आरबीआई को अपनी जांच में पेटीएम द्वारा जोड़े गए नए ग्राहकों की केवाईसी में कई गड़बड़ी भी पकड़ी थी ओर ऑडिट करने के बाद आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट बैंक को 20 जून से नए ग्राहक जोड़ने पर रोक लगा दी थी.

गौरतलब है कि आरबीआई का निर्देश है कि कोई बैंकर ही पेटीएम बैंक का हेड हो सकता है, लेकिन इसकी अनदेखी करते हुए पेटीएम ने रेनू सत्ती को सीईओ बनाया जबकि रेनू सत्ती पहले मदर डेयरी और मैनपावर सर्विस के मानव संसाधन विभाग की कर्मचारी रही थीं. पेटीएम के कर्मचारी के मुताबिक रेनू ने मई 2017 में इस पोस्ट पर ज्वाइन किया था , जिसकी अनुमति आरबीआई ने ही दी थी.

भुगतान बैंकों को हर रोज प्रति ख़ाता अधिकतम एक लाख रुपए तक ही अपने पास रोक कर रखने की इजाज़त होती है. PAYTM ने इस नियम का भी पालन नहीं किया.

एक स्टिंग ऑपरेशन में PAYTM के मालिक विजय के भाई अजय शेखर शर्मा और कंपनी के एक वरिष्ठ उपाध्यक्ष को यह दावा करते हुए दिखाया गया है कि सरकार ने पिछले साल कश्मीर में पत्थरबाजी की घटनाओं के बाद कुछ पेटीएम यूजर्स के ब्योरे मुहैया कराने के लिए कहा था. आरएसएस से भी घनिष्ठ सम्बन्धो की दुहाई देते अजय शेखर शर्मा इस वीडियो में नजर आए थे.

सवाल ये खड़ा होता है कि पिछले कुछ वर्षों में पेटीएम ने जिस तरह जबरदस्त तरक्की हासिल की है क्या उसके पीछे इस भगवा ब्रिगेड का हाथ तो नहीं ?

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