सूरत। गुजरात के सुरत में दलित युवक द्वारा पुलिस लॉकअप में मौत का मामला सामने आया है। पुलिस ने सुरत के पांडेसरा गाँव के नागसेन नगर निवासी प्रवीण अशोक इंद्रजीत को धारा 151 के तहत सोमवार को गिरफ्तार किया था। सुबह जब देखा तो युवक मृत था उसके गले में शर्ट का फंदा था। इस मामले में युवक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस के टॉर्चर की वजह से युवक की जान गई है। उनका कहना है कि यह आत्महत्या नहीं मर्डर है। जबकि पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है।
परिजनों ने बताया कि कल युवक को थाने ले जाने के बाद हमने पीआरओ से हिरासत में लिए जाने का कारण पूछा। इसपर उन्होंने कहा कि अभी मुझे इसकी जानकारी नहीं है कल बता दिया जाएगा। परिजनों ने थाने जाकर भी पूछताछ की लेकिन उन्हें कुछ नहीं बताया गया।
प्रवीण की मां ने बताया कि पुलिस ने उनसे भी दुर्व्यवहार किया। पुलिस वालों ने उन्हें धमकी दी कि यहां से चली जाओ वरना तुम्हें भी लॉकअप में डाल देंगे। अभी तक युवक की मौत का कारण पता नही चल पाया है। पुलिस अधिकारी की कहना है कि पुलिस स्टेशन के सीसीटीवी की फुटेज के आधार पर जांच होगी।
आपको बता दें कि गुजरात में दलितों को प्रताड़ित करने में पुलिस भी आगे रहती है। उना में चार दलित युवकों को पुलिस थाने के सामने ही पीटा गया था। कथित गोरक्षक उन्हें पीटते रहे लेकिन कोई भी पुलिसकर्मी पीड़ितों को बचाने नहीं आया।
Courtesy: National Dastak
परिजनों ने बताया कि कल युवक को थाने ले जाने के बाद हमने पीआरओ से हिरासत में लिए जाने का कारण पूछा। इसपर उन्होंने कहा कि अभी मुझे इसकी जानकारी नहीं है कल बता दिया जाएगा। परिजनों ने थाने जाकर भी पूछताछ की लेकिन उन्हें कुछ नहीं बताया गया।
प्रवीण की मां ने बताया कि पुलिस ने उनसे भी दुर्व्यवहार किया। पुलिस वालों ने उन्हें धमकी दी कि यहां से चली जाओ वरना तुम्हें भी लॉकअप में डाल देंगे। अभी तक युवक की मौत का कारण पता नही चल पाया है। पुलिस अधिकारी की कहना है कि पुलिस स्टेशन के सीसीटीवी की फुटेज के आधार पर जांच होगी।
आपको बता दें कि गुजरात में दलितों को प्रताड़ित करने में पुलिस भी आगे रहती है। उना में चार दलित युवकों को पुलिस थाने के सामने ही पीटा गया था। कथित गोरक्षक उन्हें पीटते रहे लेकिन कोई भी पुलिसकर्मी पीड़ितों को बचाने नहीं आया।
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