वायरल वीडियो में मुन्ना सिंह इंजीनियर पर हमला करने से पहले अधिकारियों पर गुस्से से चिल्लाते हुए दिखाई दे रहे है। उन्हें कुछ देर के लिए रोका गया, लेकिन जल्द ही वह जूता लेकर वापस आए और इंजीनियर पर कई बार हमला किया।

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में बिजली विभाग में कार्यरत एक दलित इंजीनियर पर एक बीजेपी कार्यकर्ता ने उनके कार्यालय के अंदर ही हमला कर दिया। वायरल वीडियो में इस घटना को देखा जा सकता है। इस हमले के दौरान आरोपी नेता, जिसकी पहचान मुन्ना बहादुर सिंह के रूप में हुई है, ने जातिसूचक गालियां भी दीं। सुपरिटेंडेंट इंजीनियर लाल सिंह ने शनिवार को इस घटना के बारे में मीडिया को बताया।
द ऑब्जर्वर पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, हमले में घायल हुए इंजीनियर ने बताया कि लगभग 20–25 लोग बिना किसी कारण उनके कार्यालय में घुस आए। उनमें मुन्ना बहादुर सिंह भी शामिल थे, जो बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष हैं।
इंजीनियर ने पत्रकारों को बताया, "मुन्ना बहादुर सिंह 20-25 लोगों के साथ अंदर घुस आए और मुझे पीटने लगे। उसने मुझसे कुछ नहीं पूछा, न ही अपनी शिकायत बताई। उसने मेरे सिर पर जूता मारा, घूंसा मारा और जातिसूचक गालियां दीं। फिर दूसरे कर्मचारियों ने बीच-बचाव करके मुझे बचाया।"
वायरल वीडियो में मुन्ना सिंह इंजीनियर पर हमला करने से पहले अधिकारियों पर गुस्से से चिल्लाते हुए दिखाई दे रहे है। उन्हें कुछ देर के लिए रोका गया, लेकिन जल्द ही वह जूता लेकर वापस आए और इंजीनियर पर कई बार हमला किया। बाद में इंजीनियर ने मेडिकल चेकअप कराया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे और एक कर्मचारी ने इस हमले का वीडियो भी बना लिया।
इस बीच, मुन्ना सिंह ने आरोपों से इनकार किया और इंजीनियर और उनके कर्मचारियों पर हमला करने का आरोप लगाया। जिला अस्पताल में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "मैं भाजपा कार्यकर्ता हूं। हममें से लगभग 10-12 लोग एक आवेदन लेकर वहां गए थे। जब हमने अपनी शिकायत बताने की कोशिश की तो उन्होंने हमें इंतजार करने को कहा। जब हमने अपनी बात सुनने पर जोर दिया और कहा कि हम धरना देंगे, तो उन्होंने हमारे साथ दुर्व्यवहार किया। इसके बाद उन्होंने और उनके साथियों ने हमारे कॉलर पकड़कर हमारी पिटाई की। उन्होंने हम पर धारदार हथियारों से हमला किया।"
इंजीनियर ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है।
बलिया के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कृपा शंकर ने कहा कि मुन्ना बहादुर सिंह के खिलाफ कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और उसे गिरफ्तार करने के लिए टीमें गठित की गई हैं।
दलितों पर हत्या की यह कोई पहली घटना नहीं है। हाल ही में गुजरात के जूनागढ़ में एक दलित युवक के साथ मारपीट, लूटपाट और जान से मारने की धमकी की गंभीर घटना सामने आई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
यह घटना 16 अगस्त की दोपहर को उस समय हुई जब पीड़ित दलित युवक अपने एक दोस्त से मिलने गया था। उसी दौरान एक लड़का उसके पास आया और मदद की गुहार लगाई, यह कहते हुए कि उसके भाई को कहीं ले जाया जा रहा है। पीड़ित युवक और उसका मित्र उसकी सहायता के इरादे से लड़के के पीछे-पीछे स्वामी विवेकानंद स्कूल के मैदान तक पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्हें एहसास हुआ कि यह पूरी तरह से एक सोची-समझी साजिश थी और उन्हें फंसाया गया।
मैदान में तीन ऊंची जाति के युवकों ने दलित युवक को घेर लिया और उसके बारे में पूछताछ शुरू कर दी। जब उस युवक ने बताया कि वह कड़ियावाड़ का है, तो हितेश नाम के युवक और उसके दो और साथी उसे जातिवादी गालियां देने लगे और बेल्ट और डंडों से बुरी तरह पीटा, जिससे युवक को गंभीर चोटें आईं।
Related

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में बिजली विभाग में कार्यरत एक दलित इंजीनियर पर एक बीजेपी कार्यकर्ता ने उनके कार्यालय के अंदर ही हमला कर दिया। वायरल वीडियो में इस घटना को देखा जा सकता है। इस हमले के दौरान आरोपी नेता, जिसकी पहचान मुन्ना बहादुर सिंह के रूप में हुई है, ने जातिसूचक गालियां भी दीं। सुपरिटेंडेंट इंजीनियर लाल सिंह ने शनिवार को इस घटना के बारे में मीडिया को बताया।
द ऑब्जर्वर पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, हमले में घायल हुए इंजीनियर ने बताया कि लगभग 20–25 लोग बिना किसी कारण उनके कार्यालय में घुस आए। उनमें मुन्ना बहादुर सिंह भी शामिल थे, जो बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष हैं।
इंजीनियर ने पत्रकारों को बताया, "मुन्ना बहादुर सिंह 20-25 लोगों के साथ अंदर घुस आए और मुझे पीटने लगे। उसने मुझसे कुछ नहीं पूछा, न ही अपनी शिकायत बताई। उसने मेरे सिर पर जूता मारा, घूंसा मारा और जातिसूचक गालियां दीं। फिर दूसरे कर्मचारियों ने बीच-बचाव करके मुझे बचाया।"
वायरल वीडियो में मुन्ना सिंह इंजीनियर पर हमला करने से पहले अधिकारियों पर गुस्से से चिल्लाते हुए दिखाई दे रहे है। उन्हें कुछ देर के लिए रोका गया, लेकिन जल्द ही वह जूता लेकर वापस आए और इंजीनियर पर कई बार हमला किया। बाद में इंजीनियर ने मेडिकल चेकअप कराया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे और एक कर्मचारी ने इस हमले का वीडियो भी बना लिया।
इस बीच, मुन्ना सिंह ने आरोपों से इनकार किया और इंजीनियर और उनके कर्मचारियों पर हमला करने का आरोप लगाया। जिला अस्पताल में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "मैं भाजपा कार्यकर्ता हूं। हममें से लगभग 10-12 लोग एक आवेदन लेकर वहां गए थे। जब हमने अपनी शिकायत बताने की कोशिश की तो उन्होंने हमें इंतजार करने को कहा। जब हमने अपनी बात सुनने पर जोर दिया और कहा कि हम धरना देंगे, तो उन्होंने हमारे साथ दुर्व्यवहार किया। इसके बाद उन्होंने और उनके साथियों ने हमारे कॉलर पकड़कर हमारी पिटाई की। उन्होंने हम पर धारदार हथियारों से हमला किया।"
इंजीनियर ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है।
बलिया के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कृपा शंकर ने कहा कि मुन्ना बहादुर सिंह के खिलाफ कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और उसे गिरफ्तार करने के लिए टीमें गठित की गई हैं।
दलितों पर हत्या की यह कोई पहली घटना नहीं है। हाल ही में गुजरात के जूनागढ़ में एक दलित युवक के साथ मारपीट, लूटपाट और जान से मारने की धमकी की गंभीर घटना सामने आई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
यह घटना 16 अगस्त की दोपहर को उस समय हुई जब पीड़ित दलित युवक अपने एक दोस्त से मिलने गया था। उसी दौरान एक लड़का उसके पास आया और मदद की गुहार लगाई, यह कहते हुए कि उसके भाई को कहीं ले जाया जा रहा है। पीड़ित युवक और उसका मित्र उसकी सहायता के इरादे से लड़के के पीछे-पीछे स्वामी विवेकानंद स्कूल के मैदान तक पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्हें एहसास हुआ कि यह पूरी तरह से एक सोची-समझी साजिश थी और उन्हें फंसाया गया।
मैदान में तीन ऊंची जाति के युवकों ने दलित युवक को घेर लिया और उसके बारे में पूछताछ शुरू कर दी। जब उस युवक ने बताया कि वह कड़ियावाड़ का है, तो हितेश नाम के युवक और उसके दो और साथी उसे जातिवादी गालियां देने लगे और बेल्ट और डंडों से बुरी तरह पीटा, जिससे युवक को गंभीर चोटें आईं।
Related
कर्नाटक : कॉलेज की दलित छात्रा की हत्या कर जलाया, दुष्कर्म की भी आशंका
गुजरात: दलित युवक पर बर्बर जातिगत हमला, तीन हफ्तों में तीसरा मामला