कर्नाटक : कॉलेज की दलित छात्रा की हत्या कर जलाया, दुष्कर्म की भी आशंका

Written by sabrang india | Published on: August 22, 2025
चित्रदुर्ग में 20 वर्षीय दलित छात्रा की निर्मम हत्या कर शव को जला दिया गया। प्रेमी पर आरोप है कि उसने इस वारदात को अंजाम दिया हो। दुष्कर्म के एंगल की भी जांच की जा रही है। वहीं इस घटना को लेकर जगह-जगह लोगों ने विरोध प्रदर्शन किए।



कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में कॉलेज की एक 20 वर्षीय दलित छात्रा की उसके प्रेमी द्वारा कथित रूप से हत्या कर शव को जलाने की घटना सामने आई है। पुलिस ने 21 वर्षीय आरोपी युवक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

दलित संगठनों और भारतीय जनता पार्टी की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने आरोप लगाया है कि छात्रा के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या की गई। हालांकि, पुलिस ने अब तक बलात्कार की पुष्टि नहीं की है।

द मूकनायक की रिपोर्ट के अनुसार, चित्रदुर्ग के पुलिस अधीक्षक रंजीत कुमार बंदारू ने मीडिया को बताया कि मंगलवार को छात्रा का जला हुआ शव राष्ट्रीय राजमार्ग-48 के पास गोनूर गांव स्थित एक सुनसान प्लॉट में बरामद हुआ। प्रारंभिक जांच में पुलिस को संदेह है कि आरोपी ने पहले छात्रा की हत्या की, फिर शव पर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया।

पीड़िता चित्रदुर्ग के गवर्मेंट वूमेन कॉलेज में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। वह कॉलेज के छात्रावास में रहती थी और 14 अगस्त को छात्रावास अधीक्षक को अपने गांव हिरियूर तालुक के कोवेरहट्टी जाने की जानकारी दी थी। उसने परिवार को भी बताया था कि वह अपने दोस्त चेतन के साथ बाहर जा रही है। जब वह घर नहीं पहुंची और फोन भी बंद रहा तो उसकी मां मंगलवार को कॉलेज के छात्रावास पहुंचीं और बाद में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

पीड़िता की मां ने उसी शाम जिला अस्पताल की मोर्चरी में एक शव के हाथ पर बने टैटू को देखकर झुलसे हुए शव की पहचान अपनी बेटी के रूप में की।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, छात्रा और चेतन दोनों के बीच प्रेम संबंध था। आशंका है कि आपसी विवाद के चलते यह हत्या की गई। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिया गया।

इस दर्दनाक घटना के विरोध में चित्रदुर्ग शहर के कई इलाकों में भारी प्रदर्शन हुआ। नाराज लोगों ने आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करते हुए सड़कों पर जाम लगा दिया।

इस बीच, योजना एवं सांख्यिकी मंत्री डी. सुधाकर ने इस घटना की कड़ी निंदा की और पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने शोक संतप्त परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता राशि का चेक सौंपा, जिसमें 2.5 लाख रुपये जिला प्रशासन की ओर से और शेष 2.5 लाख रुपये उनकी व्यक्तिगत ओर से प्रदान किए गए।

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