यूपी : नफरत की राजनीति के बीच CJP की टीम ने 'आपसी भाईचारा' बढ़ाने के लिए लोगों को प्रेरित किया

Written by sabrang india | Published on: December 7, 2024
5 दिसंबर 2024 को सीजेपी के पूर्वांचल कोऑर्डिनेटर मुनीजा खान ने आजमगढ़ जिला के ग्राम कांखभार समेत कई गांव में समुदाय के लोगों से संविधान और बाबा साहब अंबेडकर पर बातचीत की।



पिछले कुछ वर्षों से सांप्रदायिकता ने देश के सामाजिक ताने बाने को बिगाड़ दिया है। इसे बर्रबाद करने में सत्ता की भूख वाली राजनीति की अहम भूमिका है। देश के नागरिकों में जहर घोलने वाली इस गंदी राजनीति के बीच लोगों को निरंतर सामाजिक सौहर्द बनाए रखने, संविधान और बाबा साहब अंबेडकर की शिक्षा को पहुंचाने का काम जारी है।

इसी कड़ी में 5 दिसंबर 2024 को सीजेपी के पूर्वांचल कोऑर्डिनेटर मुनीजा खान ने आजमगढ़ जिला के ग्राम कांखभार समेत कई गांव में समुदाय के लोगों से संविधान और बाबा साहब अंबेडकर पर बातचीत की।

इस दौरान कांखभार गांव में समुदाय के लोगों से संविधान के महत्व को समझाते हुए संवैधानिक मूल्यों एवं उद्देशिका पर चर्चा किया। उन्होंने समाज में बढ़ रही नफरत के बारे में चर्चा की और उसे कैसे खत्म किया जाए इस पर बातचीत हुई। उन्होंने आपसी भाईचारा को बढ़ाने के लिए लोगों को प्रेरित किया।

समुदाय के लोगों से लैंगिक समानता, सामाजिक सौहार्द एवं अंधविश्वास पर चर्चा करते हुए महिलाओं की विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियां को बताते हुए समुदाय के महिलाओं को स्वतंत्रता पूर्वक बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रेरित किया गया। देश की प्रथम महिला शिक्षक सावित्री बाई फूले के जीवन-संघर्षों व ज्योतिबा फूले जी, फातिमा शेख, उस्मान शेख व कुछ अन्य महापुरूषों के बारे में बताया एवं उनके जीवन से जुड़ी कुछ घटनाओं के बारे में चर्चा करते हुए शिक्षा एवं अंधविश्वास के प्रति जागरूक किया।



समुदाय के लोगों से उनकी समस्याओं जैसे शिक्षा, सरकारी योजनाओं, स्वच्छता इत्यादि पर चर्चा किया गया।

इस दौरान समुदाय के कुछ लोगों ने संविधान व समुदाय से जुड़ी समस्याओं पर अपने विचार रखे।

बंधुता मंच के साथियों राजेश, महेश, सिप्पू, विजय, प्रवेश, सौरभ, शैलेश, अभय, ज्योति, हेमंत, शत्रुधन, सिद्घार्थ, विवेक व समुदाय के कुछ अन्य साथियों से मिलीं व उनसे व्यक्तिगत एवं समुदाय के विभिन्न पहलूओं पर संवाद किया। सभी को संविधान को नियमित पढ़ने, जानने व मानने तथा खुद एवं समुदाय की शिक्षा में सुधार के लिए समझाया और प्रेरित किया।

वहीं जिला के मुहम्मदपुर में संविधान की प्रति स्थानीय व्यक्ति संजय ने बनाई। जबकि थिएटर ग्रुप के लोगों ने संविधान पर गीत प्रस्तुत किया।

ज्ञात हो कि देश भर में बढती सांप्रदायिकता की घटनाओं ने अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया है। लोगों के जेहन में अल्पसंख्यकों के प्रति इतना जहर घोल दिया है कि आए दिन उनके खिलाफ मारपीट की घटनाएं सामने आती रहती है।

मध्य प्रदेश के रतलाम में तीन नाबालिग मुस्लिम बच्चों को अमृतसागर झील के पास कथित तौर पर “जय श्री राम” बोलने के लिए मजबूर किया गया और दो लोगों ने उनकी पिटाई की। एक महीने पहले हुई यह घटना तब सामने आई जब मारपीट का एक वीडियो ऑनलाइन सामने आया।

हेट डिटेक्टर की रिपोर्ट के अनुसार, 13 वर्षीय मोहम्मद अली रजा द्वारा दर्ज कराई गई पुलिस शिकायत के अनुसार, बच्चे झील के किनारे झूले के पास बैठे थे तभी कैलाश और वीर नाम के दो लोग उनके पास आए। उनकी मुस्लिम पहचान जानने के बाद, कथित तौर पर उन लोगों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और चप्पलों से उनको पीटा।

बच्चों की पैरवी करने वाले वकील इमरान ए. खोकर ने कहा, “वीडियो में, यह स्पष्ट है कि घटना में तीन नाबालिग बच्चे शामिल थे। अमृत सागर पुराने बगीचे के पास बच्चे खेल रहे थे। उनके नजरिए से यह सिर्फ एक खेल था।”

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