मध्यप्रदेश के रीवा का निवासी बीएसएफ कांस्टेबल पंडित अच्युतानंद मिश्र पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करते गिरफ्तार किया गया है।
कांस्टेबल अच्युतानंद मिश्र को नोएडा से उत्तरप्रदेश के आतंकवाद निरोधक बल (एटीएस) ने गिरफ्तार किया। कांस्टेबल मिश्रा आईएसाई की एक महिला एजेंट के रूपजाल में फंसकर देश के साथ गद्दारी कर रहा था।

(Representative Image; Courtesy: khabar.ndtv.com)
हिंदुस्तान के अनुसार, कांस्टेबल मिश्रा मध्यप्रदेश के रीवा का रहने वाला है। पुलिस ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में कांस्टेबल मिश्र ने स्वीकार किया है कि उसने भारत के सामरिक महत्व के ठिकानों, आंतरिक सूचनाएं तथा बीएसएफ और सेना के प्रशिक्षण केन्द्रों आदि की सूचनाएं आईएसआई को दी हैं।
पूछताछ में पता चला है कि आईएसआई की एक महिला एजेंट ने कांस्टेबल से फेसबुक पर दोस्ती की थी, जिसके बाद कांस्टेबल मिश्र ने बीएसएफ के कई अहम दस्तावेज महिला के साथ साझा किए।
यूपी के डीजपी ओमप्रकाश सिंह ने बताया है कि कांस्टेबल मिश्र के बैंक के खातों को भी खंगाला जा रहा है। इससे पता चलेगा कि मिश्र ने सूचनाएं साझा करने के बदले आईएसआई से धन लिया है या नहीं। उन्होंने कहा कि मिश्र के खिलाफ देशद्रोह सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया जाएगा।
एटीएस का कहना है कि पाकिस्तानी आईएसआई खूबसूरत लड़कियों की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर केंद्रीय बलों के जवानों को मोहब्बत के जाल में फंसा कर जासूसी करा रही है।
एनडीटीवी के मुताबिक, एटीएस की काउंटर एसपायोनेज टीम ऐसी इंडियन फेसबुक आईडी की जांच कर रही थी, जो आईएसआई की फेक फेसबुक आईडी के कॉन्टैक्ट में हैं। उसी दौरान बीएसएफ का कांस्टेबल अच्युतानंद उनकी निगाह में आया।
अच्युतानंद ने पूछताछ में बताया कि आईएसआई एजेंट ने खुद को डिफेंस रिपोर्टर बताया था। पहले उसने उससे रसीली बातें कीं, फिर शादी का वादा कियाऔर फिर उससे जासूसी कराने लगी।
कांस्टेबल अच्युतानंद मिश्र को नोएडा से उत्तरप्रदेश के आतंकवाद निरोधक बल (एटीएस) ने गिरफ्तार किया। कांस्टेबल मिश्रा आईएसाई की एक महिला एजेंट के रूपजाल में फंसकर देश के साथ गद्दारी कर रहा था।

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हिंदुस्तान के अनुसार, कांस्टेबल मिश्रा मध्यप्रदेश के रीवा का रहने वाला है। पुलिस ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में कांस्टेबल मिश्र ने स्वीकार किया है कि उसने भारत के सामरिक महत्व के ठिकानों, आंतरिक सूचनाएं तथा बीएसएफ और सेना के प्रशिक्षण केन्द्रों आदि की सूचनाएं आईएसआई को दी हैं।
पूछताछ में पता चला है कि आईएसआई की एक महिला एजेंट ने कांस्टेबल से फेसबुक पर दोस्ती की थी, जिसके बाद कांस्टेबल मिश्र ने बीएसएफ के कई अहम दस्तावेज महिला के साथ साझा किए।
यूपी के डीजपी ओमप्रकाश सिंह ने बताया है कि कांस्टेबल मिश्र के बैंक के खातों को भी खंगाला जा रहा है। इससे पता चलेगा कि मिश्र ने सूचनाएं साझा करने के बदले आईएसआई से धन लिया है या नहीं। उन्होंने कहा कि मिश्र के खिलाफ देशद्रोह सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया जाएगा।
एटीएस का कहना है कि पाकिस्तानी आईएसआई खूबसूरत लड़कियों की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर केंद्रीय बलों के जवानों को मोहब्बत के जाल में फंसा कर जासूसी करा रही है।
एनडीटीवी के मुताबिक, एटीएस की काउंटर एसपायोनेज टीम ऐसी इंडियन फेसबुक आईडी की जांच कर रही थी, जो आईएसआई की फेक फेसबुक आईडी के कॉन्टैक्ट में हैं। उसी दौरान बीएसएफ का कांस्टेबल अच्युतानंद उनकी निगाह में आया।
अच्युतानंद ने पूछताछ में बताया कि आईएसआई एजेंट ने खुद को डिफेंस रिपोर्टर बताया था। पहले उसने उससे रसीली बातें कीं, फिर शादी का वादा कियाऔर फिर उससे जासूसी कराने लगी।