सीमा की रक्षा करते हुए जब जवान शहीद होते हैं तो देश उनकी शहादत पर आंसू बहाता है और सरकार जवानों के लिए फ्रिकमंद नजर आती है लेकिन इस बीच में जवानों पर क्या गुजरती है, सरकार को इस बात का अंदाजा दिलाने के लिए जवान लगातार अपने वीडियो सोशल मीडिया पर जारी कर रहे है। इस प्रकार से सोशल मीडिया पर जवानों की पीड़ा काफी वायरल हो रही है।

ताजा मामले में जैसलमेर के किशनगढ़ फायरिंग रेंज में जब बीएसएफ के डीजी के. के. शर्मा नेशनल शूटिंग कॉम्पिटीशन में देश भर से आए बीएसएफ जवानों को संबोधित कर रहे थे। और इस बात की चेतावनी दे रहे थे कि जवान अगर अपने किसी भी परेशानी को सोशल मीडिया पर डालेंगे तो कठोर कार्रवाई होगी।
उसी समय समारोह के बीच एक जवान खड़ा हो गया और कहा कि मुझे कुछ कहना है। जवान जोर-जोर से अपनी जगह से ही बोलने लगा, ‘हमारी यूनिट लगातार तीन साल से जम्मू-कश्मीर की कड़ी ड्यूटी के बाद यहां पर तैनात है. जवान अपने परिवार से नहीं मिल पा रहे हैं जिससे परेशान हैं।
इसलिए हमें अपने परिवार के साथ रहने के लिए व्यवस्था किया जाए।’ बीएसएफ के डीजी के के शर्मा जैसलमेर के किशनगढ़ फायरिंग रेंज में जवानों की शूटिंग कंपेटिशन का उद्घाटन करने आए थे। मांग रखने के बाद डीजी ने बस इतना कहा कि आपकी मांग पर विचार करेंगे।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, बाद में अधिकारियों ने पूछताछ की तो पता चला कि वह जवान शूटिंग चैंपियन में भाग नहीं ले रहा था। लेकिन डीजी को अपनी परेशानी बताने के लिए वहां जाकर बैठ गया था।
Courtesy: Janta Ka Reporter

ताजा मामले में जैसलमेर के किशनगढ़ फायरिंग रेंज में जब बीएसएफ के डीजी के. के. शर्मा नेशनल शूटिंग कॉम्पिटीशन में देश भर से आए बीएसएफ जवानों को संबोधित कर रहे थे। और इस बात की चेतावनी दे रहे थे कि जवान अगर अपने किसी भी परेशानी को सोशल मीडिया पर डालेंगे तो कठोर कार्रवाई होगी।
इसलिए हमें अपने परिवार के साथ रहने के लिए व्यवस्था किया जाए।’ बीएसएफ के डीजी के के शर्मा जैसलमेर के किशनगढ़ फायरिंग रेंज में जवानों की शूटिंग कंपेटिशन का उद्घाटन करने आए थे। मांग रखने के बाद डीजी ने बस इतना कहा कि आपकी मांग पर विचार करेंगे।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, बाद में अधिकारियों ने पूछताछ की तो पता चला कि वह जवान शूटिंग चैंपियन में भाग नहीं ले रहा था। लेकिन डीजी को अपनी परेशानी बताने के लिए वहां जाकर बैठ गया था।
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