सेना में सहायक सिस्टम के 'दुरुपयोग' पर सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस

Published on: April 25, 2017
नई दिल्ली। द क्विंट की पत्रकार पूनम अग्रवाल की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सेना में सहायक सिस्टम के दुरुपयोग पर नोटिस जारी किया है। पूनम ने सेना में सहायक सिस्टम के दुरूपयोग शिकायत करते हुए जांच की मांग की है। उन्होंने कहा है कि इस सिस्टम के ज़रिए बड़े अधिकारी अर्दली और सिपाहियों का शोषण करते हैं। ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट का केस झेल रही पूनम ने इस एक्ट के दुरूपयोग की शिकायत भी की है।

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दरअसल, पूनम ने सेना के रॉय मैथ्यू नाम के गनर का स्टिंग किया था। इसमें मैथ्यू ने सहायक सिस्टम की बुराई की थी। बाद में मैथ्यू ने आत्महत्या कर ली थी। इसे लेकर नासिक पुलिस ने पूनम के खिलाफ गलत तरीके से घुसने, आत्महत्या के लिए उकसाने और ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट के उल्लंघन का मामला दर्ज किया है।
 
पत्रकार की तरफ से कोर्ट में पेश वरिष्ठ वकील गोपाल सुब्रमण्यम ने दलील दी कि पत्रकार पर ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट लगाना पत्रकारों की आजादी के खिलाफ है। साथ ही, ऐसा करना अभिव्यक्ति की आज़ादी के मौलिक अधिकार का भी हनन है। सुब्रमण्यम ने मांग की कि कोर्ट ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट को लेकर गाइडलाइन जारी करे। कोर्ट ने सुब्रमण्यम की दलीलें सुनने के बाद सेना और महाराष्ट्र पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

आपको बता दें कि बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल कर यहां फैले अंदरूनी भ्रष्टाचार की पोल खोली थी। इसके बाद उनपर कार्रवाई हुई और बर्खास्त कर दिया है। लेकिन तेज बहादुर की शिकायत के बाद कई जवानों ने अपनी पीढ़ा जाहिर की थी। इस बात की पड़ताल के लिए जब पूनम ने मैथ्यू का स्टिंग किया तो उसने अधिकारियों के शोषण की दास्तां बयान की। 
 
संपादन- भवेंद्र प्रकाश

Courtesy: National Dastak
 

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