हिमाचल प्रदेश : दक्षिणपंथी हिंदू समर्थकों ने मुसलमानों की दुकानों में तोड़फोड़ और मस्जिद में जाने की कोशिश की 

Written by sabrang india | Published on: September 21, 2024
प्रदर्शन के दौरान विशेष समुदाय के दुकानदार अपनी दुकानों को बंद कर चले गए, वहीं प्रदर्शनकारियों ने सभी विशेष समुदाय के दुकानदारों के शटरों पर स्प्रे करके क्रॉस लगा दिए।



हिमाचल प्रदेश के पिछले कुछ दिनों से माहौल सांप्रदायिक हो गया है। राज्य के नगरोटा बगवां में दक्षिणपंथी हिंदू समर्थकों की भीड़ ने मुसलमानों द्वारा किराए पर ली गई दुकानों में तोड़फोड़ की और एक मस्जिद में जाने की कोशिश की। जब पुलिस ने उन्हें मस्जिद तक पहुंचने से रोका, तो वे बाहर ज़मीन पर बैठ गए और नफ़रत भरे नारे लगाने लगे और हनुमान चालीसा का पाठ किया।

पंजाब केसरी की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को नगरोटा बगवां बाजार में बाहरी राज्यों से आकर व्यापार कर रहे विशेष समुदाय के लोगों के खिलाफ स्थानीय व्यवसायियों तथा सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों ने प्रदर्शन किया। नगरोटा बगवां व आसपास के गांवों से हर वर्ग के सैंकड़ों की संख्या में आए महिला, पुरुषों एवं नौजवानों ने पुराना बस अड्डे पर एकजुट होकर हनुमान चालीसा पढ़ने के बाद प्रदर्शन की शुरूआत की और जय श्रीराम के उद्घोष के साथ श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर तक रैली निकाली। 

प्रदर्शन के दौरान विशेष समुदाय के दुकानदार अपनी दुकानों को बंद कर चले गए, वहीं प्रदर्शनकारियों ने सभी विशेष समुदाय के दुकानदारों के शटरों पर स्प्रे करके क्रॉस लगा दिए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने विशेष समुदाय के व्यक्तियों को किराए पर दुकानें देने वाले दुकान मालिकों के खिलाफ भी नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने जय श्रीराम, हिंदुस्तान में रहना होगा वंदे मातरम् कहना होगा, जैसे नारे लगाए। 

हालांकि प्रदर्शन के दौरान ऐसी कोई भी घटना नहीं घटी, लेकिन उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब प्रदर्शनकारियों ने बंद दुकानों के शटर खटखटाने शुरू कर दिए और दुकानों पर लगे फ्लैक्स के बोर्ड फाड़ दिए। पुलिस ने बड़ी मुस्तैदी से प्रदर्शनकारियों को काबू किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गांधी मैदान में जाने से भी रोकने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने और गांधी मैदान में पहुंच गए। हालांकि पुलिस ने घेराबंदी करके प्रदर्शनकारियों को मस्जिद की तरफ जाने से रोक दिया, जिस पर उन्होंने मस्जिद के सामने खड़े होकर प्रदर्शन किया। 

ज्ञात हो कि हिमाचल प्रदेश के संजौली इलाके में स्थित मस्जिद के खिलाफ हिंदू संगठनों ने कुछ दिनों पहले प्रदर्शन किया। जय श्रीराम और हिंदू एकता जिंदाबाद के नारों के बीच प्रदर्शनकारी मस्जिद को गिराने की मांग कर रहे थे। इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस से उनकी झड़प हो गई थी। संजौली में मस्जिद के खिलाफ वीएचपी (विश्व हिंदू परिषद) ने आह्वान किया था, जिसे लेकर स्थानीय लोग चिंतित हैं।

एक सप्ताह पहले प्रदर्शन के दौरान एक हिंदू संगठन के सदस्यों ने पुलिस पर पथराव किया था जिसमें एक महिला समेत छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। संजौली इलाके में मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन करने के बाद हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने कई घंटों तक विरोध किया था। प्रदर्शनकारी मस्जिद की ओर बढ़ते हुए पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए आगे बढ़े थे। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वाटर कैनन चलाया और लाठीचार्ज किया था।

यह विवाद शहर के मलयाना इलाके में एक व्यापारी और मुस्लिम समुदाय के सदस्यों के बीच विवाद के बाद शुरू हुआ था। एक व्यापारी पर हमला किया गया था और पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी। प्रदर्शनकारियों ने लोगों को मुसलमानों को अपनी संपत्तियां न बेचने या किराए पर न देने की सलाह भी दी थी। रिपोर्ट में कहा गया कि ऐसा करने पर उनके बहिष्कार की धमकी दी गई।

बता दें कि मस्जिद के इमाम शाहजाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि यह मस्जिद 1947 के पहले की है और वक्फ बोर्ड की मस्जिद है। 

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