मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में पेड़ काटे जाने पर आपत्ति जताने पर दलित ग्रामीणों पर जानलेवा हमला किया गया।
मध्य प्रदेश के मुरैना में परमार समुदाय द्वारा कई दलित लोगों पर हमला किया गया। कथित तौर पर यह हमला पेड़ काटने के मुद्दे पर शुरू हुआ। इसके बाद वहां मौजूद दलित समुदाय के सदस्यों पर कुल्हाड़ियों और लाठियों से हमला किया गया।
20 नवंबर को स्थिति तब हिंसक हो गई जब परमार समुदाय के कुछ लोग गांव में पहुंचे और बेर के पेड़ की शाखाएं काटने लगे। एक ग्रामीण रामअवतार माहौर ने विरोध किया तो वहां लाठी-डंडे और कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ हमला शुरू हो गया। रामअवतार पर भी उन लोगों ने हमला किया, जिन्होंने उसके सिर पर कुल्हाड़ी से वार किया। इस भयावह हमले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है जिसमें भयावह घटना को दिखाया गया है। भास्कर ने अपने स्थानीय सूत्र के हवाले से बताया, हमलावरों ने घरों में घुसकर लोगों को पीटा और हमले में महिलाओं को भी नहीं बख्शा।
इस क्रूर हमले में गंभीर रूप से घायल होने वालों में गजराज माहौर, मायादेवी माहौर, रमावती माहौर के साथ उनके पिता रमाबाई माहौर और केशवती माहौर नाम के तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया है। परमार समुदाय के कुछ सदस्य भी घायल हो गए।
सिविल लाइंस थाना पुलिस ने घटना में शामिल दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। सिविल लाइंस थाने के प्रभारी ने यह भी कहा है कि माहौर समुदाय के लोगों ने थाने पहुंचकर मारपीट की शिकायत की जिसके बाद मामला दर्ज किया गया। वहीं, परमार समुदाय के सदस्यों ने भी पुलिस से संपर्क किया और मांग की कि ग्रामीणों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाए।
मध्य प्रदेश में चुनाव के बाद हिंसा काफी बढ़ गई है, जहां अब तक करीब तीन लोग मारे जा चुके हैं। दलित भी स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। एक पत्रकार की रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश के भिंड में एक दलित का घर जला दिया गया।
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