मणिपुर हिंसा पर चर्चा कराने की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों का धरना तीसरे दिन जारी

Written by sabrang india | Published on: July 26, 2023
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कल भारत का अपमान किया और मणिपुर मुद्दे से ध्यान को भटका दिया। इसके अलावा, उन्होंने INDIA की एक आतंकवादी समूह के साथ तुलना भी की। हमारा अपमान करें, लेकिन देश का अपमान न करें।



संसद परिसर में विपक्षी सांसदों का धरना जारी है। संसद के मॉनसून सत्र से निलंबित आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह आज लगातार तीसरे दिन धरने पर बैठे हुए हैं। उनके साथ INDIA के कई सांसद भी धरने में शामिल हैं। विपक्षी संसद मणिपुर हिंसा मुद्दे पर  सरकार से संसद में चर्चा कराने की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग है कि चर्चा में प्रधानमंत्री मोदी आएं और इस गंभीर मुद्दे पर बयान दें। अब तक मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर चर्चा नहीं हो पाई है।

आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने कल भारत का अपमान किया और मणिपुर मुद्दे से ध्यान को भटका दिया। इसके अलावा, उन्होंने INDIA की एक आतंकवादी समूह के साथ तुलना भी की। हमारा अपमान करें, लेकिन देश का अपमान न करें। उन्हें देश से हाथ जोड़कर माफी मांगनी चाहिए। INDIA गठबंधन, जिसमें 26 राजनीतिक पार्टियों का सम्मिलित है, हमारी यह मांग है कि प्रधानमंत्री मोदी संसद में मणिपुर मुद्दे पर बोलें। मुझे खुशी है कि इस सरकार के खिलाफ नो-कॉन्फिडेंस मोशन लाया जा रहा है।"

कांग्रेस सांसद जेबी माथर ने कहा, "संजय सिंह को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। वे (सरकार) उन्हें निलंबित कर सकती है, लेकिन उन्हें मुद्दे को उठाने से, लोगों की आवाज़ बनने से रोक नहीं सकते। संजय सिंह का संसद परिसर में धरना प्रदर्शन जारी है। आज तीसरा दिन है। हम सभी, टीम INDIA उनके साथ है। प्रधानमंत्री परलियामेंट में क्यों नहीं बोल रहे हैं (मणिपुर के बारे में)? वह भागने की क्यों कोशिश कर रहे हैं? इस सत्र की शुरुआत से हम बार-बार पूछ रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मौन हैं। वे देशवासियों को विश्वास में ले लें। संजय सिंह और राजनी पाटिल का निलंबन तत्काल वापस लिया जाना चाहिए।"

मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी के मुद्दे पर सोमवार और मंगलवार को संसद में विपक्ष ने जबरदस्त हंगामा किया। समोवार को आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने वेल में राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ की कुर्सी के सामने पहुंचकर विरोध किया था। वह धनखड़ को हाथ दिखाकर कुछ कह रहे थे। उनकी इस एक्टिविटी के बाद उन्हें पूरे मॉनसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था।

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