UP: कासगंज में बिकरू कांड पार्ट-2, शराब माफियाओं ने सिपाही को मार डाला, दरोगा गंभीर

Written by Navnish Kumar | Published on: February 11, 2021
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कासगंज में भी पुलिस टीम पर हमले ने कानपुर के बिकरू कांड की याद ताजा कर दी है। वहां गैंगस्टर विकास दुबे ने दबिश देने आई पुलिस पर घेरकर हमला किया गया था। यहां दबिश देने गई पुलिस पर भी शराब माफियाओं के द्वारा हमला किया गया है। पुलिस को घेरकर पिटाई की गई। उनकी वर्दी फाड़ दी गई और लाठी-डंडों व अन्य हथियारों से बेरहमी से दौड़ा दौड़ाकर पीटा गया। लहूलुहान दरोगा और सिपाही को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां सिपाही की मौत हो गई। दारोगा की हालत गंभीर बनी हुई है। उधर पुलिस ने मुठभेड़ में एक आरोपी को मार गिराया है। 



कासगंज के नगला धीमर गांव में शराब की भट्ठियों की सूचना पर दबिश देने गए पुलिस टीम में शामिल दारोगा और सिपाही पर बदमाशों (शराब माफियाओं) ने हमला किया, जिसके बाद सिपाही (कांस्टेबल) की हत्या कर दी गई जबकि दारोगा को बुरी तरह पीटकर खेत में फेंक दिया। 

खास है कि गांव नगला धीमर में बड़े स्तर पर अवैध शराब का कारोबार चलाए जाने की सूचना पुलिस को मिल रही थी। उसी सूचना के आधार पर पुलिस टीम मंगलवार को गांव में छापा मारने पहुंची थी। लेकिन बिकरु कांड की ही तरह शराब माफियाओं को इस बात की खबर पहले ही लग चुकी थी। नतीजा ये हुआ कि बदमाशों ने पुलिस को घेर लिया और सब इंस्पेक्टर अशोक और सिपाही देवेंद्र को बंधक बना लिया।

इससे पहले कि बाकी पुलिस वाले कुछ समझ पाते, बदमाशों ने दरोगा अशोक और सिपाही देवेंद्र को वहां से गायब कर दिया। बाद में सब इंस्पेक्टर अशोक लहूलुहान हालत में गांव के एक खेत में पड़े मिले। जबकि सिपाही दूसरी जगह से मिले। मृत सिपाही का नाम देवेंद्र और घायल दारोगा का नाम अशोक है। 

बुधवार की सुबह फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम कासगंज में घटनास्थल पर पहुंच गई है और मौके से साक्ष्य जुटा रही है। आला पुलिस अफसर भी मौके पर क्राइम सीन की जांच कर रहे हैं।

बता दें कि कासगंज जिले में मंगलवार को देर रात वांछित शराब माफिया को वारंट तामील कराने गए पुलिस दल पर हुए प्राणघातक हमले में एक सिपाही की मौत हो गई तथा दारोगा गंभीर रूप से घायल हो गए। एनडीटीवी के अनुसार, जिलाधिकारी चंद्रप्रकाश सिंह ने संवाददाताओं को बताया, "मंगलवार शाम को सिढ़पुरा थाने के दरोगा अशोक कुमार और आरक्षी देवेंद्र नगला धीमर गांव में एक वांछित अपराधी की तलाश में गए थे। वहां दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है, जिसमें हमारे साथी सिपाही देवेंद्र शहीद हो गए"।

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मृतक सिपाही के परिजन को 50 लाख रुपए और एक आश्रित को नौकरी देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री इस घटना की लगातार निगरानी रख रहे हैं। उन्होंने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस ने घटना को गम्भीरता से लेते हुए, शराब माफियाओं के खिलाफ अभियान छेड़ते हुए एक आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया है। पुलिस टीम पर हमला कर सिपाही देवेंद्र जसावत की हत्या करने वाले शराब माफिया को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। आरोपी का नाम ऐलकार है, जबकि दूसरा आरोपी फरार बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार थाना सिढ़पुरा क्षेत्र में बुधवार तड़के काली नदी की कटरी किनारे मुठभेड़ हुई। आरोपी ऐलकार गांव धीमर का रहने वाला था। मुख्य आरोपी मोती फरार है, उस पर 11 मामले दर्ज हैं। उसकी तलाश की जा रही है। ऐलकार भी पुराना हिस्ट्रीशीटर था। उस पर भी कई मामले दर्ज हैं।

इस वारदात ने एक बार फिर कानपुर के बिकरू कांड (शूटआउट) की याद दिला दी है जिसमें गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर जानलेवा हमला कर दिया गया था। जिसमें एक सीओ समेत कई पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। बाद में आरोपी ने मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में सरेंडर कर दिया। लेकिन कानपुर लाते समय विकास दुबे को एसटीएफ की टीम ने उस वक्त मार गिराया था, जब वो भागने की कोशिश कर रहा था।

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