सूरत. रेप के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम के बेटे नारायण साईं के खिलाफ मंगलवार को सजा का ऐलान होगा। पिछले हफ्ते ही उसे गुजरात में सूरत की सेशंस कोर्ट ने रेप मामले में दोषी करार दिया था। नारायण साईं और आसाराम पर दो बहनों ने रेप का आरोप लगाया था।
कोर्ट ने नारायण साई को 26 अप्रैल को बलात्कार का दोषी करार किया था। साथ ही सजा का ऐलान करने के लिए आज का दिन तय किया था। साईं को दिसंबर 2013 में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
आपको बता दें कि दो बहनों ने आसाराम बापू और उनके बेटे नारायण साई पर यौन उत्पीड़न एवं बलात्कार का आरोप लगाया था। दोनों बहनें सूरत में उनके आश्रम में रहती थीं। एक ओर छोटी बहन ने 2003 से 2005 के दौरान नारायण साई द्वारा बार-बार यौन शोषण करने का आरोप लगाया था। वहीं बड़ी बहन ने 1997 से 2006 के दौरान आसाराम द्वारा यौन शोषण किए जाने का आरोप लगाया था। मेडिकल जाँच के बाद बहनों के आरोप सही साबित हुए थे।
आसाराम बापू को पुलिस ने अक्टूबर 2013 में इंदौर से पकड़ा था। जिसके बाद दिसम्बर 2013 में ही पुलिस ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र के पास पिपली से नारायण साई को हिरासत में लिया था।
नारायण साई के मामले की सुनवाई के दौरान 35 लोगों पर दो चार्टशीट दायर हुई थी। उनके खिलाफ विपक्ष ने सबूतों के तौर पर 53 गवाह और दस्तावेज़ प्रस्तुत किए, जिनमें से अधिकतर लोगों ने उन्हें या तो दुष्कर्म करते स्वयं देखा था या फिर उन्होंने पहले उनका साथ दिया था और बाद में सरकारी गवाह बन गए थे। सुनवाई के दौरान कोर्ट न नारायण साई के चार सेवकों को भी दोषी पाया था। इतना ही नहीं नारायण साई ने जेल में एक पुलिस कर्मी को 13 करोड़ की रिश्वत भी देने की कोशिश की थी।
फिलहाल आसाराम बापू और नारायण साई पर यौन उत्पीड़न, बलात्कार, गैर कानूनी ढंग से जमीन हथियाने और अन्य अपराधों का मुकदमा दर्ज़ है। आसाराम बापू जोधपुर जेल में आजीवन कारावास की सज़ा काट रहे हैं।
कोर्ट ने नारायण साई को 26 अप्रैल को बलात्कार का दोषी करार किया था। साथ ही सजा का ऐलान करने के लिए आज का दिन तय किया था। साईं को दिसंबर 2013 में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
आपको बता दें कि दो बहनों ने आसाराम बापू और उनके बेटे नारायण साई पर यौन उत्पीड़न एवं बलात्कार का आरोप लगाया था। दोनों बहनें सूरत में उनके आश्रम में रहती थीं। एक ओर छोटी बहन ने 2003 से 2005 के दौरान नारायण साई द्वारा बार-बार यौन शोषण करने का आरोप लगाया था। वहीं बड़ी बहन ने 1997 से 2006 के दौरान आसाराम द्वारा यौन शोषण किए जाने का आरोप लगाया था। मेडिकल जाँच के बाद बहनों के आरोप सही साबित हुए थे।
आसाराम बापू को पुलिस ने अक्टूबर 2013 में इंदौर से पकड़ा था। जिसके बाद दिसम्बर 2013 में ही पुलिस ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र के पास पिपली से नारायण साई को हिरासत में लिया था।
नारायण साई के मामले की सुनवाई के दौरान 35 लोगों पर दो चार्टशीट दायर हुई थी। उनके खिलाफ विपक्ष ने सबूतों के तौर पर 53 गवाह और दस्तावेज़ प्रस्तुत किए, जिनमें से अधिकतर लोगों ने उन्हें या तो दुष्कर्म करते स्वयं देखा था या फिर उन्होंने पहले उनका साथ दिया था और बाद में सरकारी गवाह बन गए थे। सुनवाई के दौरान कोर्ट न नारायण साई के चार सेवकों को भी दोषी पाया था। इतना ही नहीं नारायण साई ने जेल में एक पुलिस कर्मी को 13 करोड़ की रिश्वत भी देने की कोशिश की थी।
फिलहाल आसाराम बापू और नारायण साई पर यौन उत्पीड़न, बलात्कार, गैर कानूनी ढंग से जमीन हथियाने और अन्य अपराधों का मुकदमा दर्ज़ है। आसाराम बापू जोधपुर जेल में आजीवन कारावास की सज़ा काट रहे हैं।