जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरूवार को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल पर सवाल उठाया है। ममता ने पूछा कि सुरक्षा एजेंसियां, रक्षा मंत्रालय और नेशनल सिक्योरिटी एडवाईजर क्या कर रहे थे? उन्होंने कहा कि यह हमला खुफिया विभाग की विफलता है। ममता ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई की मांग करते हुए कहा कि केंद्र को तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित करना चाहिए।
इस दौरान ममता बनर्जी ने एनएसए अजीत डोवाल पर निशाना साधते हुए कहा, हमें जानने का अधिकार है कि आखिर हुआ क्या था, एनएसए क्या कर रहे थे? इतने बड़े हमले की खबर उन्हें नहीं थी? इसके पीछे कौन है, इसकी जांच बेहद जरूरी है। आगे उन्होंने कहा, यह खुफिया विभाग की विफलता है। इतने सारे वाहन एक साथ क्यों जा रहे थे। ममता ने कहा कि हम लोगों ने हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी है लेकिन दुर्भाग्य है कि पुलवामा हमले को लेकर राजनीति शुरू हो गई है।
ममता बनर्जी ने कहा कि इसके पहले हुए मुंबई हमले और पठानकोट हमले पर केंद्र सरकार ने जो कुछ भी कार्रवाई की उसका समर्थन हम लोगों ने किया है। उन्होंने कहा कि जो जरूरी हो वह कार्रवाई जरूर की जाए। देश की सेना का मनोबल किसी भी तरह से नहीं गिरना चाहिए क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय है।
संसदीय समिति की बैठक पर सवाल उठाते हुए ममता ने कहा कि यह बैठक सर्वदलीय होनी चाहिए थी न कि संसदीय समिति की। ममता ने कहा कि यदि इसके पीछे पाकिस्तान का हाथ है तो जरूर केंद्र सरकार को उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
इस दौरान ममता बनर्जी ने एनएसए अजीत डोवाल पर निशाना साधते हुए कहा, हमें जानने का अधिकार है कि आखिर हुआ क्या था, एनएसए क्या कर रहे थे? इतने बड़े हमले की खबर उन्हें नहीं थी? इसके पीछे कौन है, इसकी जांच बेहद जरूरी है। आगे उन्होंने कहा, यह खुफिया विभाग की विफलता है। इतने सारे वाहन एक साथ क्यों जा रहे थे। ममता ने कहा कि हम लोगों ने हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी है लेकिन दुर्भाग्य है कि पुलवामा हमले को लेकर राजनीति शुरू हो गई है।
ममता बनर्जी ने कहा कि इसके पहले हुए मुंबई हमले और पठानकोट हमले पर केंद्र सरकार ने जो कुछ भी कार्रवाई की उसका समर्थन हम लोगों ने किया है। उन्होंने कहा कि जो जरूरी हो वह कार्रवाई जरूर की जाए। देश की सेना का मनोबल किसी भी तरह से नहीं गिरना चाहिए क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय है।
संसदीय समिति की बैठक पर सवाल उठाते हुए ममता ने कहा कि यह बैठक सर्वदलीय होनी चाहिए थी न कि संसदीय समिति की। ममता ने कहा कि यदि इसके पीछे पाकिस्तान का हाथ है तो जरूर केंद्र सरकार को उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।