पंचायत ने रेप पीड़िता को सुनाया फरमान- गंगा नहाकर गांव की दावत करो

Published on: January 24, 2019
रायपुर। झारखंड में एक दुष्कर्म पीड़िता द्वारा खुदकुशी करने की कोशिश का मामला सामने आया है। हालांकि पीड़िता को बचा लिया गया है और अस्पताल में भर्ती है। बता दें कि पीड़िता ने जहर खाकर खुदकुशी करने का प्रयास किया। वहीं जब युवती से खुदकुशी की वजह जानने की कोशिश की गई तो पीड़िता ने बताया कि पंचायत के फरमान की वजह से उसने यह कदम उठाया।

पीड़िता ने बताया कि करीब डेढ़ महीने पहले गांव के एक शख्स ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। पुलिस से शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया लेकिन उसके बाद से पंचायत उसे परेशान कर रही है।

मेरा प्रखंड की रहने वाली पीड़िता के साथ डेढ़ महीने पहले गांव के एक शख्स ने दुष्कर्म किया था। मामला पुलिस तक पहुंचा तो आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया लेकिन इसके बाद से पंचायत ने परेशान करना शुरू कर दिया। 

पीड़िता ने बताया कि इस पूरे मामले के बाद पंचायत ने महिला को फरमान सुनाया कि पहले गंगा स्नान करो। फिर पूजा पाठ कराकर पूरे गांव को भोजन करवाओ। इसके साथ ही पांच लाख का जुर्माना भरो। पंचायत के इस तुगलकी फरमान के बाद ही पीड़िता ने जहर खा लिया। हालांकि पीड़िता के परिजनों ने उसे बचा लिया।

इस मामले पर पंचायत का कहना है कि महिला का पति बाहर काम करता है। ऐसे में महिला का गांव के ही दूसरे शख्स से अवैध संबंध थे। हालांकि दोनों को इस बारे में समझाया लेकिन कुछ ऐसा हुआ कि महिला ने शख्स पर दुष्कर्म का आरोप लगा दिया। इसके बाद पुलिस ने शख्स को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं तुगलकी फरमान की बात पर पंचों ने कहा कि उन्होंने महिला से गंगा स्नान और भोज की बात तो कही है। लेकिन पांच लाख जुर्माने की बात सरासर झूठ है। महिला के पति ने घरेलू मामला बताते हुए तूल न देने की बात कही है। 

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