बुलंदशहर। स्याना के गांव महाब में हुई गोकशी मामले में नया मोड़ आ गया है। जांच मे सबूत नहीं मिलने की वजह से पुलिस गोकशी के आरोप में जेल भेजे गए चार लोगों को निर्दोष बता रही है। 14 दिन पूर्व जेल गए चारों निर्दोष लोगों को छोड़ने की प्रक्रिया चल रही है। इनके परिजनों ने खुदा का शुक्रिया अदा किया। पुलिस द्वारा जेल भेजे गए चार आरोपियों में से एक मुंबई तो एक फरीदाबाद में काम करता था।
गोकशी के मामले में जेल गए निर्दोष बन्ने खां निवासी अहमदगढ़ के परिजन घर पर नहीं मिले। इस दौरान उसके पड़ोसी अफसर खां ने बताया कि वह निर्दोष है। ग्राम प्रधान अमित चौधरी का कहना था कि बन्ने करीब एक माह से घर नहीं आया था, वह कहीं बाहर रहकर काम कर रहा था।
वहीं, गोकशी में आरोपी बनाए गए स्याना निवासी सरफुद्दीन के भतीजे सुहैल ने बताया कि उसके चाचा निर्दोष हैं। अब उन्हें इंसाफ मिल गया है। वह ग्रेजुएट हैं और एमबीए करने के बाद स्याना में एक कपड़े की दुकान चलाते हैं। दूसरी ओर गोकशी में आरोपी बनाए गए साजिद हरियाणा के फरीदाबाद में रह कर काम करता है। उसका परिवार भी पिछले 12 साल से फरीदाबाद में ही रह रहा है।
जबकि, औरंगाबाद के मोहल्ला दिल्ली दरवाजा निवासी आसिफ पिछले दो वर्ष से मुंबई में रहकर घड़ी बेचता है। अभी हाल ही में वह 30 नवंबर को मुंबई से लौटा था और एक दिसंबर से तीन दिसंबर तक इज्तमा में रहा था। स्याना बवाल के दौरान भी वह इज्तमा स्थल पर ही था। परिजन उसकी बेगुनाही को लेकर अधिकारियों के दर पर चक्कर लगा रहे थे।
बुलंदशहर हिंसा मामले का मुख्य आरोपी बजरंग दल का कार्यकर्ता योगेश राज अभी भी फरार है। वहीं, पुलिस ने मंगलवार को तीन लोगों- नदीम, रहीस और काला को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक तीनों ने गोकशी की बात स्वीकार कर ली है।
गोकशी के मामले में जेल गए निर्दोष बन्ने खां निवासी अहमदगढ़ के परिजन घर पर नहीं मिले। इस दौरान उसके पड़ोसी अफसर खां ने बताया कि वह निर्दोष है। ग्राम प्रधान अमित चौधरी का कहना था कि बन्ने करीब एक माह से घर नहीं आया था, वह कहीं बाहर रहकर काम कर रहा था।
वहीं, गोकशी में आरोपी बनाए गए स्याना निवासी सरफुद्दीन के भतीजे सुहैल ने बताया कि उसके चाचा निर्दोष हैं। अब उन्हें इंसाफ मिल गया है। वह ग्रेजुएट हैं और एमबीए करने के बाद स्याना में एक कपड़े की दुकान चलाते हैं। दूसरी ओर गोकशी में आरोपी बनाए गए साजिद हरियाणा के फरीदाबाद में रह कर काम करता है। उसका परिवार भी पिछले 12 साल से फरीदाबाद में ही रह रहा है।
जबकि, औरंगाबाद के मोहल्ला दिल्ली दरवाजा निवासी आसिफ पिछले दो वर्ष से मुंबई में रहकर घड़ी बेचता है। अभी हाल ही में वह 30 नवंबर को मुंबई से लौटा था और एक दिसंबर से तीन दिसंबर तक इज्तमा में रहा था। स्याना बवाल के दौरान भी वह इज्तमा स्थल पर ही था। परिजन उसकी बेगुनाही को लेकर अधिकारियों के दर पर चक्कर लगा रहे थे।
बुलंदशहर हिंसा मामले का मुख्य आरोपी बजरंग दल का कार्यकर्ता योगेश राज अभी भी फरार है। वहीं, पुलिस ने मंगलवार को तीन लोगों- नदीम, रहीस और काला को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक तीनों ने गोकशी की बात स्वीकार कर ली है।