राजस्थान में 19 दिन से हड़ताल कर रहे रोडवेजकर्मी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने प्रदर्शन करने जा रहे हैं। इस खबर से प्रशासन परेशान हो गया है। रोडवेज कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अनदेखी और वादाखिलाफी से नाराज होकर फैसला किया है कि वे 6 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी की रैली में अजमेर में प्रदर्शन करेंगे और उन्हें अपनी समस्याएं बताएंगे।
पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार रोडवेज यूनियन एटक के प्रदेशाध्यक्ष एमएल यादव ने बताया कि 6 अक्टूबर को अजमेर में होने वाली प्रधानमंत्री मोदी की रैली में 52 डिपो से संयुक्त मोर्चे के रोडवेज कर्मी अजमेर पहुंचेंगे और प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही रोडवेज फेडरेशन के कर्मचारी भी अजमेर पहुंचकर प्रधानमंत्री को ज्ञापन देंगे।
रोडवेज कर्मचारियों की इस घोषणा के बाद प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। अजमेर में प्रधानमंत्री की रैली और सभास्थल के आसपास सुरक्षा के इंतजाम कड़े किए जा रहे हैं। इसके अलावा, प्रधानमंत्री की सभी से पहले ही रोडवेजकर्मियों की नाराजगी भी दूर करने की योजना पर काम किया जा रहा है।
इस बीच रोडवेज कर्मचारियों से कांग्रेस नेताओं ने संपर्क साधना शुरू कर दिया है। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने सिंधी कैंप बस अड्डा पहुंचकर धरने पर बैठे रोडवेज बस कर्मचारियों से मुलाक़ात की है। पायलट ने वसुंधरा सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि 18 दिनों से कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को उनकी समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है।
पायलट ने वादा किया कि चुनावों बाद कांग्रेस की सरकार बनेगी तो रोडवेज कर्मचारियों की सारी वाजिब मांगें प्राथमिकता के आधार पर पूरी की जाएंगी।
पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार रोडवेज यूनियन एटक के प्रदेशाध्यक्ष एमएल यादव ने बताया कि 6 अक्टूबर को अजमेर में होने वाली प्रधानमंत्री मोदी की रैली में 52 डिपो से संयुक्त मोर्चे के रोडवेज कर्मी अजमेर पहुंचेंगे और प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही रोडवेज फेडरेशन के कर्मचारी भी अजमेर पहुंचकर प्रधानमंत्री को ज्ञापन देंगे।
रोडवेज कर्मचारियों की इस घोषणा के बाद प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। अजमेर में प्रधानमंत्री की रैली और सभास्थल के आसपास सुरक्षा के इंतजाम कड़े किए जा रहे हैं। इसके अलावा, प्रधानमंत्री की सभी से पहले ही रोडवेजकर्मियों की नाराजगी भी दूर करने की योजना पर काम किया जा रहा है।
इस बीच रोडवेज कर्मचारियों से कांग्रेस नेताओं ने संपर्क साधना शुरू कर दिया है। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने सिंधी कैंप बस अड्डा पहुंचकर धरने पर बैठे रोडवेज बस कर्मचारियों से मुलाक़ात की है। पायलट ने वसुंधरा सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि 18 दिनों से कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को उनकी समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है।
पायलट ने वादा किया कि चुनावों बाद कांग्रेस की सरकार बनेगी तो रोडवेज कर्मचारियों की सारी वाजिब मांगें प्राथमिकता के आधार पर पूरी की जाएंगी।