राजस्थान में रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के 11 दिन बाद भी सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया जिस कारण कर्मचारियों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। हड़ताल के समर्थन में गुरुवार से जयपुर में रोडवेज मुख्यालय के कर्मचारी भी दो दिन के सामूहिक अवकाश पर चले गए। पत्रिका के अनुसार, 54 साल में पहली बार रोडवेज मुख्यालय के कर्मचारी हड़ताल पर गए हैं।
प्रदेशभर में 52 डिपो के मुख्य प्रबंधक भी एक दिन के आकस्मिक अवकाश पर चले गए। इस दौरान मुख्यालय पर सरकार की ओर से प्रतिनियुक्ति पर लगाए गए अधिकारी और सेवानिवृत कर्मचारी ही काम पर दिखे।
प्रदेश में 19 हजार रोडवेज कर्मचारियों में से तकरीबन महज 150 कर्मचारी ही गुरुवार को काम पर रहे। सुबह सभी कर्मचारी रोडवेज मुख्यालय आए तो सही, लेकिन अंदर नहीं गए और बाहर खड़े होकर सरकार और परिवहन मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। हड़ताल के चलते चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी काम पर नहीं आए। दोपहर बाद आला अधिकारियों के ड्राइवरों ने भी कर्मचारियों के समर्थन में आकर अधिकारियों को वाहनों की चाबी सौंप दी।
इसके बाद कर्मचारियों ने गार्ड से चाबी छीन ली और कार्यालय के गेट का ताला नहीं खुलने दिया। पत्रिका के अनुसार, इस दौरान रोडवेज एमडी सांवरमल वर्मा, ईडीटी यूडी खान, ईडीए एमएस रतनू आ गए, पर कर्मचारियों ने ताला नहीं खोला। डेढ़ घंटे तक अधिकारी बाहर ही खड़े होकर दफ्तर खुलने का इंतजार करते रहे, लेकिन बाद में उन्हें लौटना ही पड़ा।
बाद में पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर काफी मुश्किल से ताला खुलवाया। इसके बाद रोडवेज एमडी और अन्य अधिकारी मुख्यालय पहुंच सके।
प्रदेशभर में 52 डिपो के मुख्य प्रबंधक भी एक दिन के आकस्मिक अवकाश पर चले गए। इस दौरान मुख्यालय पर सरकार की ओर से प्रतिनियुक्ति पर लगाए गए अधिकारी और सेवानिवृत कर्मचारी ही काम पर दिखे।
प्रदेश में 19 हजार रोडवेज कर्मचारियों में से तकरीबन महज 150 कर्मचारी ही गुरुवार को काम पर रहे। सुबह सभी कर्मचारी रोडवेज मुख्यालय आए तो सही, लेकिन अंदर नहीं गए और बाहर खड़े होकर सरकार और परिवहन मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। हड़ताल के चलते चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी काम पर नहीं आए। दोपहर बाद आला अधिकारियों के ड्राइवरों ने भी कर्मचारियों के समर्थन में आकर अधिकारियों को वाहनों की चाबी सौंप दी।
इसके बाद कर्मचारियों ने गार्ड से चाबी छीन ली और कार्यालय के गेट का ताला नहीं खुलने दिया। पत्रिका के अनुसार, इस दौरान रोडवेज एमडी सांवरमल वर्मा, ईडीटी यूडी खान, ईडीए एमएस रतनू आ गए, पर कर्मचारियों ने ताला नहीं खोला। डेढ़ घंटे तक अधिकारी बाहर ही खड़े होकर दफ्तर खुलने का इंतजार करते रहे, लेकिन बाद में उन्हें लौटना ही पड़ा।
बाद में पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर काफी मुश्किल से ताला खुलवाया। इसके बाद रोडवेज एमडी और अन्य अधिकारी मुख्यालय पहुंच सके।