करीब ढाई महीने की जद्दोजहद के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जिस नेता को राजस्थान में भाजपा की सरकार दोबारा बनवाने के लिए कमान सौंपने का निश्चय किया था, उसी नेता ने अब न केवल मॉब लिंचिंग का समर्थन कर दिया है, बल्कि इतिहास को लेकर ऐसा तथ्य भी गढ़ दिया है कि बड़े-बड़े इतिहासकार चकरा जाएंगे।
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बात राजस्थान भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी की है जिन्होंने बाबर और हुमायूं को लेकर ऐसा बयान दिया है जिसकी पुष्टि आज तक कोई इतिहासकार नहीं कर सका है और न कर सकेगा।
मदनलाल सैनी ने कहा है कि जब हुमायूं मरने वाला था तब उसने बाबर को बुलाया था और कहा था कि अगर तुम हिंदुस्तान पर लंबे समय तक राज करना चाहते हो तो तीन बातों का हमेशा ध्यान रखना और वो तीन बाते हैं: गाय, ब्राह्मण और महिलाओं की इज्जत करना।
राजस्थान भाजपा में अब तक गुमनाम रहे मदनलाल सैनी प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद भी लो-प्रोफाइल और आधारविहीन नेता माने जाते हैं। ऐसे में चर्चा में आने के लिए उन्होंने गलतबयानी और विवादास्पद बयान देने का तरीका चुना है, लेकिन इसमें उन्होंने बुनियादी ऐतिहासिक तथ्यों की भी अनदेखी कर दी। कई लोग इसे उनके इतिहास के ज्ञान पर भी सवाल उठाने लगे हैं।
मदनलाल सैनी ये भूल गए कि बाबर हुमायूं का पिता था और बाबर की मौत हुमायूं की मौत से करीब 25 साल पहले हो गई थी।
संसद के उच्च सदन के सदस्य मदनलाल सैनी ने 24 जुलाई को जयपुर में एक बयान में इतिहास का ऐसा अपमान किया था। दरअसल वो मॉब लिंचिंग का परोक्ष रूप से समर्थन कर रहे थे और मॉब लिंचिंग के शिकार लोगों को गौ-तस्कर बताने की रौ में इतना बह गए कि उन्हें इतिहास के सामान्य तथ्यों की भी परवाह नहीं रही।
मदनलाल सैनी मॉब लिंचिंग के शिकार लोगों को गौ-तस्कर बताते हुए यह भी कह गए कि औरंगजेब के समय भी गौहत्या बंद थी। हालांकि भाजपा और आरएसएस औरंगजेब को हिंदू विरोधी शासक के तौर पर पेश करता रहा है, लेकिन मदनलाल सैनी ऐसे में औरंगजेब की प्रशंसा भी कर गए।
मदनलाल सैनी ने अलवर में मॉब लिंचिंग के शिकार अकबर को गौतस्कर भी बताया और कहा कि स्थानीय लोगों की भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए। भाजपा के स्थानीय विधायक भी हत्यारी भीड़ का समर्थन कर चुके हैं। विवादों में रहने वाले विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने भी कहा कि अकबर गौतस्कर नहीं था तो वो रात को क्यों जा रहा था।
मदनलाल सैनी ने ये भी कहा कि मुस्लिम बादशाहों ने कभी गौ-हत्या को मंजूरी नही दी। खुद सैनी ये बात भूल गए कि एनडीए के शासन में ही बीफ के निर्यात में भारत पूरी दुनिया में अव्वल है और चुनाव के पहले बीफ निर्यात पर पाबंदी लगाने का वादा करने वाले नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री पिछले चार साल से ज्यादा समय से हैं।