संस्कृति

April 16, 2019
नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी के 2014 में सत्ता में आने के बाद वैचारिक हमले तेज कर दिए हैं। शिक्षा, नौकरी व देश से भाग रहे उद्योगपतियों को रोकने में नाकाम रही मोदी सरकार ने लोगों को आँबेडकर जैसे महापुरुष की किताबों की छपाई भी बंद करा दी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, संविधान निर्माता भीमराव आंबेडकर पर आधारित अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित ‘कलेक्टेड वर्क्स ऑफ बाबासाहेब डॉक्टर आंबेडकर’ का प्रकाशन रुक...
April 16, 2019
विश्व इतिहास की पहली साम्राज्यवादी शक्ति अंग्रेज नहीं थे। इतिहास साम्राज्यों की दास्तानों से भरा पड़ा है। हम सब पुर्तगाली, रोमन, फ्रांसीसी, उस्मानियाई, जर्मन इत्यादि साम्राज्यों की रक्त रंजित दास्तानों से बखूबी परिचित हैं, लेकिन यह भी सत्य है कि अंग्रेजी साम्राज्य एक विशिष्ट स्थान रखता है। यह साम्राज्य ज्यादा व्यापक स्थायी और निरंतरता लिये था। अंग्रेज़ी साम्राज्य के ज्यादा टिकाऊ होने का सबसे बड़ा...
April 13, 2019
ब्राह्मण प्रिविलेज क्या है? 1) अगर मैं ब्राह्मण हूं तो समाज में मुझे आदर मिलेगा और मेरे नाम के साथ जी या पंडित जोड़ा जाएगा 2) अगर मैं ब्राह्मण हूं तो मुझे देश की किसी भी हाउसिंग सोसायटी में घर मिलने में दिक्कत नहीं होगी. 3) सारे पब्लिक स्पेसेस मेरे लिए खुले होंगे. 4) देश भर में हर जगह मेरी सांस्कृतिक अभिरुचि का भोजन परोसने वाले रेस्टोरेंट मिल जाएंगे. 5) अगर मेरे पड़ोसी या को-...
April 9, 2019
अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में भारतीय दूतावास के बाहर सैकड़ों भारतीय सामाजिक कार्यकर्ताओं और अलग-अलग संगठनों के द्वारा एक बड़ा विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया. ये विरोध प्रदर्शन मोदी सरकार की लगातार बढ़ती ज्यादतियों के ख़िलाफ़ किया गया. विरोध प्रदर्शन में शामिल मनोज ने हमें इस विरोध प्रदर्शन की सूचना भेजी और इसके कारणों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यदि हम मोदी सरकार के पिछले पाँच वर्षों के...
April 4, 2019
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में शुरू हुए काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट के चलते कई लोगों के घर उनकी आंखों के सामने ध्वस्त हो गए। इतना ही नहीं अब यह ध्वस्तीकरण क्रारमाइकेल लाइब्रेरी तक पहुंच चुका है। काशी जिस प्राचीनतम संस्कृति के लिए विख्यात है, कॉरीडोर प्रोजेक्ट उसे पूरी तरह से लील रहा है।  2014 में स्वघोषित गंगा मां के लाल बनकर वाराणसी पहुंचे नरेंद्र...
March 30, 2019
सुलतानपुर: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर शहर के गोराबारिक इलाके में स्थित एक निजी विद्यालय के वार्षिकोत्सव में पहुंची पद्मश्री उपाधि से अलंकृत सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ ने लोगों को जागरुक करते हुए अपनी बात रखी। तीस्ता सीतलवाड ने कहा कि कहा कि जनता को सवाल पूछने की आदत डालनी होगी।  तीस्ता ने कहा कि नई पीढ़ी को जागरूक होना होगा। देश की साझा संस्कृति और भाईचारा कायम रखने के लिए अपनी...
March 26, 2019
(वरिष्ठ पत्रकार विश्वनाथ गोकर्ण काशी के नगीना हैं। सैंकडों वर्ष से महात्म्य के कारण देश के कई भागों के लोग काशी के विभिन्न मोहल्ले में बसे हैं। आम तौर पर देश के विभिन्न भागों के राजे, महाराजे, जमींदार, समृद्ध लोग 'काशी-वास' के लिए भवन निर्माण करते और अपने इलाके के ब्राह्मणों को रहने के लिए दे देते थे। काशी का कॉस्मोपोलिटन चरित्र इस वजह से रहा है।) इन दिनों वर्चुअल वर्ल्ड में एक वीडियो...
March 23, 2019
आज के अखबारों में मुझे दो खबरों का इंतजार था। एक तो कल पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस के मौके पर आयोजित समारोहों का भारत सरकार द्वारा बायकाट किया जाना और फिर रात में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का यह ट्वीट की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस पर वहां की जनता के लिए शुभकामना संदेश भेजा है और आतंक हिंसा से मुक्त माहौल में शांतिपूर्ण ... क्षेत्र की अपील की है। दूसरी खबर...
March 22, 2019
लखनऊ...18वीं सदी खत्म हो चली थी...अवध के नवाब वाजिद अली शाह को ये इल्म भले ही न हो कि वो अवध के आख़िरी नवाब होने वाले हैं, उनको ये इल्म ज़रूर था कि अवध और हिंद की गंगा जमुनी तहज़ीब ही, इस मिट्टी की असल बू है...जिसमें रंग, यहां के त्योहारों से आता है...और फिर जब त्योहार ही रंगों का हो, तो वाजिद अली शाह कैसे पीछे रहते...उन्होंने ही तो कुछ होली पहले, ठुमरी लिख डाली थी... 'मोरे कान्हा जो आए...
March 21, 2019
हम प्रगतिशील विचारधारा के लोग अक्सर त्योहार मनाने व बधाई देने से बचते हैं। यह बात सही है कि कई सालों से हर त्यौहार आने पर दिल बहुत बोझिल होता है। हमारे कितने ही लड़ाकू साथी जेलों में तन्हाईयां भुगत रहे हैं।   एक युवा साथी इन सबसे अलग गंगा संरक्षण के लिए डेढ़ सौ दिन से मात्र नींबू पानी पर हैं तो इस भारी मन से हम त्यौहार भी कैसे मनाएं? फिर भी लगता है कि होली आज की परिस्थिति...