कोलकाता। पश्चिम बंगाल में गुरुवार को छठे चरण की वोटिंग चल रही है। 4 जिलों की 43 विधानसभा सीटों पर आज वोटिंग की जा रही है। कोरोना काल में भी पोलिंग बुथ के बाहर भारी संख्या में लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है। सुबह 7 बजे से पहले ही लोग वोट डालने के लिए पहुंच चुके हैं। एक करोड़ से भी ज्यादा मतदाता मुकुल राय व उनके बेटे सहित 306 उम्मीदवारों की राजनीतिक भविष्य का फैसला करने वाले हैं।
गुरुवार को जिन 43 सीटों पर वोटिंग की जाएगी, जिसमें उत्तर 24 परगना की 17 सीटों के अलावा नादिया जिला से 9 सीट, उत्तर दिनाजपुर जिला से 9 सीट और पूर्ब बर्द्धमान से 8 सीट शामिल है।
छठे चरण में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय की प्रतिष्ठा दांव पर है। वह टीएमसी की प्रत्याशी और ऐक्टर कौशानी मुखर्जी के प्रतिद्वंद्वी हैं। 2007 में पार्टी बदलने से पहले वह टीएमसी की तरफ से राज्यसभा के सदस्य थे। मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु रॉय भी भाजपा के टिकट पर बीजापुर से चुनाव लड़ रहे हैं।
ममता बनर्जी के दो वरिष्ठ मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्या और ज्योतिप्रिया मलिक भी इसी चरण में मैदान में हैं। मलिक का मुकाबला भाजपा के राहुल सिन्हा से है। बता दें कि राहुल सिन्हा को ही विवादित टिप्पणी के लिए चुनाव आयोग ने 48 घंटे के लिए प्रचार करने से रोक दिया था।
वहीं सबसे अहम इस चरण में सबकी नजर मतुआ समुदाय पर है। नॉर्थ 24 परगना की 17 और नदिया की 9 सीटों पर यह समुदाय वर्चस्व रखता है और राजनीतिक दिशा तय करने का माद्दा रखता है।
दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस का कहर भी जारी है। 21 अप्रैल को पहली बार यहां 10 हजार से ज्यादा नए मामले देखने को मिले थे। जबकि 58 लोगों की मौत हो गई थी। बंगाल में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 63,496 पहुंच चुकी है। वहीं, पिछले चरणों में हुई हिंसा को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी की गई है।
खास है कि इससे पहले 27 मार्च को 30 सीटों के लिए पहले चरण का मतदान हुआ था। इसके बाद 1 अप्रैल को 30 सीटों पर दूसरे चरण, 6 अप्रैल को 31 सीटों पर तीसरे चरण, 10 अप्रैल को 44 सीटों पर चौथे चरण, 17 अप्रैल को 45 सीटों पर पांचवे चरण की वोटिंग हो चुकी है। 26 व 29 अप्रैल को क्रमशः सातवें व आठवें चरण का मतदान होना है।
गुरुवार को जिन 43 सीटों पर वोटिंग की जाएगी, जिसमें उत्तर 24 परगना की 17 सीटों के अलावा नादिया जिला से 9 सीट, उत्तर दिनाजपुर जिला से 9 सीट और पूर्ब बर्द्धमान से 8 सीट शामिल है।
छठे चरण में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय की प्रतिष्ठा दांव पर है। वह टीएमसी की प्रत्याशी और ऐक्टर कौशानी मुखर्जी के प्रतिद्वंद्वी हैं। 2007 में पार्टी बदलने से पहले वह टीएमसी की तरफ से राज्यसभा के सदस्य थे। मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु रॉय भी भाजपा के टिकट पर बीजापुर से चुनाव लड़ रहे हैं।
ममता बनर्जी के दो वरिष्ठ मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्या और ज्योतिप्रिया मलिक भी इसी चरण में मैदान में हैं। मलिक का मुकाबला भाजपा के राहुल सिन्हा से है। बता दें कि राहुल सिन्हा को ही विवादित टिप्पणी के लिए चुनाव आयोग ने 48 घंटे के लिए प्रचार करने से रोक दिया था।
वहीं सबसे अहम इस चरण में सबकी नजर मतुआ समुदाय पर है। नॉर्थ 24 परगना की 17 और नदिया की 9 सीटों पर यह समुदाय वर्चस्व रखता है और राजनीतिक दिशा तय करने का माद्दा रखता है।
दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस का कहर भी जारी है। 21 अप्रैल को पहली बार यहां 10 हजार से ज्यादा नए मामले देखने को मिले थे। जबकि 58 लोगों की मौत हो गई थी। बंगाल में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 63,496 पहुंच चुकी है। वहीं, पिछले चरणों में हुई हिंसा को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी की गई है।
खास है कि इससे पहले 27 मार्च को 30 सीटों के लिए पहले चरण का मतदान हुआ था। इसके बाद 1 अप्रैल को 30 सीटों पर दूसरे चरण, 6 अप्रैल को 31 सीटों पर तीसरे चरण, 10 अप्रैल को 44 सीटों पर चौथे चरण, 17 अप्रैल को 45 सीटों पर पांचवे चरण की वोटिंग हो चुकी है। 26 व 29 अप्रैल को क्रमशः सातवें व आठवें चरण का मतदान होना है।