अखिलेश यादव का अन्न संकल्प: किसानों को 300 यूनिट फ्री बिजली के साथ ब्याज मुक्त लोन

Written by Navnish Kumar | Published on: January 18, 2022
समाजवादी पार्टी ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को हटाने व हराने के लिए अन्न संकल्प लिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गेहूं व चावल हाथ में लेकर संकल्प लेते हुए, पार्टी नेताओं और किसानों से अपील की कि वे सब अन्न संकल्प लें कि किसानों पर अत्याचार और अन्याय करने वाली भाजपा सरकार को हटाएं और हराएं। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार आने पर न सिर्फ़ सभी फसलों के लिए एमएसपी घोषित की जाएगी बल्कि सिंचाई के लिए 300 यूनिट मुफ्त बिजली, ब्याज मुक्त लोन और किसानों के लिये पेंशन और बीमा का प्रावधान किया जाएगा। लखीमपुर खीरी के किसान नेता तेजिंदर सिंह विर्क ने अखिलेश यादव को अन्न संकल्प दिलाया।



किसान नेता तेजिंदर सिंह विर्क के साथ पार्टी प्रदेश दफ्तर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में गेहूं और चावल हाथ में लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि तीन काले कानून के जरिए किसानों पर ज्यादती करने वालों को प्रदेश भर के किसान हराने और हटाने का संकल्प लेते हैं। उन्होंने कहा कि सभी फसलों के लिए एमएसपी, सिंचाई के लिए 300 यूनिट मुफ्त बिजली, किसानों को पेंशन और बीमा सुविधा प्रदान करने की घोषणा पार्टी मेनिफेस्टो में की जाएगी। इसके अलावा गन्ना किसानों के बकाए की पाई पाई का भुगतान सरकार में आने के 15 दिनों के भीतर किया जाएगा, इसके लिए फार्मर रिवाल्विंग फंड बनाया जाएगा। इसको हम कैसे करेंगे, इसकी डिटेल घोषणापत्र में देंगे। अखिलेश ने कहा कि भाजपा के घोषणापत्र के बाद सपा अपना घोषणा पत्र जारी करेगी। अन्न संकल्प के दौरान पार्टी कार्यालय में जय जवान जय किसान के नारे भी लगाए गए।

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि लखीमपुर खीरी के तिकुनिया कांड में तेजिंदर सिंह विर्क को कुचल देने की साजिश थी। घटना में विर्क गंभीर रूप से घायल हुए। किसानों ने इन्हें अस्पताल पहुंचाया, इलाज हुआ और भगवान ने बचा लिया। यादव ने कहा कि तेजिंदर विर्क ने किसानों के लिए लड़ाई लड़ी, संघर्ष किया और किसानों ने अपने संघर्ष से भाजपा सरकार को झुकाने का काम किया। 

भाजपा सरकार ने जो तीन काले कानून किसानों पर थोपे थे, उससे खेती बर्बाद हो जाती, जमीन छिन जाती, किसान बर्बाद हो जाता, फसलों का कंट्रोल दूसरों के हाथ में चला जाता। यादव ने कहा कि आंदोलन के दौरान किसान शहीद हुए, उनकी जान गई, झूठे मुकदमे लगे, भाजपा के लोगों ने किसानों को अपमानित किया लेकिन किसान पीछे नहीं हटे। अंत में वोट के लिए भाजपा को काले कानून वापस लेने पड़े। कहा कि कल तक जो काले कानूनों के पक्ष में थे, वही अब कह रहे हैं कि किसान हित में कानून वापस लिए गए। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के घोषणापत्र में हम शामिल करेंगे कि सभी फसलों की एमएसपी दी जाएगी और गन्ना किसानों का 15 दिन में भुगतान कराया जाएगा, उसके लिए सरकार रिवाल्विंग फंड बनाएगी। साथ ही 300 यूनिट घरेलू बिजली फ्री और किसानों की सिंचाई पूरी तरह से मुफ्त करेंगे। साथ ही किसानों को ब्याज मुक्त लोन देने का काम करेगी।

उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर लगाए गए मुकदमों को वापस लिया जाएगा और जिन किसानों की जान गई है उनके परिजनों को 25-25 लाख रुपए देकर मदद की जाएगी। आरोप लगाया कि भाजपा ने आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन किसानों पर जीप चढ़ाने कर जान लेने का काम किया है। 

सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा को बताना चाहिए कि किसानों की आय दोगुनी क्यों नहीं हुई। उन्होंने वादा किया था कि 2022 में किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी पर अब तक नहीं हुई बल्कि डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ा दिए गए। खाद समय से नहीं मिल रही है। किसान परेशान हैं और उल्टे जिन लोगों ने किसानों को कुचलकर मार दिया, भाजपा ने उन्हें संरक्षण देने का ही काम किया। यादव ने कहा कि हम घोषणापत्र में उन तमाम बिंदुओं को भी रखेंगे, जिनके जरिए इन घोषणाओं को पूरा करेंगे। हम किसानों और अपने नेताओं से अपील करते हैं कि वे सभी ‘अन्न संकल्प‘‘ से जुड़े और भाजपा को हटाने और हराने में जुटे। 

एक सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर छुट्टा जानवरों के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। छुट्टा जानवर किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। लोगों की जान ले रहे हैं, लेकिन बीजेपी सरकार इन्हें नहीं पकड़ रही है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में जानवरों के हमले में सबसे ज्यादा जान उत्तर प्रदेश में गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने झूठे वादे किए, मां गंगा से झूठ बोला लेकिन नदियों की सफाई नहीं की। सपा सरकार में सभी नदियों को साफ किया जाएगा। अखिलेश यादव ने कहा कि गोमती रिवरफ्रंट और वरुणा नदी की सफाई एक उदाहरण है। नदियां इसी तरह साफ हो सकती हैं। हमने गोमती रिवरफ्रंट इसलिए बनवाया था, जिससे शहर का गंदा पानी नदी में न जाए और नदी शहर में पूरी तरह से साफ हो लेकिन बीजेपी ने सब बर्बाद कर दिया।

उधर, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार समाजवादी पार्टी के अन्न संकल्प पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि ”दंगाइयों, अपराधियों और आतंकवादियों का हाथ थामने वाले लोग आज ‘अन्न’ को हाथ में लेकर अन्नदाता के हितचिंतक होने का स्वांग कर रहे हैं। प्रदेश जानता है कि प्रतिकूल मौसम से अधिक इनके शासनकाल में हुए दंगों ने ही किसानों को हानि पहुंचाई है। ये तो सिर्फ़ ‘जिन्ना प्रेमी’ हैं…।” योगी ने ट्वीट करके कहा है कि ”मैं प्रदेशवासियों को आश्वस्त करता हूं कि जनता-जनार्दन के आशीर्वाद से जब 10 मार्च को भारतीय जनता पार्टी पुनः प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाएगी तो वह फिर से पेशेवर गुंडों व अपराधियों पर वैसे ही टूटेगी, जैसे पहले इन्हें बिल के अंदर घुसाया था”।

खास है कि 2017 में सत्ता में आने के बाद योगी सरकार ने समुदाय विशेष के लोगों को निशाना बनाने के लिये यूपी पुलिस का अपराधीकरण करके हुये ‘ठोको नीति’ पर अमल करने का दिशा-निर्देश जारी किया था। बड़ी संख्या में हुए मुठभेड़ों को फर्जी बताते हुए अखिलेश यादव अक्सर ‘ठोको सरकार’ कहकर योगी को घेरते रहे हैं।

Related:

बाकी ख़बरें