हनुमान धाम को भीम आर्मी से 'बचाने' के लिए यूपी के मुजफ्फरनगर में बढ़ाई गई सुरक्षा

Written by Sabrangindia Staff | Published on: December 8, 2018
मुजफ्फरनगर: यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ द्वारा भगवान हनुमान की जाति बताए जाने के बाद दलितों द्वारा हनुमान मंदिरों पर कब्जे जारी हैं। योगी आदित्यनाथ द्वारा हनुमान को दलित बताए जाने के बाद जहां भीम आर्मी ने दलित समुदाय के लोगों से सभी हनुमान मंदिरों पर कब्‍जा करने का आह्वान किया, वहीं कुछ दक्षिणपंथी समूहों ने उन्‍हें कानूनी नोटिस भेजा और हनुमान को दलित बताने पर माफी मांगने को भी कहा। 

अनुसूचित जनजाति राष्ट्रीय आयोग (NCST) के प्रमुख नंद कुमार साई ने भी बीते सप्‍ताह हनुमान को आदिवासी बताया था। इन सबके बीच यूपी के मुजफ्फरनगर स्थित शुक्रताल में 'हनुमान धाम' की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यह कदम भीम आर्मी की चेतावनी के मद्देनजर उठाया गया है, जिसके प्रमुख चंद्रशेखर ने बीते रविवार को कहा था कि दलित समुदाय के लोगों को सभी हनुमान मंदिरों पर कब्‍जा कर लेना चाहिए और इन मंदिरों में दलितों को पुजारी नियुक्‍त करना चाहिए।

उनकी इस चेतावनी के बाद 'हनुमान धाम' की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि पीएसी और पुलिस टीम हनुमान धाम में तैनात की गई है, ताकि भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को मंदिर पर कब्‍जा करने के प्रयास से रोका जा सके।

योगी आदित्यनाथ द्वारा हनुमान को दलित बताए जाने के बाद दलितों ने आगरा में हनुमान मंदिर पर कब्जा कर लिया था। इसके साथ ही दलितों ने जनेऊ पहनकर पूजा अर्चना शुरू कर दी थी। दलितों का कहना है कि हनुमान दलित थे तो उनके मंदिरों में पुरोहित भी दलित ही होने चाहिए और मंदिरों में आने वाले चढ़ावे पर भी दलितों का ही अधिकार होना चाहिए। 

मुजफ्फरनगर में 5 दिसंबर को नगर कोतवाली क्षेत्र के शामली रोड स्थित हनुमान मंदिर पर वाल्मीकि समाज के लोगों ने कब्जा कर लिया था और घंटों पूजा-अर्चना भी की थी। इसके बाद आनन-फानन में पुलिस फोर्स ने मौके पर पहुंचकर मंदिर से दलितों का कब्जा हटवाया। इसको लेकर मुजफ्फरनगर में एक बार फिर हलचल शुरू हो गई है।

बाकी ख़बरें