धारा 370 हटाए जाने के बाद 5 अगस्त 2019 से कश्मीर के कई नेता जेल में बंद थे। यह सरकार का एक मुख्य फैसला था और सेना के दम पर लागू कराया गया है। इंटरनेट अभी तक पूरी तरह चालू नहीं हुआ है। खबर थी कि चीन के तेवर धारा 370 हटाने और जम्मू और कश्मीर राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के फैसले के बाद बदले।

मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार कब और कैसे बदली आप जानते हैं। उसके बाद ही 24 मार्च से लॉक डाउन शुरू हुआ। मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकार गिराने का खेल कब शुरू हुआ इस समझने के लिए निम्नलिखित खबरों और उनकी तारीखों पर गौर कीजिए।
1. सिंधिया भाजपा में शामिल हो सकते हैं - 19 अगस्त 19
2. जम्मू-कश्मीर: रिहा हो सकते हैं कुछ नजरबंद नेता - 25 नवंबर 19
3. ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हुए - 11 मार्च
4. फारुक अब्दुल्ला जेल से रिहा किए गए - 13 मार्च
5. फारूक की चुप्पी पर सब हैरान, दैनिक जागरण - 14 मार्च
6. उमर अब्दुल्ला पर से आरोप वापस लिया गया - 24 मार्च
7. उमर अब्दुल्ला जेल से रिहा किए गए - 25 मार्च
8. ''हम सब ईद से बस कुछ ही दिन दूर हैं उमर ने ट्वीट किया - 20 मई
9. अशोक पंडित ने उमर का पुराना ट्वीट रीट्वीट किया - 14 जून
10. राजस्थान में विधायक खरीदने की पोल खुली - 11 जुलाई
11. सचिन पायलट समर्थकों के साथ दिल्ली में - 12 जुलाई
(आप जानते हैं, सचिन पायलट की पत्नी सारा, फारुक अब्दुल्ला की सुपुत्री हैं। उमर अब्दुल्ला को पब्लिक सेफ्टी एक्ट पीएसए के तहत गिरफ्तार किया गया था। इसे सचिन की पत्नी सारा अब्दुल्ला ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।)
फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने उमर अब्दुल्ला का जो पुराना ट्वीट किया वह भी धारा 370 और राजनीति से जुड़ा हुआ है। उसे भी जान लीजिए - अशोक पंडित ने ट्वीट किया था ‘आपके अनुरोध के अनुसार हमने आपका यह ट्वीट सहेज कर रख लिया था। उमर जी, क्या अब हम इसे डिलीट कर सकते हैं?’ अशोक पंडित उमर अब्दुल्ला के जिस ट्वीट की बात कर रहे थे वह छह साल पुराना है।
इसमें उन्होंने (उमर ने) मोदी सरकार पर निशाना साधा था, ‘मेरे शब्दों को नोट कर लें और इस ट्वीट को संभाल कर रख लें। कोई भी प्रधानमंत्री जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा नहीं समाप्त कर सकता है, और न ही वह अनुच्छेद 370 हटवा सकता है।’
ऐसा नहीं है कि इसपर कुछ बोला नहीं जा सकता था या जवाब नहीं देना सामान्य है। पर मुझे नहीं लगता उमर ने जवाब दिया। फारूक अब्दुल्ला भी रिहा होने के बाद से कुछ खास नहीं बोले हैं। राजनीतिक बयान तो शायद कोई दिया ही नहीं।
राजस्थान सरकार रहेगी कि जाएगी, सचिन पायलट भाजपा में जाएंगे या कांग्रेस में रहेंगे – यह सब तो बात की बात है पर फिलहाल यह एंटायर क्रोनोलॉजी जरूर दिलचस्प है।

मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार कब और कैसे बदली आप जानते हैं। उसके बाद ही 24 मार्च से लॉक डाउन शुरू हुआ। मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकार गिराने का खेल कब शुरू हुआ इस समझने के लिए निम्नलिखित खबरों और उनकी तारीखों पर गौर कीजिए।
1. सिंधिया भाजपा में शामिल हो सकते हैं - 19 अगस्त 19
2. जम्मू-कश्मीर: रिहा हो सकते हैं कुछ नजरबंद नेता - 25 नवंबर 19
3. ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हुए - 11 मार्च
4. फारुक अब्दुल्ला जेल से रिहा किए गए - 13 मार्च
5. फारूक की चुप्पी पर सब हैरान, दैनिक जागरण - 14 मार्च
6. उमर अब्दुल्ला पर से आरोप वापस लिया गया - 24 मार्च
7. उमर अब्दुल्ला जेल से रिहा किए गए - 25 मार्च
8. ''हम सब ईद से बस कुछ ही दिन दूर हैं उमर ने ट्वीट किया - 20 मई
9. अशोक पंडित ने उमर का पुराना ट्वीट रीट्वीट किया - 14 जून
10. राजस्थान में विधायक खरीदने की पोल खुली - 11 जुलाई
11. सचिन पायलट समर्थकों के साथ दिल्ली में - 12 जुलाई
(आप जानते हैं, सचिन पायलट की पत्नी सारा, फारुक अब्दुल्ला की सुपुत्री हैं। उमर अब्दुल्ला को पब्लिक सेफ्टी एक्ट पीएसए के तहत गिरफ्तार किया गया था। इसे सचिन की पत्नी सारा अब्दुल्ला ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।)
फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने उमर अब्दुल्ला का जो पुराना ट्वीट किया वह भी धारा 370 और राजनीति से जुड़ा हुआ है। उसे भी जान लीजिए - अशोक पंडित ने ट्वीट किया था ‘आपके अनुरोध के अनुसार हमने आपका यह ट्वीट सहेज कर रख लिया था। उमर जी, क्या अब हम इसे डिलीट कर सकते हैं?’ अशोक पंडित उमर अब्दुल्ला के जिस ट्वीट की बात कर रहे थे वह छह साल पुराना है।
इसमें उन्होंने (उमर ने) मोदी सरकार पर निशाना साधा था, ‘मेरे शब्दों को नोट कर लें और इस ट्वीट को संभाल कर रख लें। कोई भी प्रधानमंत्री जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा नहीं समाप्त कर सकता है, और न ही वह अनुच्छेद 370 हटवा सकता है।’
ऐसा नहीं है कि इसपर कुछ बोला नहीं जा सकता था या जवाब नहीं देना सामान्य है। पर मुझे नहीं लगता उमर ने जवाब दिया। फारूक अब्दुल्ला भी रिहा होने के बाद से कुछ खास नहीं बोले हैं। राजनीतिक बयान तो शायद कोई दिया ही नहीं।
राजस्थान सरकार रहेगी कि जाएगी, सचिन पायलट भाजपा में जाएंगे या कांग्रेस में रहेंगे – यह सब तो बात की बात है पर फिलहाल यह एंटायर क्रोनोलॉजी जरूर दिलचस्प है।