वाराणसी में विकास के बजाय आतंकवाद और राष्ट्रवाद के लिए मोदी को जरूरी बता रही बीजेपी

Written by sabrang india | Published on: May 13, 2019
वाराणसी। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए पीएम नरेंद्र मोदी एक बार फिर से वाराणसी से मैदान में उतरे हैं। पीएम मोदी को दोबारा सांसद बनाने के लिए बीजेपी ने पीएम के चुनावी अभियान पर नजर रखने के लिए शहर के महमूरगंज इलाके में एक बहुमंजिला इमारत के दूसरे फ्लोर पर 4000 स्क्वायर फीट क्षेत्र में अपना चुनावी दफ्तर बनाया है।

बीजेपी के दफ्तर से पार्टी के उन नेताओं को एक पांच पेज वाला बुकलेट बांटा जा रहा है, जो क्षेत्र में पीएम के लिए प्रचार करने जा रहे हैं। ये नेता मोदी के सांसद रहते बीते 5 साल में वाराणसी में कराए गए विकास कार्यों के बारे में बात कर रहे हैं। हालांकि, विकास का मुद्दा जमीन पर बीजेपी के चुनावी अभियान का प्रभावी थीम नहीं है।

इसके बजाए, पार्टी ने ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ को मुद्दा बनाया है। बीजेपी यह बताने की कोशिश कर रही है कि आखिर क्यों आतंकवाद और नक्सलवाद से लड़ने के लिए मोदी सरकार को दोबारा सत्ता में आना चाहिए। 25 अप्रैल को मोदी ने वाराणसी में अपना नामांकन दखिल किया था। इससे पहले एक रोड शो भी निकाला गया। इसके लिए बीजेपी ने रोड शो के रास्ते में 100 से ज्यादा मंच बनवाए थे। इन मंचों से फूलों की बारिश की गई और साथ ही देशभक्ति वाले गाने भी बजाए गए।

इसी दिन जब पीएम ने वाराणसी के लोगों को संबोधित किया तो उन्होंने 2006 में संकटमोचन मंदिर में हुए धमाके का जिक्र किया। मोदी के आने से पहले ही संकट मोचन संगीत समारोह के दौरान कुछ कलाकारों ने विभिन्न आतंकी हमलों में शहीद हुए अफसरों की पेटिंग आदि बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। इनमें पूर्व मुंबई एटीएस चीफ हेमंत करकरे की पेंटिंग भी शामिल थी। हालांकि, बाद में करकरे पर बीजेपी की भोपाल से उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर के विवादास्पद बयान से पार्टी ने दूरी बना ली थी।

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