सवर्ण आरक्षण वापस नहीं हुआ तो एक बार फिर होगा भारत बंद, कई संगठनों की चेतावनी

Written by Sabrangindia Staff | Published on: January 14, 2019
आजमगढ़ 12 जनवरी 2019। सवर्ण आरक्षण के खिलाफ आजमगढ़ जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अंबेडकर पार्क में विभिन्न संगठनों ने विरोध दर्ज किया। सवर्ण आरक्षण के जरिए संविधान पर हमला बंद करो, मनु विधान सवर्ण वर्चस्व बंद करो, सवर्ण आरक्षण संविधान पर हमला, सवर्ण आरक्षण हमें कतई कबूल नहीं, बाबा साहेब हम शर्मिंदा है मनु अभी भी जिंदा है, मनुवाद मुर्दाबाद नारा लगाते हुए विरोध के स्वर बुलंद किए.

वक्ताओं ने कहा कि संविधान आर्थिक अधिकार पर आरक्षण की अनुमति नहीं देता. संविधान निर्माता बाबा भीमराव अंबेडकर ने अपने अभिभाषण में भी इस बात को स्पष्ट किया था आरक्षण को लेकर अब तक जितने भी आयोग देश में गठित किए गए सभी ने सामाजिक और शैक्षणिक आधार पर आरक्षण की बात कही है. जिसका सीधा संबंध शासन-सत्ता में प्रतिनिधित्व का है. मोदी सरकार द्वारा आर्थिक आधार पर आरक्षण विधेयक पारित करना संविधान को बदलकर मनुवादी व्यवस्था लागू करने की साजिश का हिस्सा है. यह सीधे-सीधे संविधान पर हमला है सभी प्रतिभागी संगठनों ने एक स्वर में कहा कि संविधान पर हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे.

सभी प्रतिभागी संगठनों ने एक स्वर में कहा कि संविधान पर किसी प्रकार के हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. आज का सांकेतिक विरोध सरकार को अपने निर्णय वापस लेने की चेतावनी है अगर मांगे नहीं मानी गई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा. 

कार्यक्रम में रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव, इंसाफ अभियान के अवधेश यादव, अखिल भारतीय अनसूचित जाती/जनजाति कर्मचारी कल्याण एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश बौद्ध, छात्र सेना के राज नारायण यादव, सुनील राव मंडल अध्यक्ष भीम आर्मी, भीम राव आंबेडकर निशुल्क कोचिंग स्कूल के आधे उमेश कुमार कार्मा, अधिवक्ता विमला यादव, कारवाँ अध्यक्ष विनोद यादव, जय प्रताप नीरज कुमार, सालिम दाऊदी, काशिफ शहीद पूर्व सचिव शिबली कॉलेज छात्र संघ, मुन्ना यादव, पवन यादव गणेश यादव, चंदन यादव, रविश आलम, हरीनाथ चौहान, वीरेन्द्र गौतम जिला अध्यक्ष भीम आर्मी, सच्चदानंद, उमेश कुमार, चन्द्रेश कुमार, सादिक़ जावेद आदि मौजूद रहे.

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