पाटीदार व्यक्ति की हिरासत में मौत, पाटीदारों का बंद का एलान

Published on: June 7, 2017
अहमदाबाद में एक पाटीदार व्यक्ति की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। इसके चलते मेहसाना में समुदाय के लोगों में नाराजगी है। परिवार वालों का आरोप है कि हिरासत में पुलिस की यातनाओं के चलते उसकी मौत हुई है। इसको लेकर पाटीदार अनामत आंदोलन समिति ने बुधवार को बंद का एलान किया है। ज्ञात हो कि व्यक्ति को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 


Image: Bhaskar.com
 
केतन पटेल (30) को शनिवार को 9,500 रूपए की चोरी के आरोप में जे-डिविजन पुलिस थाना ने गिरफ्तार किया था। उधर पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के नेता वरूण पटेल ने कहा कि केतन को गुरूवार को 500 रूपए की चोरी के मामले में गिरफ्तार किया था। केतन की मौत के बाद करीब पांच सौ पाटीदार और पीडित परिवार सिविल अस्पताल के पास इकट्ठा हुए और शव लेने के लिए के लिए मना कर दिया। लोगों की मांग है कि जब तक मामला दर्ज नहीं किया जाता वे शव नहीं लेंगे।
 
उधर पुलिस अधिकारियों ने इन आरोपों खारिज कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मेहसाना के एसपी चैतन्य मांडलिक ने कहा कि हमलोगों ने केतन को एक पान की दुकान से 9,500 रूपए की चोरी के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार किया था। उन्होंने कहा कि हमारे पास सीसीटीवी फुटेज भी जिसमें चोरी करते हुए उसे देखा गया है।
 
एसपी ने कहा कि हमलोगों ने पान दुकानदार भरत की शिकायत के आधार पर कार्रवाई की। रविवार को हमलोगों ने न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष केतन को प्रस्तुत किया और उन्होंने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। सोमवार को आरोपी ने सब-जेल में कुछ बेचैनी की शिकायत की जिसके बाद डॉक्टर ने उसकी जांच की। डॉक्टर ने पाया कि वह शराब पीने का आदी है इसलिए बेचैनी महसूस कर रहा है। उसे मेहसाना के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां सोमवार की रात उसकी मौत हो गई। मांडलिक ने आगे कहा कि यह चूंकि हिरासत में हुई मौत का मामला है इसलिए न्यायिक जांच होगी और शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड द्वारा होगा और इसकी वीडियोग्राफी भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा विसनगर के डीएसपी हरिश पटेल को मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
 
उधर वरूण पटेल ने आरोप लगाया है कि केतन को लोहे की रॉड से मारा गया और उसे सिगरेट से जलाया गया जिससे उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि चोट के निशान उसके शरीर पर साफ दिख रहे थे।
 
जब पटेल की शरीर पर चोट के निशान के बारे में पूछा गया तो मांडलिक ने कहा कि ये खून के थक्का होने के निशान हैं। उन्होंने कहा कि मौत के 14-15 घंटे के बाद शव के शरीर पर इस तरह के निशान हो जाते हैं। मांडलिक ने आगे कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा। उन्होंने कहा कि अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
 
रिपोर्ट के मुताबिक केतन पटेल की हिरासत में मौत को लेकर गुजरात कांग्रेस ने गृह राज्य मंत्री प्रदिप सिंह जडेजा से इस्तीफा मांगा है। ज्ञात हो कि मेहसाना उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल का क्षेत्र है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता हिमांशु पटेल ने सरकार से मृतक के परिवार वालों को 25 लाख रूपए मुआवजा देने की मांग की है और साथ ही पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।    

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