वाराणसी में हर चार दिन बाद एक नाबालिग पर मुकदमा, साल भर में 463 लोग लापता: NCRB

Written by sabrang india | Published on: December 8, 2023
वाराणसी में वर्ष 2022 में दुष्कर्म, यौन उत्पीड़न और अपहरण जैसे आरोपों में किशोरों पर दर्ज हुए 45 मुकदमे



वाराणसी। जिले  के नाबालिगों का अपराध के प्रति झुकाव चिंताजनक है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022 में वाराणसी में 12 वर्ष से ज्यादा और 18 वर्ष से कम उम्र के किशोरों पर 78  आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए हैं। यानी, साल में हर चार दिन बाद कमिश्नरेट के किसी न किसी थाने में एक नाबालिग के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया गया।

वाराणसी कमिश्नरेट के थानों में वर्ष 2022 में दुष्कर्म के आरोप में किशोरों के खिलाफ आठ मुकदमे दर्ज हुए। पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में यौन उत्पीड़न के आरोप में किशोरों के खिलाफ 23 मुकदमे दर्ज किए गए। महिला को निर्वस्त्र करने के इरादे से उस पर हमले के आरोप में तीन मुकदमे, महिलाओं की ताक झांक के आरोप में तीन मुकदमे किशोरों के खिलाफ दर्ज हुए। इसके अलावा शादी करने के इरादे से अपहरण के आरोप में सात मुकदमे किशोरों के खिलाफ दर्ज हुए। साल 2022 में चोरी और सेंधमारी के आरोप में किशोरों के खिलाफ 13 मुकदमे दर्ज किये गए। इसके अलावा 18 अन्य मुकदमे मारपीट सहित अन्य आरोपों में कमिश्नरेट थानों में दर्ज किये गए।

साल भर में 463 लोग लापता

एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, वाराणसी में साल 2022 में 463 लोग लापता हुए। इनमें पुरुषों की संख्या 224 और महिलाओं की संख्या 239 थी। लापता होने वालों में 12 से 16 आयु के 14 किशोर, 16 से 18 वर्ष की आयु के 19 किशोर और 18 से ज्यादा आयु के 191 पुरुष शामिल हैं। वहीं 12 से 16 वर्ष की आयु की 31 किशोरियां, 16 से 18 वर्ष की आयु की 34 किशोरियां और 18 वर्ष से ज्यादा आयु की 174 महिलाएं शामिल हैं। 

366 दिन में साइबर क्राइम के 323 मुकदमे दर्ज

साल 2022 में वाराणसी में साइबर क्राइम के 323 मुकदमे दर्ज किए गए। इनमें 315 मुकदमे ऐसे थे जो आईटी एक्ट के तहत दर्ज किए गए थे। इनमें मुख्य रूप से 246 मुकदमे लोगों को आर्थिक चपत लगाने, 31 मामले इलेक्ट्रॉनिक रुप में अश्लील प्रकाशन, 27 मामले आइडेंटिटी चुराने और आठ मुकदमे निजता के हनन से संबंधित थे। इसके अलावा आठ अन्य मुकदमे सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचना के प्रचार-प्रसार से संबंधित थे। 

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