झारखंड: ED की पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन गिरफ्तार, झामुमो का झारखंड बंद का ऐलान, चंपई सोरेन होंगे नए CM

Written by sabrang india | Published on: February 1, 2024
बुधवार का दिन झारखंड की राजनीति के लिए काफी उथल पुथल वाला रहा। ई़डी की पूछताछ के बाद हेमंत ने राजभवन में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया। फिर ED ने उन्हें अरेस्ट कर लिया।



इसी साल होने वाले लोकसभा चुनावों से ऐन पहले सरकारी एजेंसियां लगातार विपक्षी दलों के नेताओं पर शिकंजा कसती नजर आ रही हैं। बिहार में राजद जदयू गठबंधन टूटकर नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ सरकार बना ली है, वे नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बन गए हैं। इसके साथ ही राज्य में अब प्रमुख विपक्षी दल राजद के मुखिया लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से ईडी द्वारा पूछताछ जारी है, वहीं झारखंड में भी सत्ता गिराने की कोशिश के लिए ईडी बैकफायर करती नजर आ रही है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय ने 7 घंटे की पूछताछ के बाद बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। कथित जमीन घोटाले में उनकी भूमिका को लेकर ईडी ने उनसे पूछताछ की थी। अब झारखंड के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन होंगे। उन्हें महागठबंधन (झामुमो, कांग्रेस, राजद) के विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। इधर, ED की हिरासत में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को इस्तीफा दे दिया है। उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है।

आज हेमंत सोरेन की पेशी 

हेमंत सोरेन को आज सुबह 10 बजे कोर्ट में पेश किया जाएगा। ED के समन के खिलाफ हेमंत सोरेन ने झारखंड हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर की थी। मामले की गुरुवार सुबह 10:30 बजे सुनवाई होगी। सुनवाई हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ न्यायाधीश जस्टिस एस चंद्रशेखर और जस्टिस अनुभा रावत चौधरी की बेंच में होगी।
 
झामुमो गठबंधन के पास बहुमत

झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले महागठबंधन के पास बहुमत है। 81 सदस्यों वाली झारखंड विधानसभा में बहुमत के लिए 43 विधायकों की जरूरत है। गठबंधन के पास 48 विधायक हैं, इनमें से 43 सदस्य चंपई सोरेन के साथ राजभवन पहुंचे थे। झामुमो के 29, कांग्रेस के 17, राजद का एक और CPI(ML) का एक MLA है। कांग्रेस विधायक आलमगीर आलम ने कहा कि हमारे 43 विधायक बाहर खड़े हैं, चाहें तो गिनती कर लें। इस पर राज्यपाल ने कहा कि पत्र पढ़ रहा हूं। इसके बाद बुलावा भेजूंगा।
 
केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग बंद हो, नहीं तो होगा उलगुलान

ईडी द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर की जा रही कार्रवाई के खिलाफ झामुमो कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूटा। इसको लेकर झामुमो रांची जिला समिति के आह्वान पर सोमवार को मोरहाबादी मैदान से राजभवन तक आक्रोश मार्च निकाला गया। जुलूस का नेतृत्व कर रहे जिलाध्यक्ष मुस्ताक आलम ने कहा कि केंद्र सरकार स्वतंत्र केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करना बंद करे। नहीं तो केंद्र सरकार के खिलाफ उलगुलान होगा।

ईडी द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर की जा रही कार्रवाई के खिलाफ झामुमो कार्यकर्ताओं ने झामुमो रांची जिला समिति के आह्वान पर सोमवार को मोरहाबादी मैदान से राजभवन तक आक्रोश मार्च निकाला। जुलूस का नेतृत्व कर रहे जिलाध्यक्ष मुस्ताक आलम ने कहा कि केंद्र सरकार स्वतंत्र केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करना बंद करे। नहीं तो केंद्र सरकार के खिलाफ उलगुलान होगा।

दूसरे दिन कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन की योजना नहीं थी। परंतु जब उन्हें सूचना मिली कि दिल्ली में ईडी सीएम हेमंत सोरेन को तलाश रही है तो इसका असर रांची में हुआ। अविलंब कार्यकार्यताओं ने पूरे जिले में संदेश भेजा और सभी को अपना विरोध दर्ज कराने के लिए रांची बुला लिया। इसके बाद सभी दोपहर 12 बजे तक मोरहाबादी मैदान में एकत्रित होना शुरू हुए। परंतु देर से एसडीओ की अनुमति मिलने के बाद दोपहर करीब दो बजे से झामुमो कार्यकर्ताओं ने आक्रोश मार्च निकाला। जो गुरुजी के आवास से सिद्धू-कान्हू पार्क, राम मंदिर, हॉट लिप्स चौक, मछली घर होते हुए राजभवन पहुंचे। यहां पहुंचकर जुलूस, सभा में तब्दील हो गया। पूरे आक्रोश-विरोध मार्च में पार्टी के कार्यकर्ता झंडा, बैनर के साथ शामिल हुए और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मौके पर विनोद किस्कू, विनोद महतो, राजकुमा महतो, तनवीर आलम, मनोज ठाकुर, जुबैर आलम, डॉ हेमलाल मेहता, सुशीला एक्का, अश्विनी शर्मा, अरुण वर्मा, विक्रम सिंह, राखी देवी, विश्वजीत भट्टाचार्य, सुजीत कुजूर, हलधर महतो, अवधेश यादव, नंदकिशोर चंदेल, प्रदीप मिर्धा, राजेश सिंह, राकेश वर्मा, अतिकुर रहमान, भास्कर महतो, लालजी रमण, महेंद्र करमाली, लाडले खान, अशफाक बबलू सहित अन्य मौजूद थे।
 
चाहकर भी झारखंड में सरकार नहीं बना सकती भाजपा

भाजपा की सरकार बनने की स्थिति न तो दिखाई दे रही है और न ही भाजपा कोशिश करती हुई दिख रही है। निर्दलीय को जोड़कर अभी NDA के 32 विधायक हैं। सरकार बनाने के लिए उन्हें कम से कम 10 और विधायकों की जरूरत होगी। फ्लोर टेस्ट के दौरान सरकार गिराने के लिए कम से कम 8 विधायकों को तोड़ना होगा। सरकार के पास अभी 48 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इनकी संख्या 40 से कम होने के बाद ही सरकार गिर सकती है।

ईडी ने हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित ठिकानों पर की थी छापेमारी

झारखंड की राजधानी रांची के बड़गाईं लैंड स्कैम मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित ठिकानों से 30 जनवरी को छापामारी कर 36 लाख रुपये कैश बरामद किए हैं। साथ ही उनकी दो कार को जब्त कर लिया गया। इसके साथ ही ईडी ने कहा था कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अभी भी लापता हैं। ईडी ने बताया है कि उसकी टीमों ने हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित तीन ठिकानों पर दबिश दी थी। इसमें उनके आवास से 36 लाख रुपये नकद और दो कार जब्त की है।

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