झारखंड के पलामू जिले में दुर्गा पूजा मेले से घर लौट रही दो लड़कियों के साथ कथित तौर पर गैंगरेप किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
इंडिया टूडे की रिपोर्ट के अनुसार, घटना 11 अक्टूबर को हुई थी लेकिन रविवार शाम को तब यह सामने आया जब पीड़िता और उनके परिवार के सदस्यों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। सब डिविजनल पुलिस अधिकारी (छतरपुर) अवध यादव ने इसके बारे में बताया।
पुलिस के अनुसार, लड़कियां सरायडीह में मेले में शामिल होने के बाद घर लौट रही थीं, तभी छह आरोपियों ने उन्हें बीच रास्ते में रोक लिया और वारदात को अंजाम दिया।
लड़कियां किसी तरह घर पहुंचीं और परिवार के सदस्यों को आपबीती सुनाई। शुरुआत में मामले को पंचायत स्तर पर सुलझाने की कोशिश की गई लेकिन लड़कियों ने पुलिस से शिकायत दर्ज कराई।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू कर दी गई है।
छह आरोपियों में से चार को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसमें एक ग्राम प्रधान का बेटा भी शामिल है, जबकि दो अभी भी फरार हैं।
बता दें कि दलितों लड़कियों व महिलाओं के खिलाफ रेप के मामले में लगातार वृद्धि देखी गई है।पिछले महीने दुमका जिले के शिकारीपाड़ा थाना इलाके में एक 26 वर्षीय युवक ने महादलित समुदाय की 13 वर्षीय दिव्यांग लड़की के साथ रेप किया था। लड़की की चीख-पुकार सुनकर उसके परिजन और ग्रामीण जुटे और युवक को पकड़ लिया और इस वारदात की जानकारी पुलिस दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया।
इसी साल जून महीने में झारखंड के चतरा जिले में एक दलित महिला के साथ उसके परिवार को कर्ज देने वाले ने कथित तौर पर बंदूक की नोक पर रेप किया। महिला ने आरोपी से 25,000 रुपये का कर्ज लिया था, जिसे चुकाने को लेकर विवाद हुआ था।
यह घटना चतरा के गड़िया गांव में हुई थी और पीड़िता के परिवार द्वारा महिला थाने में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद 25 दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया था।
पीड़िता के अनुसार, उसने गांव के दबंग बलजीत यादव से 25,000 रुपये उधार लिए थे और धीरे-धीरे छोटी-छोटी किश्तों में इसे चुका रही थी।
2018 से लेकर 2023 तक 14162 रेप की वारदात
ईटीवी झारखंड की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2018 से लेकर 2023 के दिसंबर तक झारखंड के विभिन्न जिलों में 14162 दुष्कर्म की वारदातें विभिन्न थानों में रिपोर्ट किए गए। बोकारो में 762, चाईबासा में 497, देवघर में 446, धनबाद में 1021, दुमका में 318, गढ़वा में 897, गिरिडीह में 925, गोड्डा में 669, गुमला में 605, हजारीबाग में 967, जमशेदपुर में 740, जामताड़ा में 198, खूंटी में 237, कोडरमा में 281, लातेहार में 384, लोहरदगा में 416, पाकुड़ में 357, पलामू में 704, रेल धनबाद में पांच, रेल जमशेदपुर में तीन, रामगढ़ में 318, रांची में 1484, साहिबगंज में 872, सरायकेला में 295 और सिमडेगा में 323 रेप के मामले दर्ज किए गए।
एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार भारत में हर घंटे 3 महिलाओं का रेप होता है। 96 प्रतिशत रेप के मामलों में आरोपी महिला का परिचित होता है। इसके अलावा सिर्फ 27 प्रतिशत आरोपियों को ही सजा मिल पाती है। साल 2012 में निर्भया रेप केस से पहले रेप के करीब 25 हजार मामले हर साल दर्ज किए जाते थे। लेकिन 2013 के बाद से इन केसों की संख्या में वृद्धि हो गई। साल 2016 में 39 हजार से ज्यादा रेप के मामले दर्ज किए गए। हालिया आंकड़ों की बात करें तो 2022 में देशभर में 31,516 रेप के मामले दर्ज हुए थे। हालांकि यह वो आंकड़े हैं जिनकी शिकायत की जाती है। ऐसी बहुत सी घटनाएं हैं जिनमें समाज में बदनामी के डर से ज्यादातर दर्ज ही नहीं करवाए जाते हैं।
इंडिया टूडे की रिपोर्ट के अनुसार, घटना 11 अक्टूबर को हुई थी लेकिन रविवार शाम को तब यह सामने आया जब पीड़िता और उनके परिवार के सदस्यों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। सब डिविजनल पुलिस अधिकारी (छतरपुर) अवध यादव ने इसके बारे में बताया।
पुलिस के अनुसार, लड़कियां सरायडीह में मेले में शामिल होने के बाद घर लौट रही थीं, तभी छह आरोपियों ने उन्हें बीच रास्ते में रोक लिया और वारदात को अंजाम दिया।
लड़कियां किसी तरह घर पहुंचीं और परिवार के सदस्यों को आपबीती सुनाई। शुरुआत में मामले को पंचायत स्तर पर सुलझाने की कोशिश की गई लेकिन लड़कियों ने पुलिस से शिकायत दर्ज कराई।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू कर दी गई है।
छह आरोपियों में से चार को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसमें एक ग्राम प्रधान का बेटा भी शामिल है, जबकि दो अभी भी फरार हैं।
बता दें कि दलितों लड़कियों व महिलाओं के खिलाफ रेप के मामले में लगातार वृद्धि देखी गई है।पिछले महीने दुमका जिले के शिकारीपाड़ा थाना इलाके में एक 26 वर्षीय युवक ने महादलित समुदाय की 13 वर्षीय दिव्यांग लड़की के साथ रेप किया था। लड़की की चीख-पुकार सुनकर उसके परिजन और ग्रामीण जुटे और युवक को पकड़ लिया और इस वारदात की जानकारी पुलिस दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया।
इसी साल जून महीने में झारखंड के चतरा जिले में एक दलित महिला के साथ उसके परिवार को कर्ज देने वाले ने कथित तौर पर बंदूक की नोक पर रेप किया। महिला ने आरोपी से 25,000 रुपये का कर्ज लिया था, जिसे चुकाने को लेकर विवाद हुआ था।
यह घटना चतरा के गड़िया गांव में हुई थी और पीड़िता के परिवार द्वारा महिला थाने में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद 25 दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया था।
पीड़िता के अनुसार, उसने गांव के दबंग बलजीत यादव से 25,000 रुपये उधार लिए थे और धीरे-धीरे छोटी-छोटी किश्तों में इसे चुका रही थी।
2018 से लेकर 2023 तक 14162 रेप की वारदात
ईटीवी झारखंड की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2018 से लेकर 2023 के दिसंबर तक झारखंड के विभिन्न जिलों में 14162 दुष्कर्म की वारदातें विभिन्न थानों में रिपोर्ट किए गए। बोकारो में 762, चाईबासा में 497, देवघर में 446, धनबाद में 1021, दुमका में 318, गढ़वा में 897, गिरिडीह में 925, गोड्डा में 669, गुमला में 605, हजारीबाग में 967, जमशेदपुर में 740, जामताड़ा में 198, खूंटी में 237, कोडरमा में 281, लातेहार में 384, लोहरदगा में 416, पाकुड़ में 357, पलामू में 704, रेल धनबाद में पांच, रेल जमशेदपुर में तीन, रामगढ़ में 318, रांची में 1484, साहिबगंज में 872, सरायकेला में 295 और सिमडेगा में 323 रेप के मामले दर्ज किए गए।
एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार भारत में हर घंटे 3 महिलाओं का रेप होता है। 96 प्रतिशत रेप के मामलों में आरोपी महिला का परिचित होता है। इसके अलावा सिर्फ 27 प्रतिशत आरोपियों को ही सजा मिल पाती है। साल 2012 में निर्भया रेप केस से पहले रेप के करीब 25 हजार मामले हर साल दर्ज किए जाते थे। लेकिन 2013 के बाद से इन केसों की संख्या में वृद्धि हो गई। साल 2016 में 39 हजार से ज्यादा रेप के मामले दर्ज किए गए। हालिया आंकड़ों की बात करें तो 2022 में देशभर में 31,516 रेप के मामले दर्ज हुए थे। हालांकि यह वो आंकड़े हैं जिनकी शिकायत की जाती है। ऐसी बहुत सी घटनाएं हैं जिनमें समाज में बदनामी के डर से ज्यादातर दर्ज ही नहीं करवाए जाते हैं।