अयोध्या में दलित महिला की बर्बरता के साथ हत्या, आंखें निकाली गईं, हड्डियां तोड़ी गईं, परिवार ने सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया

Written by sabrang india | Published on: February 3, 2025
महिला गुरुवार रात करीब 10 बजे एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए घर से निकली तब से वह लापता थी। जब वह वापस नहीं लौटी, तो उसके परिवार ने गांव में उसकी तलाश की और बाद में शुक्रवार को अयोध्या पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। हालांकि, उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने सक्रिय रूप से उसकी तलाश नहीं की।


साभार : द ऑब्जर्वर पोस्ट

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक गांव के पास नहर में 22 वर्षीय दलित महिला की हत्या कर दी गई। उसके परिवार ने कहा कि उसकी आंखें दर्दनाक तरीके से निकाली गईं, उसके जिस्म की हड्डियां तोड़ी गईं और उसके शरीर को रस्सी से कसकर बांध दिया गया।

द ऑब्जर्वर पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, महिला गुरुवार रात करीब 10 बजे एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए घर से निकली तब से वह लापता थी। जब वह वापस नहीं लौटी, तो उसके परिवार ने गांव में उसकी तलाश की और बाद में शुक्रवार को अयोध्या पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। हालांकि, उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने सक्रिय रूप से उसकी तलाश नहीं की।

शनिवार की सुबह, उसके जीजा ने एक सुनसान नहर में उसका निर्वस्त्र शव पाया। परिवार और ग्रामीणों के अनुसार, उसके शरीर पर गहरे घाव के निशान थे, सिर पर गंभीर चोटें और पैर में फ्रैक्चर था।

सर्किल ऑफिसर आशुतोष तिवारी ने पुष्टि की कि गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कर ली गई है। उन्होंने कहा, "अब जब शव बरामद हो गया है, तो हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। आगे की कार्रवाई की जाएगी।"

अधिकारियों को संदेह है कि महिला की हत्या से पहले उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था। इस जघन्य अपराध ने लोगों में गुस्सा पैदा कर दिया है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने घटना की निंदा की है।

यादव ने कहा, "यह प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा है।" उन्होंने कहा, "दोषियों और लापरवाह पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। पीड़ित परिवार को मुआवजे के तौर पर 1 करोड़ रूपये दिए जाने चाहिए।"

अयोध्या के सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। इस बीच, पुलिस ने आश्वासन दिया है कि अपराधियों पर कार्रवाई करने के लिए जांच चल रही है।

द टेलिग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को मीडिया के सामने रोते हुए अयोध्या से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि अगर योगी आदित्यनाथ सरकार ऐसी घटनाओं को नहीं रोकती है तो वह इस्तीफा दे देंगे।

सांसद ने कहा, "महिला के परिवार वालों ने पुलिस को बताया था कि वह लापता है, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया। हमारी बेटी के साथ जो क्रूरता की गई, वह असहनीय है। अगर मेरे क्षेत्र में ऐसी घटनाएं होती हैं तो संसद में होने का कोई मतलब नहीं है।"

अवधेश ने कहा, "मैं जल्द ही दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलूंगा। देखना है कि वह पीड़ित परिवार और अयोध्या के लोगों के साथ न्याय करते हैं या नहीं। अगर वह इस मुद्दे पर कार्रवाई नहीं करते हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। यह अब देश का बड़ा मुद्दा है।"

इस घटना पर सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "अयोध्या में दलित लड़की की अमानवीयता और नृशंस हत्या दिल दहला देने वाली और बेहद शर्मनाक है। अगर प्रशासन ने तीन दिनों से गूंज रही लड़की के परिवार की मदद की गुहार पर ध्यान दिया होता तो शायद उसकी जान बच सकती थी।"

उन्होंने आगे कहा, "इस जघन्य अपराध के कारण एक और बेटी की जान चली गई। कब तक और कितने परिवारों को ऐसे ही रोना-धोना और पीड़ा सहनी पड़ेगी? बहुजन विरोधी भाजपा शासन, खासकर उत्तर प्रदेश में, दलितों पर जघन्य अत्याचार, अन्याय और हत्या की घटनाओं में वृद्धि कर रहा है।"

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